Thursday, June 30, 2011

Science Fun


Fun With Tooth paste


लो..अब आ रही है डीजल से चलने वाली बाइक



विकल्प:- कंपनी की पहली डीजल बाइक 400 सीसी इंजन क्षमता की होगी। इसके बाद कंपनी लाएगी 670 सीसी की बाइक। 400 सीसी वाली मोटरसाइकिल की प्रोटोटाइप टेस्टिंग चेन्नई में चल रही है।

ह्युंडई मोटर इंडिया लिमिटेड के पूर्व प्रेसिडेंट बी.वी.आर. सुब्बू जल्द ही देश में डीजल बाइक लांच करने की तैयारी में है। सुब्बू चेन्नई स्थित ऑल्टियुस ऑटोमोटिव टैक्नोलॉजीज के प्रमोटर के तौर पर देश में 2012 में डीजल बाइक लांच करने की तैयारी में जुटे हुए हैं। कंपनी का इरादा 2012 में कम से कम एक डीजल मॉडल बाजार में लाने का है। इस मॉडल को लेकर टेस्टिंग आदि की प्रक्रिया चेन्नई में चल रही है।
ऑल्टियुस के प्रमोटर बी.वी.आर. सुब्बू ने बिजनेस भास्कर को बताया कि कंपनी का पहला उत्पाद 2012 में बाजार में आएगा। इसके बाद कंपनी जल्द ही दूसरा उत्पाद भी बाजार में लेकर आएगी। उन्होंने बताया कि कंपनी की पहली डीजल मोटरसाइकिल 400 सीसी इंजन क्षमता की होगी। कंपनी 670 सीसी की इंजन क्षमता वाली दूसरी बाइक को इसके बाद लांच करेगी। उन्होंने बताया कि 400 सीसी वाली मोटरसाइकिल के इंजन का कार्य पूरा हो चुका है और इसकी प्रोटोटाइप टेस्टिंग फिलहाल चेन्नई में चल रही है।उन्होंने बताया कि टेस्टिंग के दौरान 60 किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज इस इंजन से मिला है। लेकिन, फिलहाल माइलेज के बारे में ठोस तौर पर कुछ टिप्पणी नहीं की जा सकती है। उन्होंने बताया कि कंपनी जल्द ही अपने प्लान और निवेश की योजनाओं को लेकर आधिकारिक घोषणा करेगी। सुब्बू ने बताया कि डीजल इंजन पेट्रोल इंजन के मुकाबले ज्यादा किफायती होते हैं। डीजल इंजन पेट्रोल इंजन के मुकाबले 20-25 फीसदी ज्यादा फ्यूल एफिशियेंसी देते हैं।
गौरतलब है, सुब्बू को ह्युंडई के भारत में पैर जमाने के पीछे मुख्य कारण माना जाता है। 1997 में ह्युंडई के भारत में आगाज से लेकर 2006 तक वह कंपनी में रहे। सुब्बू फिलहाल मलेशियाई कार कंपनी प्रोटोन और यूके की लोटस कार्स के बोर्ड में डायरेक्टर के तौर पर भी कार्य कर रहे हैं।

डीजल बाइक की कहानी
इनफील्ड टॉरस
रॉयल इनफील्ड की यह डीजल बाइक 325 सीसी और 436 सीसी की इंजन क्षमता के विकल्पों में मौजूद थी। यह बाइक ग्रीव्ज के सिंगल सिलेंडर 4 स्ट्रोक इंजन से ताकत पाती थी। मौजूदा समय में इस बाइक का उत्पादन बंद है।

इनफील्ड लोंबार्डनी
रॉयल इनफील्ड की यह डीजल बाइक 435 सीसी के लोंबार्डनी इंजन से लैस थी। इस बाइक का भी उत्पादन बंद हो चुका है।

325 सीसी सूरज
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में सूरज ऑटोमोबाइल्स ने 1992 में इस बाइक का उत्पादन शुरू किया था। यह बाइक 325 सीसी के इंजन से लैस थी और 86 किलोमीटर प्रति लीटर के माइलेज का दावा करती थी। इस बाइक में भी लोंबार्डनी इंजन का इस्तेमाल किया गया था।

सड़क पर दौड़ते-दौड़ते हवा में उड़ने लगेगी यह बाइक



जी हां अब सड़क पर ट्रेफिक जाम से जल्द ही निजात मिल सकती है इस तरह की बाइक शहरों में होने वाले हेवी ट्रैफिक जाम से छुटकारा दिला देगी। ऑस्ट्रेलिया के एक पायलट क्रिस्टोफर मेलोय ने एक ऐसी बाइक बनाई है जो सड़क पर दौड़ने के अलावा हवा में भी उड़ सकेगी।



मेलोय ने इसे ढाई साल की कड़ी मेहनत से बनाया है इसे नाम दिया है होवर बाइक। यह बाइक 100 मील प्रतिघंटे की रफ्तार से 10,000 मीटर तक उड़ सकेगी। इस बाइक को कार्बन फाइबर फ्रेम और बीएमडब्लू के ईंजन की मदद से चलाया और उड़ाया जाएगा।



एक बार ईंधन भरने पर यह बाइक 92 मील तक का सफर तय कर सकती है जानकारों के मुताबिक बाजार में इस बाइक की कीमत 32,44,516 रुपए होगी। इस बाइक का वजन 270 किलोग्राम होगा।

चौंक गए डॉक्टर, जब सुना दस महीने में बनी है दो बार मां



रियाद.सऊदी अरब के रियाद में एक व्यक्ति ने पत्नी को अस्पताल चैकअप के लिए ले जाकर ही गलती कर दी। वहां जाकर उसे पता चला कि तीन महीने पहले ही एक बच्चे को जन्म देने वाली उसकी पत्नी सात माह से फिर गर्भवती है।
खैर, यह बात सुनकर सिर्फ उसका सिर ही नहीं चकराया बल्कि डॉक्टर भी हैरान-परेशान रह गए। बात जो ऐसी थी। महिला से इस बाबत पूछा गया तो उसके पैरों के तले से जमीन निकल गई।

ऐसा कैसे हो सकता है, जब सारे मामले का पता लगाने की कोशिश की गई तो कुछ यूं सामने आया। उन्हें गलत रिपोर्ट मिल गई थी। उनके पास उनकी पत्नी के नाम की महिला की रिपोर्ट आ गई थी, जो असल में मां बनने वाली हैं। सारा खुलासा होने के बाद उस महिला ने राहत की सांस ली।

इतिहास में दर्ज होने जा रहा है ये जुलाई महीना...!



एजेंसी।जब भी हम अपने दैनंदिन कार्यों से ऊबने लगते हैं तो हमें छुट्टी के दिन (रविवार) की याद आती है। वैसे भी महीने में 4 रविवार तो आते ही हैं लेकिन जिस महीने 5 रविवार आएं तो बहुत खुशी होती है। अगर आप एक महीने में 5 रविवारों का इंतजार कर रहे हैं तो कल से प्रारंभ हो रहे जुलाई माह में यह मौका आपको मिल सकता है।
लेकिन बात यहीं खत्म नहीं होती, क्योंकि इस बार का जुलाई का महीना आम नहीं है, बल्कि ऐसा अवसर कई वर्षों में एक ही बार आता है, जब जुलाई में 5 शुक्रवार, 5 शनिवार और 5 रविवार आए थे। संयोगवश वही स्थिति अब 2011 के जुलाई माह में है।
इसे लेकर इन दिनों एक मैसेज भी जबर्दस्त तरीके से मोबाइलों में घूम रहा है। इस मैसेज में 5 शुक्रवार, शनिवार व रविवार की बात का उल्लेख किया जा रहा है। इसके अलावा मैसेज में यह भी लिखा जा रहा है कि अगर आपने यह मैसेज कम से कम 5 लोगों को किया तो आपको गुडलक मिलेगा।

केरल के मंदिर के तहखाने से निकला 700 करोड़ का खजाना


तिरुवनंतपुरम.केरल के प्रमुख मंदिरों में से एक पद्मनाभास्वामी मंदिर में तहखाने से करीब 700 करोड़ रुपये मूल्य के जेवर, रत्न जड़े हुए मुकुट और अन्य बेशकीमती सामान बरामद किए गए हैं। यह खजाना तब लोगों के सामने आया जब सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद इस मंदिर के तहखाने में मौजूद गुप्त कमरों को हाई कोर्ट के दो रिटायर जजों की निगरानी में खोला गया।
तहखाने में छुपे खजाने की सूची तैयार होने का काम मंगलवार को शुरू हुआ था। मंदिर के छह गुप्त कमरों में से तीन कमरों की अब तक तैयार सूची के मुताबिक सोने की चेन, चांदी और तांबे की प्लेट, गहने, रत्नजड़ित मुकुट और सोने की परत चढ़ी छतरियां सामने आई हैं।
यह मंदिर 18 वीं शताब्दी में तत्कालीन त्रावणकोर राज्य के राजा मार्तंड वर्मा ने बनवाया था। अब इस मंदिर की देखभाल ट्रस्ट करता है। ट्रस्ट का कामकाज शाही खानदान के लोग देखते हैं।  सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में एक याचिका की सुनवाई के बाद मंदिर के तहखाने में रखी दौलत की सूची बनाए जाने के लिए सात सदस्यों की एक कमिटी गठित की थी। इसमें केरल हाई कोर्ट के दो पूर्व जज शामिल हैं।

तीन वर्षीय बच्ची बेहिचक बोलती है कई भाषाएं


कांटाबांजी/रायपुर.खपराखोल विकासखंड के अंतर्गत 20 किमी दूर गंधमार्दन के पास स्थित ग्राम तुर्ला के शिक्षक कृष्ण चंद्र भोई की 3 वर्षीय पुत्री में अविश्वसनीय प्रतिभा है। वह नि संकोच ही हिंदी, उड़ीसा, अंग्रेजी पढ़, लिख व बोल लेती है। इतना ही नहीं वह नृत्य, गीत, योग, व्यायाम भी बढ़िया से करती है।

