नई दिल्ली. भारत और पाकिस्तान के विदेश सचिवों की वार्ता से महज हफ्ते भर पहले दोनों देशों के बीच कूटनीतिक खींचतान शुरू हो गई है। सोमालिया के समुद्री लुटेरों द्वारा मुक्त किए गए मिस्र के मालवाहक जहाज एमवी सुएज के राहत अभियान के दौरान हुई कथित घटना को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच तीखी जुबानी जंग शुरू हो गई है।
समुद्री लुटेरों ने मंगलवार को मुक्त किए गए एमवी सुएज जहाज को बुधवार को दोबारा बंधक बनाने की कोशिश की। जहाज पर सवार 22 नाविकों में से 6 भारतीय, 4 पाकिस्तानी, एक श्रीलंकाई और 11 मिस्र के नागरिक हैं। भारत ने मालवाहक जहाज को ओमान के सलालाह तक सुरक्षित पहुंचाने के लिए अपने आईएनएस गोदावरी युद्धपोत को ओमान रवाना किया।
पाकिस्तान का आरोप है कि एमवी सुएज के राहत अभियान के दौरान भारतीय पोत आईएनएस गोदावरी पाकिस्तानी नौसेना के पीएनएस बाबर को रगड़ता हुआ निकल गया जो मालवाहक जहाज की सुरक्षा में चल रहा था। पाकिस्तान ने भारतीय जहाज पर खतरनाक तरीके से काम करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि इससे लोगों को मदद पहुंचाने वाले अभियान में बाधा पड़ सकती थी। पाकिस्तान ने भारत पर अंतरराष्ट्रीय नियमों को तोड़ने और द्विपक्षीय रिश्तों में दरार डालने की कोशिश का भी आरोप लगाया है। पाकिस्तान ने इस्लामाबाद स्थित भारतीय दूतावास के जरिये अपनी शिकायत दर्ज करा दी है। पाकिस्तान ने भारत से यह भी कहा है कि वह सुनिश्चित करे कि भविष्य में ऐसी घटनाएं फिर कभी नहीं हो।
एमवी सुएज के आज ओमान के सलालाह बंदरगाह पर पहुंचने की उम्मीद है। हालांकि खराब मौसम की वजह से इसकी राह में बाधा आ रही है। इसके बाद इस जहाज पर सवार सभी लोगों को मस्कट ले जाया जाएगा। मस्कट से इन लोगों को उनके अपने-अपने देश भेज दिया जाएगा।
भारतीय विदेश मंत्रालय पाकिस्तान के इन आरोपों पर आज आधिकारिक तौर पर सफाई दे सकता है। सरकारी सूत्रों ने पाकिस्तानी सरकार के इन आरोपों को बेबुनियाद करार देते हुए खारिज कर दिया है। भारतीय विदेश सचिव निरुपमा राव पाकिस्तानी विदेश सचिव सलमान बशीर के साथ वार्ता के लिए 23 जून को पाकिस्तान पहुंच रही हैं।
आपकी बात
पाकिस्तान के इन आरोपों में कितनी सच्चाई है? क्या मौजूदा घटनाक्रम से भारत-पाक विदेश सचिव की वार्ता पर कोई असर पड़ेगा? अपनी राय नीचे कमेंट बॉक्स में लिखकर दुनियाभर के पाठकों से शेयर करें।
समुद्री लुटेरों ने मंगलवार को मुक्त किए गए एमवी सुएज जहाज को बुधवार को दोबारा बंधक बनाने की कोशिश की। जहाज पर सवार 22 नाविकों में से 6 भारतीय, 4 पाकिस्तानी, एक श्रीलंकाई और 11 मिस्र के नागरिक हैं। भारत ने मालवाहक जहाज को ओमान के सलालाह तक सुरक्षित पहुंचाने के लिए अपने आईएनएस गोदावरी युद्धपोत को ओमान रवाना किया।
पाकिस्तान का आरोप है कि एमवी सुएज के राहत अभियान के दौरान भारतीय पोत आईएनएस गोदावरी पाकिस्तानी नौसेना के पीएनएस बाबर को रगड़ता हुआ निकल गया जो मालवाहक जहाज की सुरक्षा में चल रहा था। पाकिस्तान ने भारतीय जहाज पर खतरनाक तरीके से काम करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि इससे लोगों को मदद पहुंचाने वाले अभियान में बाधा पड़ सकती थी। पाकिस्तान ने भारत पर अंतरराष्ट्रीय नियमों को तोड़ने और द्विपक्षीय रिश्तों में दरार डालने की कोशिश का भी आरोप लगाया है। पाकिस्तान ने इस्लामाबाद स्थित भारतीय दूतावास के जरिये अपनी शिकायत दर्ज करा दी है। पाकिस्तान ने भारत से यह भी कहा है कि वह सुनिश्चित करे कि भविष्य में ऐसी घटनाएं फिर कभी नहीं हो।
एमवी सुएज के आज ओमान के सलालाह बंदरगाह पर पहुंचने की उम्मीद है। हालांकि खराब मौसम की वजह से इसकी राह में बाधा आ रही है। इसके बाद इस जहाज पर सवार सभी लोगों को मस्कट ले जाया जाएगा। मस्कट से इन लोगों को उनके अपने-अपने देश भेज दिया जाएगा।
भारतीय विदेश मंत्रालय पाकिस्तान के इन आरोपों पर आज आधिकारिक तौर पर सफाई दे सकता है। सरकारी सूत्रों ने पाकिस्तानी सरकार के इन आरोपों को बेबुनियाद करार देते हुए खारिज कर दिया है। भारतीय विदेश सचिव निरुपमा राव पाकिस्तानी विदेश सचिव सलमान बशीर के साथ वार्ता के लिए 23 जून को पाकिस्तान पहुंच रही हैं।
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