उसके पिता कृष्ण चंद्र ने बताया कि डेढ़ वर्ष पूर्व जब वह बीमार थी तो उसे डाक्टर के पास ले जाया जा रहा था, लेकिन उसने रास्ते पर ऐसे-ऐसे प्रश्न किए की सब अचंभित हो गए।

उसने गाड़ी चलते समय पेड़ दौड़ते हुए क्यों प्रतीत होता है, डाक्टर के इंजेक्शन देने पर रोगी क्यों ठीक हो जाता है इत्यादि प्रश्न करने लगी। जिसका उत्तर किसी के पास नहीं था। उसके बाद से उसका मन लिखने-पढ़ने में ही लगा रहता था। मां के द्वारा जो अक्षर या वाक्य एक बार बता दिया गया तो वह उसे दोबारा नहीं पूछती थी।

वह हिंदी, उड़ीसा, अंग्रेजी के शब्द या वाक्य लिखने कहने पर तुरंत लिखती है। खेल, विज्ञान, इतिहास, भूगोल, गणित संबंधित किसी भी प्रश्न का उत्तर तुरंत देती है। कृष्ण चंद्र ने बताया कि उनकी पुत्री टीवी देखकर स्वयं व्यायाम कर लेती है। उसे पूछने पर वह बड़ी होकर डाक्टर बनने की इच्छा जाहिर करती है। मध्यम वर्गीय परिवार होने के कारण बालिका के माता-पिता इसके विलक्षणता को देखते हुए भविष्य को लेकर चिंतित हैं।

पाकिस्‍तान ने अमेरिका को दिया झटका, एयरबेस इस्‍तेमाल से रोका


इस्‍लामाबाद. पाकिस्‍तान ने अमेरिका से कहा है कि वो रेगिस्‍तानी इलाकों में एयरबेस का इस्‍तेमाल बंद कर दे । माना जाता है कि अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए इसी एयरबेस से पाकिस्‍तानी सीमा के भीतर ड्रोन हमलों को अंजाम देती रही है।

पाकिस्‍तानी रक्षा मंत्री अहमद मुख्‍तार ने बताया कि उन्‍होंने अमेरिकी अधिकारियों को शमसी एयरबेस छोड़ देने को कहा है। पाकिस्‍तानी रक्षा मंत्री ने कहा कि अमेरिका ने शमसी एयरबेस से अपना साजोसामान हटाने के लिए कुछ वक्‍त मांगा है। मुख्‍तार का ताजा बयान इस बात का संकेत है कि लादेन के मारे जाने के बाद दोनों देशों के बीच रिश्‍ते तनावपूर्ण होते जा रहे हैं और पाकिस्‍तान अपनी जमीन पर होने वाली अमेरिकी गतिविधियों को सीमित करने की कोशिश कर रहा है।

रक्षा मंत्री ने दोहराया कि बीते 2 मई की रात एबटाबाद में अमेरिकी कमांडो ऑपरेशन में लादेन के मारे जाने की घटना के बाद पाकिस्‍तान और अमेरिका के बीच रिश्‍तों में दूरी आई है। ऐसा इसलिए हुआ है क्‍योंकि अमेरिका ने आतंकवाद के खिलाफ जंग में मदद के लिए जारी की जाने वाली रकम रोक ली है। उन्‍होंने कहा कि लादेन के ठिकाने पर हमले करते समय अमेरिका ने पाकिस्‍तान को भरोसे में लेने की कोशिश नहीं की, अपने प्रमुख सहयोगी ब्रिटेन को भी इस मामले में अंधेरे में रखा।

मुख्‍तार ने कहा कि पाकिस्‍तान अमेरिका के साथ जंग लड़ने की स्थिति में नहीं है लेकिन उसे अमेरिका के साथ अपने रिश्‍तों पर फिर से विचार करना होगा। उन्‍होंने कहा कि अमेरिका ने जब से आर्थिक मदद रोकी है उस वक्‍त से पाकिस्‍तान सीमित संसाधनों के बूते आतंकवाद के खिलाफ जंग लड़ रहा है। ऐसे में पाकिस्‍तान के लिए ज्‍यादा दिनों तक यह जंग लड़ना मुश्किल हो जाएगा। पाकिस्‍तानी रक्षा मंत्री ने कहा कि लादेन की मौत के बाद सीनेटर जॉन केरी पाकिस्‍तान का दौरा करने वाले पहले अमेरिकी नेता थे और उन्‍होंने पाकिस्‍तान को आश्‍वस्‍त किया था कि पाकिस्‍तानी परमाणु संसाधनों को अमेरिका की ओर से कोई खतरा नहीं है।
आपकी बात
लादेन की मौत के बाद पाकिस्‍तान और अमेरिका के रिश्‍तों को आप किस रूप में देखते हैं? अपनी राय नीचे कमेंट बॉक्‍स में लिखकर दुनियाभर के पाठकों से शेयर करें। किसी भी आपत्तिजनक टिप्‍पणी के लिए खुद जिम्‍मेदार होंगे।

Wednesday, June 29, 2011

आईफोन का सच सुन गुस्से में भी आ सकते हैं आप


लंदन. आप तैयार होने के बाद दूसरों से पूछते हो कि कैसे लग रहे हो। अब इसकी भी चिंता खत्म। आपका आईफोन ही यह राज खोल देगा। जी हां, गैजेट्स की अग्रणी कंपनियों में से एक सिलेक्ट मॉडल मैनेजमेंट ने एक ऐसा आईफोन बनाया है जो आपकी इमेज स्कैन कर बता देगा कि आप कैसे लग रहे हो।

हालांकि ऐसा भी हो सकता है आईफोन का सच सुनकर आप गुस्से में आ जाएं। कंपनी ने इसे मॉडल पोटेंशियल नाम दिया है। द सन में छपी खबर में बताया गया है कि यह गैजेट आपसे कई तरह की सूचना मांगेगा जैसे-आयु, रंग, कद, चेहरे का आकार, बालों का रंग, आंखें व आपके शरीर का आकार।

आप पतले हो मोटे या सामान्य। इन सारी चीजों के आधार पर यह एक रेशो यानी अनुपात निकालेगा और फिर बताएगा कि आप कितने सुंदर लग रहे हो। यह वास्तव में 2400 साल पुराना एक गणितज्ञ फॉर्मूला है। इसका प्रयोग ग्रीक व मिस्र के लोग भी सुंदरता को जानने के लिए किया करते थे।

यह कंपनी कर्ज लेकर अपने कर्मचारियों को सैलरी देती है


नई दिल्लीः जी हां, यह सच है। यह विशालकाय भारतीय कंपनी अपने कर्मचारियों को सैलरी देने की भी स्थिति में नहीं है और लगातार कर्ज लेती जा रही है।

यह कंपनी सरकारी सार्वजिनक प्रतिष्ठान एयर इंडिया है। इसकी माली हालत इतनी गई बीती है कि कई महीनों से यह अपने कर्मचारियों को सैलरी भी नहीं दे पा रही है। हर महीने वह देर से सैलरी देती है और सरकार के पास हाथ फैलाती है। इस कंपनी को इतना घाटा हो रहा है कि सरकार को समझ में नहीं आ रहा है कि वह क्या करे।

इस बार वह मई महीने की सैलरी अब जाकर दे पाई है और वह भी बैंकों से लोन लेकर। उसे बैंकों ने कर्मचारियों को 200 करोड़ रुपए का लोन दिया ताकि वह उन्हें दे सके। इसके पहले उसे भारत सरकार ने 250 करोड़ रुपए दिया थे ताकि वह अन्य खर्च पूरा कर सके। इस महीने एयर इंडिया ने सैलरी तो दे दी लेकिन वह अन्य भत्ते वगैरह नहीं दे पाई है।

2005-06 में उसे 75 करोड़ रुपए का लाभ हुआ था और अब उसे पिछले साल 8,500 करोड़ रुपए का घाटा हुआ। यह घाटा कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है। अब यह कंपनी लगातार नीचे जा रही है और पांचवें नंबर पर पहुंच गई है।

एयर इंडिया सिविल एविएशन मिनिस्ट्री के घटिया कामकाज का शिकार हो गई। नौकरशाहों और राजनीतिज्ञों ने इसके साथ जबर्दस्त बंदरबांट किया। लाभ में चल रही इंडियन एयरलाइंस को घाटे में चल रही एय़र इंडिया के साथ मिला दिया गया जिससे घाटा और बढ़ गया। इतना ही नहीं एयर इंडिया के लाभ वाले रूट प्राइवेट एयरलाइंसों को “ले देकर” थमा दिए गए।


जब जाएं किसी जरूरी काम पर तो इन बातों का रखें ध्यान...


जब भी हम घर से किसी खास कार्य को लक्ष्य बनाकर निकलते हैं उस वक्त सीधा पैर पहले बाहर रखने से निश्चित ही आपको कार्यों में सफलता प्राप्त होती है।

यह परंपरा काफी पुरानी है जिसे हमारे घर के बुजुर्ग समय-समय पर बताते रहते हैं। इस प्रथा के पीछे मनोवैज्ञानिक और धार्मिक कारण दोनों ही हैं।

धर्म शास्त्रों के अनुसार सीधा पैर पहले बाहर रखना शुभ माना जाता है। सभी धर्मों में दाएं अंग को खास महत्व दिया गया है। सीधे हाथ से किए जाने वाले शुभ कार्य ही देवी-देवताओं द्वारा मान्य किए जाते हैं। देवी-देवताओं की कृपा के बिना कोई भी व्यक्ति किसी भी कार्य में सफलता प्राप्त नहीं कर सकता।

इसी कारण सभी पूजन कार्य सीधे हाथ से ही किए जाते हैं। जब भी घर से बाहर जाते हैं तो सीधा पैर ही पहले बाहर रखते हैं ताकि कार्य की ओर पहला कदम शुभ रहेगा तो सफलता अवश्य प्राप्त होगी।

इस परंपरा के पीछे एक तथ्य और है कि इसका हम पर मनोवैज्ञानिक प्रभाव पड़ता है। सीधा पैर पहले बाहर रखने से हमें सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है और मन प्रसन्न रहता है। इस बात का हम पर दिनभर प्रभाव रहता है। बाएं पैर को पहले बाहर निकालने पर हमारे विचार नकारात्मक बनते हैं।

लुटेरों ने किया ऐसा खुलासा कि हैरत में पड़ गई पुलिस



नई दिल्ली.शकरपुर इलाके में 20 जून की सुबह हुई लूट के मामले में पुलिस ने कुल चार लुटेरों को गिरफ्तार किया है। लुटेरों के खुलासे से पुलिस भी हैरत में आ गई। दरअसल, वारदात के बाद पीड़ित बंधुओं ने पुलिस को बताया था कि उनकी कार में 40 लाख रुपए थे और लुटेरे केवल 15 लाख रुपए लेकर फरार हुए हैं।
वे 25 लाख रुपए कार में ही छोड़ गए थे, लेकिन हकीकत में लुटेरों ने तीन करोड़ रुपए से ज्यादा की रकम लूटी थी और पुलिस ने उनके पास से एक करोड़ 18 लाख की नगदी बरामद की है। इसके बाद, अब पुलिस अन्य लुटेरों की तलाश कर रही है।
पूर्वी जिला पुलिस उपायुक्त प्रभाकर ने बताया कि 20 जून की सुबह नौ बजे पीसीआर कॉल मिली थी कि रमेश पार्क सर्विस लाइन पर कार व बाइक सवार लुटेरों ने एक वैगन आर कार लूट ली है। पीड़ित भाइयों राजेश कुमार गोयल (28) व रवि कुमार गोयल(26) ने पुलिस को बताया कि वह लक्ष्मी नगर में रहते हैं। उनकी कार में दो बैग थे, जिनमें 15 व 25 लाख रुपए रखे थे। दोनों भाई अपने मामा की कंपनी अदिति इंफ्रा बिल्ड प्राइवेट लिमिटेड में नौकरी करते हैं और यह रकम भी कंपनी की थी।
बाद में पुलिस को कार गीता कालोनी में ही खड़ी मिल गई थी, जिसमें से एक बैग भी मिला, जिससे 25 लाख रुपए बरामद होना बताया गया। दोनों ने पुलिस को बताया कि काले रंग की ओमिनी वैन व पलसर मोटरसाइकिल पर सवार लगभग आधा दर्जन युवकों ने इनकी कार को ओवरटेक कर रोक लिया और कट्टे के बल पर इनकी कार लूटकर भाग गए।
पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की। इस मामले की जांच में क्राइम ब्रांच भी जुट गई और उसने एंटी रॉबरी शाखा ने जसप्रीत उर्फ बन्नी को गिरफ्तार किया। जांच में शकरपुर थाना पुलिस भी संयुक्त रूप से काम कर रही थी। शकरपुर थाना पुलिस ने जसप्रीत की निशानदेही पर उसके साथी गुरदेव उर्फ विक्की, फहीम व फकरू को भी गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने इन चारों के पास से एक करोड़ 18 लाख रुपए बरामद किए हैं। फहीम व फकरू बिजनौर के रहने वाले हैं। पूर्वी जिला पुलिस उपायुक्त ने बताया कि लूट की वारदात में पांच से ज्यादा लुटेरे शामिल थे। अब फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है। वहीं, पीड़ितों ने एफआईआर दर्ज कराने के अगले दिन बताया था कि लुटेरों ने तीन करोड़ रुपए से ज्यादा की रकम लूटी है, जिसके बाद एफआईआर में लूटी गई रकम की तब्दीली कर दी गई थी।

बल्लेबाज सावधान! आ गया आउट होने का 11वां तरीका



हांगकांग. क्रिकेट में अब क्षेत्ररक्षण कर रही टीम के पास किसी बल्लेबाज को आउट करने के लिए 11 तरीके उपलब्ध होंगे। अब तक बल्लेबाज 10 तरीकों से आउट होते थे लेकिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने  रन आउट के मामले में एक नए नियम को मंजूरी दी जिससे यह 11वां तरीका ईजाद हुआ।
आईसीसी ने यहां चल रहे अपने वार्षिक सम्मेलन में इस नए नियम को मंजूरी दी जिसके तहत अगर कोई बल्लेबाज रन लेने के दौरान जान बूझकर फील्डर की थ्रो के आड़े आएगा तो उसे रन आउट करार दिया जाएगा। इसे स्कोर बोर्ड में तो रन आउट ही लिखा जाएगा लेकिन यह आउट करने का 11वां तरीका होगा।
अब तक बल्लेबाज को 10 परंपरागत तरीकों बोल्ड, कैच आउट,स्टंप, एलबीडब्ल्यू, डबल हिट, टाइम आउट, हैंडल द बॉल, हिट विकेट, फील्ड में बाधा पहुंचाने और रन आउट के तहत आउट करार दिया जाता था। वैसे, देखें तो यह नया नियम फील्ड में बाधा पहुंचाने और रन आउट के नियमों का सम्मिश्रण है।
शॉट खेलने के बाद अगर बल्लेबाज फील्डर को कैच लेने या गेंद को फील्ड करने से रोकता है या इसमें किसी तरह की बाधा पहुंचाता है तो उसे फील्ड में बाधा पहुंचाने के नियम के तहत आउट करार दिया जाता है। अब नए नियम के अनुसार थ्रो करने वाले फील्डर की राह में भी बाधा पैदा करना भी आउट होने का सबब बनेगा।

सउदी अरब में ब्रेन डेड महिला ने बेटे को जन्म दिया


दुबई. अपनी तरह के एक दुर्लभ मामले में चार महीनों तक ब्रेन डेड रही एक 38 वर्षीय महिला ने बच्चे को जन्म दिया है। गर्भधारण के 28 हफ्ते और दो दिन बाद शिशु का जन्म हुआ है, जो स्वस्थ बताया जाता है। सऊदी अरब से प्रकाशित अखबार ‘गल्फ न्यूज’ के अनुसार पूर्वी प्रांत स्थित अल खोबर के साद स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल में ऑपरेशन के जरिए शिशु का जन्म हुआ।



अस्पताल के चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ. समेर कराह ने बताया कि महिला को 4 माह पहले अस्पताल लाया गया था। उस वक्त उसकी हालत बहुत नाजुक थी। उसे 11 हफ्तों का गर्भ था। उसे दवाइयां और खाना भी कृत्रिम रूप से दिया गया। महिला के ब्रेन डेड होने के बाद भी डॉक्टरों ने बच्चे को बचाने की कोशिशें जारी रखीं। बच्चे की बिगड़ती हालत के कारण उन्होंने सिजेरियन का निर्णय लिया। प्रसव के बाद की सभी जांचों में किसी भी प्रकार की विकृति नहीं पाई गई।



कैसे हुआ संभव शिशु का जन्म :



ब्रेन डेड व्यक्ति को कानूनी रूप से मृत माना जाता है। लेकिन ऐसी स्थिति में भी दिल की धड़कन चलती रहती है। महिला को वेंटिलेटर और अन्य उपकरणों की मदद से जीवित रखा गया। कृत्रिम रूप से खाना दिया गया। साथ ही बच्चे के विकास पर भी नजर रखी गई।



क्या होता है ‘ब्रेन डेड’:



दिमाग की कोशिकाओं का बाहरी कारणों से नष्ट हो जाना। इसकी वजह सदमा, संक्रमण या किसी प्रकार का जहर हो सकता है। इस स्थिति को वैज्ञानिक भाषा में नेक्रोसिस कहा जाता है। सामान्य रूप से भी कोशिकाएं नष्ट हो सकती हैं। इसके विपरीत एपोप्टोसिस में इनकी जगह नई कोशिकाएं ले लेती हैं। मरीज किसी भी प्रकार की प्रतिक्रिया नहीं देता। आंखों का झपकना बंद हो जाता है, सांसों की गति कम या न के बराबर हो जाती है।

पहला नहीं है मामला

वर्ष 2006 में रोम में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था जब एक हफ्ते से ब्रेन डेड मां ने दो माह प्रीमेच्योर बच्ची को जन्म दिया। वर्ष 2009 में अमेरिका के अर्लिगटन में भी 3 माह से ब्रेन डेड कैंसर ग्रस्त महिला ने स्वस्थ शिशु को जन्म दिया। इसके बाद उसकी मौत हो गई थी।

इसे पीने के पहले सोच लेना, यह जूस नहीं हो सकता है जहर!


हैदराबाद सावधान! लौकी का जूस आपकी मौत का कारण बन सकता है। यह खुलासा कुछ एक्सपर्ट कमेटी ने जांच के बाद किया है। सीएसआइआर के वैज्ञानिक और डिप्टी सेक्रेटरी सुशील कुमार सक्सेना की मौत की जांच यह सोचने को मजबूर करती है कहीं इनकी मौत लौकी के कड़वे जूस पीने से तो नहीं हुई है। इसी तरह की कई मौत से अभी परदा उठना बाकी है।

आइसीएमआर से सब्जियों विशेषकर लौकी के जूस की जांच के लिए एक कमेटी बनाई और उसकी मीटिंग रविवार को नई दिल्ली में हुई।

एक टेलीविजन प्रोग्राम के दौरान बाबा ने मधुमेह और कई बीमारियों से निजात के लिए लौकी के जूस का सेवन करने की सलाह दी जिसके आधार पर वैज्ञानिक सक्सेना ने भी जूस पीना शुरू कर दिया। साथ ही करेला का जूस भी पी लिया। इसके बाद उन्हे तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया जहां कोई इलाज होने से पहले ही इनकी मौत हो गई। इसी तरह ही दूसरी कई मौत भी हुई। कड़वे लौकी के जूस पीने से देश के कई हिस्सों से मौत की खबरें आने लगी। एक आइसीएमआर के वैज्ञानिक ने लौकी का कड़वा जूस नहीं पीने की सलाह दी है।

जो एक्सपर्ट कमेटी इसके लिए आईसीएमआर द्वारा बनाई गई थी वह सरकार को अपनी रिपोर्ट अगले महीने तक भेज देगी।

लौकी के जूस से लाभ या हानि पर रिर्सच करने वालों से भी सूचना एकत्रित किया जा रहा है। कमेटी के द्वारा रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद एक जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। लोगों को बताया जाएगा कि लौकी के कड़वे जूस से क्या हानि या कितना खतरनाक है?

एक आइसीएमआर के वैज्ञानिक के मुताबिक आगे भी लौकी के जूस पर रिसर्च चलता रहेगा। कुछ राष्ट्रीय लेबोरटरिज और विश्वविद्यालय भी आइसीएमआर की इसमे मदद कर रही हैं।

कई गुरू और आयुर्वेद के डॉक्टर लौकी के जूस की सलाह देते हैं। यह अक्सर सलाह दी जाती है कि लौकी के जूस से डायवटिज नियंत्रित रहता है।

प्रोफेसर ने दक्षिणा में मांगा 'किस', पॉर्न फोटो लड़की के घर भेजा


जयपुर. सीकर के बाद अब राजस्थान यूनिवर्सिटी में भी ‘सेक्स ब्लैकमेलिंग’ का सनसनीखेज मामला सामने आया है। फिजिक्स डिपार्टमेंट की एक शोध छात्रा ने दो सहायक प्रोफेसरों के खिलाफ अस्मत मांगने तथा यौन शोषण के प्रयास का मामला दर्ज कराया है।
गांधीनगर थाना पुलिस ने मंगलवार दिनभर पूछताछ के बाद मुख्य आरोपी सहायक प्रोफसेर ऋषि कुमार (आरके) सिंघल को देर रात गिरफ्तार कर लिया। दूसरे सहायक प्रोफेसर एसएन डोलिया की भूमिका के मामले की पुलिस जांच कर रही है। हालांकि राजस्थान यूनिवर्सिटी प्रशासन ने पीड़िता की शिकायत पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की। डीसीपी जयपुर शहर (पूर्व) महेन्द्र सिंह ने बताया कि बयाना निवासी शोध छात्रा ने अपनी शिकायत में बताया कि वह प्रोफेसर सिंघल के मार्गदर्शन में पीएचडी कर रही है।
फरवरी में जब वह लैब में गई तो प्रोफेसर अकेले मिले। उन्होंने पीचएडी पूरी होने की बधाई दी तथा कहा कि अब मिठाई तो खिला दो। छात्रा ने मिठाई लाने की बात कही तो सिंघल ने कहा कि उनके लिए तो चुंबन ही मिठाई है। इसका विरोध करते हुए छात्रा घर चली गई और करीब चार दिन बाद वापस आई तो लैब में सिंघल ने फिर कहा कि किस देना ही उसकी दक्षिणा है।
पोर्न फोटो बनाकर छात्रा के घर भेजा: पीड़िता का आरोप है कि जब वह बार बार विरोध करती रही तो सिंघल ने कई बार उसे ब्लैकमेल करने का प्रयास किया। सिंघल की नीयत इस कदर बिगड़ गई कि बदनाम करने के लिए उसके चेहरे के साथ पोर्न फोटो नेट से तैयार कर उसके घर तथा नई नौकरी वाले कार्यालय में पोस्ट कर दिया। इसके बाद ही घरवालों को इस सारे मामले का पता चला। छात्रा ने जब शिकायत करने की धमकी दी तो सिंघल ने छात्रा की एक फोटो खुद के घर भी पोस्ट करवा दी ताकि कोई शक न करे।
छात्रा ने दो बार की विश्वविद्यालय में शिकायत: छात्रा ने इस मामले में दो बार विश्वविद्यालय प्रशासन से लिखित में शिकायत की, लेकिन उसको दबा दिया गया। इसके उलट सहायक प्रोफेसर को जरूर बता दिया कि उनके खिलाफ छात्रा ने शिकायत की है। बचाव में सिंघल ने भी छात्रा पर ब्लैकमेल करने का आरोप लगा कर विश्वविद्यालय में सफाई पेश कर दी थी।
राजीनामा का बनाया दबाव: इस दौरान सिंघल ने इटली जाने से पहले अपने एक अन्य साथी सहायक प्रोफेसर को छात्रा तथा उसके बीच राजीनामा करवाने के लिए कहा, लेकिन छात्रा ने इनकार कर दिया।

पहले तकरार और बाद में घड़ियाल-कछुआ बन गए गहरे यार



जयपुर. उत्तर भारत के कैप्टिव क्षेत्र के सबसे बड़े घड़ियाल प्रजनन केंद्र जयपुर जू में दस दिन पहले जन्मे 12 घड़ियालों को तालाब से नर्सरी में शिफ्ट किया गया। मंगलवार को डेढ़ घंटे चली इस प्रक्रिया के दौरान तालाब को आधे से अधिक खाली किया गया। जिस वक्त बच्चों को शिफ्ट किया जा रहा था, मादा घड़ियाल बहुत उदास थी।
तभी..तालाब का ही साथी कछुआ पास आकर बैठ गया। कछुए ने अपनी हरकतों से घड़ियाल का ध्यान खींचा तो घड़ियाल ने मुंह तले दबा लिया। कुछआ खोल में घुस गया। काफी देर जोर-झपटी के बीच घड़ियाल ने कछुए को अपने बच्चों-सा दुलार दिया। उसे कीचड़ में लोटपोट कर अपने सुरक्षा घेरे में ले लिया और उसे अपनी पीठ की सैर भी कराई।
तभी..घड़ियाल का ध्यान फिर बच्चों की ओर गया। कछुआ उससे सटकर बैठा..दोनों काफी देर तक एकदक नर्सरी की ओर देखते रहे। पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ.अरविंद माथुर के मुताबिक सभी बच्चों की लंबाई 30 से 43 सेंटीमीटर और वजन 100 से 110 ग्राम है। सभी बच्चे स्वस्थ हैं।

 

 

 

 

 

Eat more nuts and fruit to 'help weight loss'


Eating larger portions of healthy food is more important than dieting when it comes to staying slim, say scientists.

The US team found people who increased their intake of more high-fibre food like nuts, fruit, yoghurt and vegetables actually lost weight.

The Harvard School of Public Health researchers believe consumption of these products left less room for fatty foods.

The study of 120,000 people appeared in the New England Journal of Medicine.

The participants were monitored over 20 years.

Unsurprisingly, the food linked to the greatest amount of weight gain was chips. An extra daily portion led to an increase in weight of over 3lbs in four years.

Similar results were seen among people who consumed extra portions of crisps, sugary drinks and meats.
Go nuts

However, there was less weight gain as time went on among people who ate more of certain foods, such as yoghurt, vegetables, fruits and whole grains.

For example, an extra helping of yoghurt led to a fall in weight of 0.37 kilos (0.82lbs) and for vegetables it was 0.1 kilos (0.22lbs).

Dariush Mozaffarian, associate professor at Harvard and lead author of the study, said the fibre content of these foods could explain their effect.

"Their inverse associations with weight gain suggest that the increase in their consumption reduced the intake of other foods to a greater (caloric) extent, decreasing the overall amount of energy consumed.

"Higher fibre content and slower digestion of these foods would augment satiety, and their increased consumption would also displace other, more highly processed foods in the diet."

Google+ challenges Facebook in social network battle


Online search giant Google has launched a new social networking website in its latest attempt to take on Facebook, which now claims more than 500m users.
Google+ allows individuals to share photos, messages and comments but also integrates the company's maps and images into the service.
It also aims to help users easily organise contacts within groups.
But some analysts say Google has simply reproduced features of Facebook while adding a video chat function.
Google, which handles roughly two out of every three internet searches in the US, has taken several stabs at Facebook in recent years.
But its previous efforts ended in failure, with both Google Wave and Google Buzz proving unpopular with users.
New functions The company is now boasting that four features in Google+ could help make the company a permanent player in social networking:
  • Circles - a functionality that allows individuals to place friends into groups, allowing users to share different forms of content with targeted clusters of friends
  • Hangouts - live multi-user video conferencing that permits friends to drop in and out of live group conversations
  • Huddle - group instant messaging
  • Sparks - a feature that connects individuals on the network to others with common interests.
The current version of Google+ has only been released to a small number of users, but the company has said it soon hopes to make the social network available to the millions of individuals that use its services each day.
"Online sharing needs a serious re-think, so it's time we got started," Vic Gundotra, senior vice president of engineering at Google, said in a press release.
"Other social networking tools make selective sharing within small groups difficult," she added, taking what appears to be a jab at Facebook's recent grouping function.
But some analysts have said Google could have a difficult time converting Facebook devotees to their new social network.
"People have their social circles on Facebook - asking them to create another social circle is challenging," Debra Aho Williamson, principal analyst with research firm eMarketer, told the Associated Press news agency.
"The whole idea of a Google social network... they've been throwing stuff against the wall for several years and so forth nothing has stuck," she added.
In April, Google reached an out-of-court settlement with a US policy group over its rollout out Google Buzz, a previous social effort.
The legal action claimed Google deceived users and violated its own privacy policy by automatically enrolling all Gmail users in its Buzz social network without seeking prior permission.

Greece crisis: MPs set to vote on austerity package


Greek politicians are to vote later on austerity measures that have sparked nationwide strikes and the worst rioting in Athens for more than year.
PM George Papandreou has said that only his 28bn-euro (£25bn) austerity plan will get Greece back on its feet.
If the package is not approved, Greece could run out of money within weeks.
Greek officials say 46 people were injured in the capital on Tuesday, including 37 policemen, after an anti-cuts rally turned violent.
Police used tear gas against groups of youths in the streets around parliament, and arrested at least 14 people.
The roads of the capital were left strewn with broken paving stones and other debris after the first day of a 48-hour general strike against the planned austerity measures.
Default fears Greece's austerity package and its implementation law must be passed in separate votes later on Wednesday and on Thursday for the next instalment of the country's 110bn-euro bail-out to be released by the EU and IMF.
If passed, European officials will also start to finalise the details of a second bail-out - worth an estimated 120bn euros - designed to help Greece pay its debts until the end of 2014.

“Start Quote

[Greece's] destiny is at stake”
Christine Lagarde New IMF chief
The impact of the Greek vote would be felt worldwide, EU President Herman Van Rompuy said on Tuesday.
A Greek government defeat would send ripples of anxiety right across the eurozone, with Greece facing the prospect next month of becoming the first member state to default on its debts, says the BBC's Chris Morris in Athens.
Late on Tuesday, the newly-named IMF chief, Christine Lagarde, urged Greek politicians to unite to avoid a debt default, saying: "The country's destiny is at stake.
"If I have a message this evening about Greece, it is a call to the Greek opposition... to join in national unity with the party which is currently in power."
Vans torched Thousands of protesters marched through Athens' traffic-free centre on Tuesday as public transport ground to a halt during the general strike.
Amid plumes of smoke and tear gas, anarchist rioters - some wearing gas masks - threw petrol bombs and bits of stone chipped from buildings as well as torching two communications vans.

Greece: Crucial dates

  • June 29: Greek parliament to vote on a new austerity package
  • July 3: Eurozone deadline. EU will sign off latest bail-out payment to Greece - 12bn euros - if austerity package has passed
  • July 15: Default deadline: Without the 12bn euros it needs to make debt repayments, Greece will default
One man was reportedly stabbed as fighting broke out between rival groups of protesters; some trade unionists tried to persuade anarchists to leave the square, saying their violent protests were only harming the demonstrators' cause.
More than 5,000 police officers were deployed to control the protests.
The strike halted most public services, closed banks and saw hospitals operating on skeleton staff while many flights, trains, buses and ferries were cancelled. Protesters blockaded the port of Piraeus, near Athens, which links most Greek islands with the mainland.
The unions are angry that the government's austerity programme will impose taxes on those earning the minimum wage, following months of other cuts which have seen unemployment rise to more than 16%.
Polls suggest that as many as 80% of Greeks oppose the austerity measures.

What went wrong in Greece?


An old drachma note and a euro note
Greece's economic reforms, which led to it abandoning the drachma as its currency in favour of the euro in 2002, made it easier for the country to borrow money.
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Recently appointed Finance Minister Evangelos Venizelos acknowledged that the cuts were "unfair", but said they were absolutely necessary, and called on all MPs to back them.
But the main opposition leader, Antonis Samaras of the New Democracy party, said the thinking behind the austerity package was flawed and that tax rates should be lowered rather than raised in order to stimulate the economy.
Mr Papandreou faces opposition from within the governing Panhellenic Socialist Movement (Pasok), with two MPs saying they may oppose the bill.
The party has a slim majority, with 155 seats out of 300 in parliament.
Are you in Greece? What do you expect the outcome of the vote to be? Please send us your comments using the form below.

Kabul hotel attack: Nato helicopters kill Taliban



Isaf's Major Tim James: "The Afghan national security forces have responded incredibly well"
Nato helicopters have been called in to strike militants on the roof of a hotel in the Afghan capital, Kabul, that was attacked by suicide bombers and gunmen.
Two helicopters shot dead three attackers at the Intercontinental Hotel during an overnight clash that lasted nearly five hours.
Three other attackers and at least 10 civilians, reportedly all Afghans, were killed in the assault.
The hotel is popular with Westerners, although all guests are reported safe.
A spokesman for the Taliban said the insurgent group had carried out the attack.
Smoke and flames could be seen coming from the hotel as the sun rose over Kabul.

At the scene

One guest who was caught up in the attack told the BBC he had experienced the most difficult hours of his life.
Another guest described a scene of chaos and panic, with everyone running in fear. There had been a wedding party at the hotel, as well as a meeting of some provincial governors.
The fighting took place in darkness as electricity was cut to the hotel and surrounding area. The interior minister said this had been done intentionally, as Afghan security forces were using night-vision equipment.
Afghan security officials said at least six militants had stormed the building, and all had been killed.
Interior ministry spokesman Siddiq Siddiqi told AFP that all the non-militants killed were Afghans, and that eight other people had been wounded.
'Panic' The attack began while many guests were in the dining room late on Tuesday.
Afghan officials told the BBC that one suicide bomber had blown himself up at the front of the hotel and another on the second floor.
Witnesses said panic broke out as guests fled for safety. Afghan troops and police sealed off the building and cut the power, using flares to light the area.
Intense gunfire was heard coming from the hotel and some explosions could be heard up to 5km away, said the BBC's Bilal Sarwary in Kabul.
Afghan police said one militant was shot dead as security forces fought their way through.
Three attackers managed to reach the roof and Afghan officials then asked the Nato-led International Security Assistance Force (Isaf) for assistance, security sources told the BBC.
Isaf spokesman Major Tim James said those killed on the roof by Nato helicopters appeared to have been wearing suicide vests.
"We've had reports that there were a number of explosions caused either by the insurgents detonating themselves or the engagement by the helicopter causing [suicide vests] to explode," he told AFP news agency.
An Afghan official said the attackers had hand-grenades, rocket-propelled grenades and AK-47s.
Officials said a meeting of provincial governors taking place at the hotel might have been the target of the attack.
The attack also came the night before the start of a conference about the transition of responsibility for security from Isaf to Afghan security forces.
Correspondents say the Intercontinental is one of Kabul's most heavily guarded hotels.
The US state department condemned the attack, saying it demonstrated "the terrorists' complete disregard for human life".
Kabul has been relatively stable in recent months, although violence has increased across the country since the killing of Osama Bin Laden in Pakistan on 2 May, and the start of the Taliban's "spring offensive".
In January 2008, militants stormed the capital's most popular luxury hotel, the Serena, and killed eight people, including an American, a Norwegian and a Philippine woman.
Are you in Kabul? Are you at the Intercontinental Hotel or in the vicinity? Send us your comments and experiences using the form below. Please be sure to include your phone number.

Tuesday, June 28, 2011

सच में घटी ऐसी दास्तान जिसने फिल्म को भी दे दी मात



बीजिंग. ये किसी फिल्म की कहानी नहीं बल्कि हकीकत में हुई ऐसी दास्तान है जो किसी भी फ़िल्मी कहानी को मात दे सकती है. एक 16 साल का लड़का मरने को तैयार था. उसने इसकी पूरी तैयारी कर ली थी लेकिन आखिरी मौके पर एक लड़की उसके लिए फरिस्ता बन कर आई उसका जीवन बचा लिया. उसने न तो कोई जादू की छड़ी चलाई और न ही कोई करिश्मा किया. बस एक किस ने उस लड़के के फैसले को बदल दिया.
16 वर्षीय लिऊ वेनजिउ रास्ते से गुजर रही थी कि उसने लोगों की भीड़ को देखा. पास जाने पर पता चला कि एक 11 वर्षीय लड़का अपने हाथ में चाकू लिए कूद कर जान देने की धमकी दे रहा है. होटल में वेटर का काम करने वाली लिऊ ने देखा कि लोग सिर्फ उसकी ओर देख रहे थे. कोई भी मदद के लिए आगे बढ़ने को तैयार नहीं था. लड़का छत की रेलिंग से बहार आ चुका था और वह मौत से सिर्फ एक कदम की दूरी पर था. लिऊ ने लड़के के पास जाने की तरकीब निकाली और पुलिस को बताया कि वह लड़के की गर्लफ्रैंड है वही इस फसाद कि जड़ है.
लोकल टी वी चैनल के मुताबिक लड़के की मां मर चुकी है और उसकी सौतेली मां ने पहले तो उसे काफी परेशान किया और एक दिन अचानक उसके पिता का सारा पैसा लेकर फरार हो गई. पेट भरने के लिए बाप-बेटे ने मिलकर काफी मेहनत की बावजूद इसके कोई भी उसे प्यार नहीं करता न ही कोई उस पर विश्वास करता है. इसीलिए उसने फैसला किया कि ऐसी जिंदगी से तो मर जाना ही बेहतर है. जिस दौरान वह ये सब लड़की को बता रहा था लड़की रोए जा रही थी.
दरअसल लिऊ का जीवन भी कुछ ऐसा ही था. बचपन में उसके मां-बाप चल बसे थे और उसे अपनी बड़ी बहन जो गूंगी-बहरी थी की देखभाल के लिए बचपन में ही पढ़ाई छोड़ कर नौकरी करनी पड़ी. हालाँकि इस दौरान उसने भी कई बार आत्महत्या करने की सोची लेकिन, वो बच गई. जिस दौरान वो ये कहानी लड़के को सुना रही थी पुलिस उसके काफी करीब पहुँच गई. फिर अचानक ही उसने लड़के को पकड़ कर चूम लिया. इतनी देर में पुलिस ने उसके हाथ से चाकू छुड़ा लिया और उसे पकड़ने में कामयाब हो गई.

खुशखबरीः अब भारत में सस्ता हो गया आईफोन



नई दिल्लीः जी हां, दुनिया में सबसे ज्यादा बिकने वाला स्मार्टफोन आईफोन अब भारत में बेहद सस्ता हो गया है। अमेरिकी कंपनी ऐप्पल टेक्नोलॉजीज का यह उत्पाद अब बड़े पैमाने पर मिलने लगा है। ऐप्पल ने भारत में एयरटेल और एयरसेल के माध्यम से आईफोन4 बेचना शुरू किया है।
लेकिन उसका आईफोन3 अब भारत में बेहद सस्ता हो गया है। हालांकि भारत में ऐप्पल के इस फोन का अधिकृत होलसेलर नहीं है लेकिन कंपनी अपना यह स्मार्टफोन भारत भेज रही है।इस समय दिल्ली में आईफोन3 लगभग 19,000 रुपए में मिल जाता है जबकि आईफोन4 35,000 रुपए में बिक रहा है।
दोनों के दाम में इतना अंतर है कि लोग आईफोन3 को ही तरज़ीह दे रहे हैं। यह फोन 3जी सेवा के लिए उपयुक्त है और इसमें 8जीबी स्टोरेज क्षमता है। इस फोन में खूबियां बहुत कम हैं लेकिन इसे समझने के बाद इसका इस्तेमाल आसान है।

इसमें आईट्यून के जरिये काफी कुछ डाउनलोड किया जा सकता है।आम भारतीयों के लिए यह फोन शुरू में थोड़ा परेशानी वाला हो सकता है लेकिन एक बार इसका सही उपयोग जान जाने के बाद यह काफी यूजर फ्रेंडली है और इससे काफी फायदा उठाया जा सकता है। 

'वो' डराता रहा और डेढ़ साल तक भागती रहीं बहनें



जोधपुर। माता-पिता को बचपन में खो चुकी दो बहनें डेढ़ साल तक भटकती रहीं। एक युवक का आतंक इस कदर था कि वह घर में घुसकर मारपीट करता। बूढ़ी दादी को भी जान से मार देने की धमकियां देता। युवक की नजर इस मकान पर है। साथ ही वह इनमें बड़ी बहन से शादी के लिए दबाव भी डालता। आखिरकार युवतियों ने जोधपुर छोड़ दिया, यही सोचकर कि दादी तो चैन से रह पाएंगी।
डेढ़ साल बाद दोनों बहनें 24 जून को मरुधर एक्सप्रेस से जोधपुर पहुंची। युवक का खौफ इस कदर था कि स्टेशन पर उतरते ही फोन आ गया कि घर नहीं आएं। वह घर के बाहर ही घूम रहा है। तब दोनों ने शुक्रवार-शनिवार की रात स्टेशन पर गुजारी। सुबह प्लेटफार्म पर लोगों ने यह दास्तां सुनी तो डीबी स्टार टीम को सूचना दी। इस सूचना पर टीम ने पड़ताल की।
पता चला कि यूआईटी ऑफिस, पोकरण हाउस के पास रहने वाली 18 वर्षीय अनिता और 16 वर्षीय किरण की मां बचपन में ही गुजर गई थी। पिता भी दो साल पहले चल बसे। परिवार में अब दादी और सौतेली मां है। उदयमंदिर आसन निवासी हसमुद्दीन इनके घर आने-जाने लगा। वह अनिता पर शादी का दबाव बनाने लगा। किरण और और दादी से भी मारपीट करता और मकान खाली करने की धमकियां देता।
टीम शनिवार सुबह उन्हें लेकर जीआरपी थाने पहुंची। साथ ही टीम ने मानवाधिकार आयोग की पूर्व काउंसलर मनोरमा शर्मा को भी इतल्ला दी। मनोरमा भी जीआरपी थाने पहुंची। यहां एसएचओ अनिल पुरोहित को युवतियों ने अपनी दास्तां सुनाई।
कार्रवाई के निर्देश दिएजीआरपी थाने पर रिपोर्ट लेकर एसएचओ पुरोहित ने इन्हें थाने के वाहन से ही महिला थाने भिजवाया। यहां पर विकल्प संस्थान की रेहाना खान और सामाजिक कार्यकर्ता मनोरमा शर्मा के साथ अनिता व किरण को डीसीपी राजेश मीणा के पास ले जाया गया। मीणा ने रातानाडा थाने के एसएचओ को मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इस पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
दो महीने पहले भी आईं थींअनिता और किरण 24 जून की शाम मरुधर एक्सप्रेस से जोधपुर पहुंची थीं। इनके आने से पहले ही सूचना घर पर पहुंच चुकी थी। तब फोन पर ही घर आने से मना कर दिया। ये रातभर प्लेटफॉर्म पर भटकती रहीं। दोनों अप्रैल के आखिरी सप्ताह में यह सोचकर जोधपुर आई थीं कि अब तो हसमुद्दीन का आना बंद हुआ होगा? अगले ही दिन हसमुद्दीन कुछ गुंडों के साथ आ धमका। वह अनिता पर शादी का दबाव डालने लगा। तब इन्होंने पुलिस का सहयोग लेना चाहा। वे रातानाडा थाने पहुंचीं तो मुंशी ने उनकी एक नहीं सुनी। उलटे उनका लिखा पर्चा ही फाड़ दिया। मजबूरन ये फिर लखनऊ चली गईं।
पुलिस की निगरानी में घररातानाडा पुलिस ने दोनों को इनके घर पहुंचा दिया है। महिला थाना इनके घर के पास ही है। रातानाडा थानाधिकारी राजूराम ने इन्हें अपने मोबाइल नंबर दिए हैं। हसमुद्दीन की ओर से कोई परेशानी होने पर उन्होंने तुरंत मोबाइल पर सूचित करने को कहा। साथ ही आश्वस्त किया कि वे बेखौफ होकर रहें। उन्हें किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होगी। रविवार और सोमवार को सुबह-शाम महिला थाने से पुलिसकर्मी व दोनों सामाजिक कार्यकर्ता इनके घर गईं थीं। इन्होंने भी आश्वस्त किया है कि किसी तरह की परेशानी होते ही उन्हें सूचित करें। हालांकि हसमुद्दीन अभी पुलिस गिरफ्त से दूर है।
कैसे मिलती है आने की सूचना?24 जून की शाम अनिता किरण के साथ लखनऊ से जोधपुर आई। इस बार तो इनके घर पहुंचने से पहले ही हसमुद्दीन दोस्तों के साथ उसके घर पहुंच गया। इनके आने की सूचना उस तक कैसे पहुंची? घर में अभी इनकी 85 वर्षीय दादी और सौतेली मां रहती हैं। दादी दोनों बहनों को प्रेम से रखती है। वह अपनी पेंशन से इनका भी गुजारा कर रही थी। ऐसे में हसमुद्दीन तक सूचना पहुंचना एक रहस्य है।

इस हंसते चेहरे को देखकर आपके घर में आएगा पैसा ही पैसा


घर में धन, सुख और समृद्धि बढ़ाने के लिए फेंगशुई में कई सटीक उपाय दिए गए हैं। जिन्हें अपनाने से निश्चित ही सकारात्मक परिणाम प्राप्त होते हैं। मूलत: फेंगशुई चीनी वास्तुशास्त्र को कहा जाता है लेकिन इनके फायदों को देखते हुए भारत में भी इसका प्रचलन काफी बढ़ गया है।

फेंगशुई के अनुसार लॉफिंग बुद्धा की मूर्ति आज के इस युग में सुख का पर्याय मानी गई है। इस मूर्ति को अधिकतर घर में मुख्यद्वार के सामने लॉबी या बैठक कक्ष में रखी जा सकती है।

- मूर्ति का मुंह हमेशा मुख्यद्वार के सामने होना चाहिए और कुछ ऊंचाई वाले स्थान पर ऐसे स्थापित करें कि यह प्रवेश करते ही दिखाई दें।

- यह सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक होती है। उसका हंसता हुआ चेहरा ऊर्जा का प्रतीक है।

गद्दाफी के लिए कुछ भी कर सकतीं हैं ये 'कातिल' हसीनाएं



त्रिपोली. लीबिया में कई महीनों से जारी पश्चिमी देशों के हमलों के बीच कर्नल गद्दाफी और पश्चिमी देशों के बीच लुकाछिपी का खेल अब भी जारी है। वहीं लीबिया के शहर त्रिपोली में वुमंस फोरम में हिस्सा लेने पहुंचीं महिला सैन्य अधिकारी अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार गद्दाफी महिला सुरक्षा गार्डों के साथ एक गुप्त बंकर में छुप गए हैं।बताया जाता है कि लीबिया में मुअम्मर गद्दाफी को इन महिला सैनिकों का बड़ा सहयोग प्राप्त है। इन्हें गद्दाफी की ताकत के रूप में भी जाना जाता है।
गौरतलब है कि गद्दाफी अपनी सुरक्षा में 'कुंवारी' महिला बॉडी गार्ड्स को ही रखते हैं।गद्दाफी की सुरक्षा में लगी यह महिला कमांडो चैड, नाइजर और पूर्वी यूरोप देशों की हैं जो चौबीसोंघंटे गद्दाफी की सुरक्षा में मुस्तैद रहती हैं।

भारत ने माना- चीन बड़ा खतरा, जवाब देने की तैयारी बढ़ाई


नई दिल्‍ली. रक्षा मंत्रालय ने चेतावनी दी है कि पाकिस्‍तान नहीं बल्कि चीन भारत के सामने सबसे बड़ा खतरा है। मंत्रालय ने अपनी सेना के तीनों अंगों के लिए आगामी 15 सालों के तैयार की गई योजना में इसका खुलासा किया है।
रक्षा मंत्रालय ने सेना के तीनों अंगों के लिए एक एकीकृत प्लान तैयार किया है, जो 2010 से 2027 तक के लिए होगा। इस योजना के अनुसार अब भारत के तेवर भी चीन की ही तरह आक्रमक होंगे।  प्लान के अनुसार 2012 तक भारत पहाड़ों पर युद्ध करने के विशेषज्ञ 90,000 जवानों की फौज तैयार कर लेगा। यह माउंटेन स्ट्राइक कार्प्स लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश में तैनात किए जाएंगे और न केवल बचाव के लिए तैयार होंगे बल्कि आक्रामक तेवर भी अख्तियार किए होंगे। इन्हें पहाड़ॉं पर लड़ने के लिए पुख्ता ट्रेनिंग के अलावा पूरे संसाधन दिए जाएंगे। योजना की शुरुआत में चीन की सीमा से लगे पहाड़ों पर बनाई जा रही सड़कों के निर्माण में तेजी लाई जा रही है। सेना का मानना है कि यह काम प्राथमिकता के आधार पर पूरा होना चाहिए।
भारत अब लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश में चीन से लगी सीमा पर बनी अपनी हवाई पट्टियों को भी आधुनिक संसाधनों से लैस कर रहा है। इनका सुधार के अलावा व्यापक उन्नयन भी किया जा रहा है। इनमें पट्टियों में करीब आठ एडवांस लैंडिंग ग्राउंड्स भी हैं। लाईन
ऑफ कंट्रोल से बमुश्किल 25 किलोमीटर दूर म्योमा एयर बेस पर एसयू-30 युद्दक विमान तैनात किए जा रहे हैं।
उंचाईयों पर रहने वाले जवानों के रहने के लिए भी स्थितियों में सुधार किया जा रहा है। सेना करीब 5,000 विशेष तौर पर डिजाइन किए गए शेल्टर तैयार कर रहा है, जिनमें काफी कम तापमान में भी सामान्य तापमान ही रहता है। इन उंचाईयों पर तापमान शून्य से 40 डिग्री नीचे तक चला जाता है।  भविष्य में सेना लद्दाख में काफी हल्के होवित्जर और दूसरे हल्के टैंक तैनात करने की योजना बना रहा है, ताकि जरुरत पड़ने पर जवाबी कार्रवाई त्वरित हो सके।
इस प्लान के अनुसार भारतीय नौसेना को भी भविष्य के लिए अत्याधुनिक संसाधनों से लैस किया जा रहा है। रडार की किरणों से बच निकलने वाले युद्धक जहाज, पनडुब्बी औऱ लंबी दूरी तक नजर रखने वाले ड्रोन भी तैनात किए जा रहे हैं।  नौसेना अंडमान और निकोबार में भी अपनी स्थिति काफी मजबूत कर रही है। इससे दक्षिण पूर्वी एशिया, खासकर मलाका स्ट्रेट्स क्षेत्र पर नजर रखने में मदद मिलेगी। भारत कुछ सालों में 8,000 किलोमीटर दूरी तक मार करने वाली मिसाइल भी तैयार कर लेगा।
अरुणाचल प्रदेश ने हाल ही में केंद्र सरकार को चेतावनी दी थी कि चीन लगातार भारतीय सीमा में घुसपैठ कर रहा है और इन परिस्थितियों में कारगिल जैसी स्थितियां भी पैदा हो सकती हैं।
आपका मत
क्या वाकई पाकिस्तान के मुकाबले भारत को चीन से ज्यादा खतरा है? भारत ने हालांकि चीन की सीमा पर पुख्ता संसाधन जुटाने का काम शुरु कर दिया है, लेकिन क्या हमें देर नहीं हो गई है? चीन भारत के मुकाबले काफी दिनों से तैयारियां कर रहा है और इसके मद्देनजर क्या भारत को काफी तेज गति से तैयारियां नहीं करना चाहिए? इन सभी मुद्दों पर आप भी दे सकते हैं अपना मत। लेकिन किसी भी आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए पाठक स्वयं जिम्मेदार होंगे।
 

बिल गेट्स, स्लिम को धूल चटा आगे निकल जाएगी यह महिला !


दुनिया में सबसे अमीर शख्स के तौर पर अब एक नया नाम सामने आने वाला है। खबर है कि ऑस्ट्रेलियाई लौह-अयस्क कंपनी हैनकॉक प्रॉस्पेक्टिंग की प्रमुख गिना रिनेहार्ट, मेक्सिको के कार्लोस स्लीम को पछाड़ने की तैयारी में हैं। स्लीम 46 अरब पाउंड और माइक्रोसॉफ्ट के अध्यक्ष बिल गेट्स 35 अरब पाउंड के मालिक हैं। वहीं पिछले साल गिना रिनेहार्ट की संपत्ति दोगुनी हो कर 6.8 अरब पाउंड हो गई है।

जाने माने फाइनेंशियल ग्रुप 'सिटी ग्रुप' ने 57 साल की गिना को लेकर यह अनुमान जाहिर किया है कि अमीरी के मामले में जल्दी ही वो सबको पीछे छोड़ देंगी।

आपको बता दें कि गिना रिनेहार्ट फिलहाल ऑस्ट्रेलिया की सबसे बड़ी धनकुबेर हैं।और उनकी कंपनी तीन नई कोयला परियोजनाओं और एक लौह-अयस्क परियोजना का विकास कर रही हैं। इस काम के पूरा होते ही वे  स्लीम और गेट्स को पछाड़ देंगी, क्योंकि उनकी कंपनियों में कोई शेयर धारक नहीं हैं, वह खुद ही पूरी परियोजना की मालिक हैं। 

 

Monday, June 27, 2011

Government does not want to see me alive: Ramdev




New Delhi, June 26 (IANS) Three weeks after he was bundled out, yoga guru Baba Ramdev Sunday returned to the capital to visit a woman who was critically injured in the crackdown on his agitation against corruption and accused police of a conspiracy to kill him. He also asserted that if any black money was found on him, it could be declared national property.
In new allegations that are sure to spark much outrage, Ramdev said that the police not only resorted to brutality, but also tried to rape and molest women during the post-midnight crackdown on protesters June 4.

This was the first visit by Ramdev, who heads the Haridwar-based Pantanjali Yog Peeth, to Delhi since the crackdown on his followers during his fast against corruption at the Ramlila Ground.

The visit also came amid the persisting standoff between the government and civil society activists over the Lokpal bill, with Ramdev, who fasted earlier this month against mounting corruption in the country, reiterating his charges against the government for not doing much against back money stashed abroad.

Profusely thanking his supporters at a press conference, Ramdev, blazing with anger, stressed that the entire world saw the injustice done to women and children at the crackdown and charged that police did not come to arrest him June 4, but to kill him.

He said he had come to Delhi on the eve of the 36th anniversary of the imposition of emergency and asserted that the situation 'was very much similar to the emergency'.

'At Ramlila Maidan, the police did not come to arrest me, they wanted to kill me. I won't give any evidence right now, because the case is pending with the Supreme Court,' said Ramdev.

He added that police attacked his supporters when they tried to extinguish the fire which started on the stage. 'The attempt to set the stage on fire was again an attempt to kill me. They attacked my supporters who were trying to extinguish the fire.'

Ramdev also lashed out at the way the government reacted to his protest, saying that if they suspected that he was doing something illegal, then why did four ministers go to the airport to meet him when he arrived and why did Prime Minister Manmohan Singh and Finance Minister Pranab Mukherjee write letters to him.

'Government doesn't wants to see Ramdev alive. If it's a mistake, then we'll commit such mistakes many times,' he thundered.

With the government trying to expose him over his thriving yoga business, Ramdev asserted that he was innocent. 'If the government finds any black money with me, they can declare it national property,' he said.

He dared the government to come clean on the issue of black money. 'If its not their money, then I ask, why are they afraid of declaring it as national property. I have uploaded all the details of our account in the website. Government should do the same,' he said.

After reaching Delhi, Ramdev rushed to G.B. Pant Hospital where the 51-yar-old Rajbala was being treated and invoked her condition as the government's tactic of repression against those protesting corruption and black money.

Rajbala suffered spinal injuries in the June 4 police crackdown.

'Bhrastachaar and atyachar' (corruption and cruelty) was the new rallying cry of Ramdev, who said that his 'fight was not illegal' and asserted that and 'nobody can silence' him.

'Behen Rajbala is in very critical condition. Only a miracle can save her once the ventilator is removed,' he said. If she lives, she won't be able to walk again,' he said.

'This government is not only corrupt but also cruel. If I had not asked the people to stay calm, there would have been a pool of dead bodies,' he added.

Ramdev also alleged that there were attempts at rape during the midnight crackdown. 'There was attempt to rape the women and molestation... human rights were violated. 'We will give the proof related to this when the time comes,' he said.

Rejecting the charges of being the face of communal forces - an allegation made by some Congress leaders - he said it was a smear campaign. 'I am not the face of any party or organisation, I am not communal, I am only the face of billions of Indians,' he said.

He was asked to leave Delhi and banned from entering the city for 15 days. Ramdev continued his fast in Haridwar and Dehradun till June 12.

Delhi Police has in an FIR on the Ramlila Maidan incident, cited 'provocative' speeches made by religious and political leaders, including Baba Ramdev and Sadhvi Ritambara, as the main reason for canceling permission for the yoga guru's protest at Ramlila Maidan.

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Electronic Arts website hacked


NEW YORK: Cyber hackers have breached an Electronic Arts Inc website and may have taken user information such as birth dates, phone numbers and mailing addresses, the company said on its website.

Electronic Arts is the latest victim in a spate of global cyber attacks waged against video game companies. Last week, Sega Sammy Holdings Inc reported that user information had been stolen from 1.3 million customers, while Sony Corp is still grappling with the massive breach that compromised the data of more than 100 million of its video game users in April.

Electronic Arts was not immediately available for comment on Friday. No hacker group immediately claimed responsibility for the attack.

The video game publisher posted a set of questions and answers on its website addressing the attack, which hit a server for EA's Bioware studio in Edmonton, Canada. The hacked website was associated with the fantasy game "Neverwinter Nights."

The company said no credit card data or social security numbers were taken but other sensitive information may have been breached by hackers.

"Our investigation shows that information such as user names, encrypted passwords, email addresses, mailing addresses, names, phone numbers, CD keys and birth dates from accounts on the server system associated with Neverwinter Nights may have been compromised," the company said on its website.

EA offered tips to consumers to avoid identity theft and directed users to the US Federal Trade Commission's Internet fraud website.

Strange 'sickness' of miffed cops


Cops of the plains seem to be in a better position than the mountain monks to explain the real reason behind 'the disease'. Of late, the khaki department personnel have shown the world that they are the only species who can decide when to fall sick and proceed to leave and also recover at will.

The cops' falling sick can be subject of research by the world's universities. They would certainly come across some bizarre viruses that had never been heard of before. Viruses like a fight with the superior, initiation of a departmental enquiry against one, grievance with the present posting, or not getting a preferred one, personal preoccupations or when an applied for leave is cancelled cause unexplained illness among policemen. Not clinically ill but deep-rooted heartburns over an unresolved issue in the department prompt cops to opt for sick leave than real medical emergencies.

City police had a few examples of this in recent times. An officer of deputy commissioner of police rank had proceeded on sick leave when his superior urged him to take frequent rounds of the office to keep a tab on the clerical staffers. The DCP had a 'conditional recovery' after the incumbent city police chief Ankush Dhanvijay assumed charge. He wanted to 'recover' only if the traffic wing would be allotted to him. Dhanvijay did not. The officer again 'fell sick'.

Earlier to this, there was another of same rank who had a tiff with his superior. He left the post, city and region complaining of illness. Till date, there is no trace of him in the city. He miraculously recovered only after being posted in Mumbai.

Any officer, unhappy with the system, reports sick. The ploy is to furnish the reason of his sickness to the department and then during the period of 'sickness' prepare to challenge the decision of the department before the administrative tribunal. If the tribunal decides in favour of the personnel, he would recover or else would prepare to challenge the decision before higher judiciary. Or, turn up with a certificate from a friendly neighbourhood doctor being tired of hide-and-seek game to continue from where he had taken a break.

"Often an officer on sick leave could be found zooming around on his bike or present at his privately owned business centre, happily engaged in work. The salary from the government would be also on with tactical manipulation and relation, the side business and other personal work too would go on," said a former officer on condition of anonymity.

Recently, Pachpaoli police station was left headless with no senior officer not on duty. One had reported sick and another was on holiday. One of the most crucial police stations in the city was left under the supervision of a young sub-inspector. The cops, under the PSI, were so confused that they could not decide whether to chase the assailants or maintain law and order after a sensational murder took place.

The indiscriminate proceeding on leave by cops recently left a man helpless. "My daughter eloped with her friend. We had registered a complaint. Now, the officer supervising the case has gone on a leave and no one knows when he would return. I was tense about when my daughter would return but now am more worried about when the officer would come back," said a man waiting at a city police station.

Sick leave creates more such havocs. Often the officer who had registered the offence and investigated it in the initial stages would be on sick leave while someone else, despite being clueless and also lacking any interest in the case, would be left to probe it further and complete formalities. "I have no clue why the assailant killed the man," would be the reply from the stand-in investigating officer after the actual one had gone on leave for unlimited period.

This is how Men talk to their Wife... :D


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चीन में प्रकृति ने दिखाया बेहद रहस्यमयी रूप, लोगों में फैली दहशत


बीजिंग. चीन के एक शहर में ऐसी मरीचिका यानि धूल और आंधी से बनने वाली आकृति देखी गई जैसी पहले कभी नहीं देखी गई. लोगों ने इस रचना को "घोस्ट सिटी" का नाम दिया.



महीने के शुरुआत में भारी बारिस और आद्रता के कारण इस तरह की आकृतियाँ बनना आम बात है. लेकिन पूर्वी चाइना के हुशान शहर में बनने वाली यह आकृति अब तक देखी गई किसी भी आकृति से बेहद अलग और साफ़ थी. आसमान में अचानक ऐसा नजारा दिखा जैसे कोई भव्य महल आसमान में उड़ रहा हो.



इस रचना को देख पहले तो लोग चौक गए. कुछ ने कहा कि यह किसी समाप्त हो चुकी सभ्यता की तस्वीर है जिसे दिखा कर प्रकृति सन्देश देना चाहती है कि इस सभ्यता का अंत भी निकट है. विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मौसम में मिराज का बनाना कोई बड़ी बात नहीं लेकिन जितना साफ़ और विचित्र ढंग का मिराज यहाँ बना है ऐसा पहले कभी नहीं देख गया.

मौत से भी बचा सकती है हथेली में बनी यह रेखा


जीवन का अंतिम और अटल सत्य है मौत। जिसने भी जन्म लिया है उसे एक दिन मृत्यु अवश्य ही प्राप्त होगी। श्रीकृष्ण ने कहा है कि यह शरीर नश्वर है और केवल आत्मा ही अमर है। जिस प्रकार मनुष्य कपड़े बदलता है ठीक उसी प्रकार आत्मा शरीर बदलती है। मृत्यु के संबंध में हथेली में कई इशारे होते हैं। हस्त ज्योतिष के अनुसार जीवन और मृत्यु को जीवन रेखा प्रभावित करती है।

हथेली में अंगूठे के पास एक गोल घेरे जैसी रेखा होती है जो कि मणिबंध (हथेली के अंतिम भाग) तक जाती है। यही रेखा जीवन रेखा कहलाती है। यदि यह रेखा अस्पष्ट या कटी हुई या टूटी हुई हो तो व्यक्ति को जीवन भर कई प्रकार के कष्ट झेलने पड़ते हैं। कई बार ऐसी परिस्थितियों में मृत्यु का संकट भी सामने आ जाता है। कई लोगों के हाथों में जीवन रेखा के साथ ही एक ओर रेखा दिखाई देती है, यह अंदर की ओर होती है। इसे जीवन रेखा की सहायक रेखा माना जाता है। यह रेखा वर्गाकार तथा चौड़े हाथों में हो तो वह व्यक्ति बुद्धिमान और अच्छे स्वास्थ्य वाला होता है। इसके विपरित यदि किसी निर्बल तथा फीकी जीवन रेखा के साथ पाई जाने वाली यह रेखा कई कमियों को दूर करती है। यदि जीवन रेखा कहीं से कटी हुई हो या टूटी हुई हो और उस स्थान पर मंगल रेखा एकदम स्पष्ट हो तो वह व्यक्ति को मृत्यु से बचा लेती है। जीवन रेखा के टूटने या कटने का यही संकेत होता है कि उस आयु में व्यक्ति की मृत्यु की स्थिति तक बन सकती है। यदि मंगल रेखा जीवन रेखा को काटती हुई चंद्र पर्वत जो कि अंगूठे के दूसरी ओर होता है तक जाती है तो व्यक्ति नशेबाज बन जाता है। साथ ही पूरी हथेली का गहराई परीक्षण किया जाना चाहिए तभी सटीक भविष्यवाणी की जा सकती है।

आईआईटी छात्र के लिए मुसीबत बन गया चैट करना


 नई दिल्ली.अगर आप इंटरनेट पर चैट के आदी हैं, तो जरा सावधान हो जाएं। आईआईटी कानपुर के एक छात्र के लिए रात-रात भर चैट करना मुसीबत का कारण बन गया। छात्र ने दिल्ली हाईकोर्ट मे अर्जी दाखिल कर चैट करने वाली दोस्त (आईआईटी मुंबई में रिसर्च एसोसिएट) पर ब्लैकमेल करने का आरोप लगाते हुए उससे छुटकारा दिलाने की गुहार लगाई है।

वर्तमान में गुड़गांव की एक इंटरनेशनल फर्म में काम करने वाले युवक की याचिका पर सुनवाई करते हुए जस्टिस राजीव कैत ने मुंबई से आरोपी युवती को सोमवार को अदालत मे निजी तौर पर पेश होने का आदेश दिया है।

साथ ही कोर्ट ने युवक को निर्देश दिया है कि वह युवती को मुंबई से दिल्ली आने व रहने का खर्च वहन करें। याचिका में छात्र ने कहा है कि उसकी पिछले साल अगस्त में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से भौतिक शास्त्र में पीएचडी करने वाली युवती से इंटरनेट के जरिए जान-पहचान हुई थी।

इसके बाद दोनों चैटिंग करने लगे। छात्र का आरोप है कि दोस्ती बढ़ने के साथ ही युवती उससे मिलने पिछले नवंबर में दिल्ली आ पहुंची। बाद में शादी के लिए दबाव डालने लगी और जब उसने शादी से इनकार किया तो उसे ई-मेल और धमकी भरे एसएमएस भेजने लगी। अगर उसने शादी नहीं की तो वह आत्महत्या कर लेगी। युवक ने अदालत से अपील की है कि वह युवती को ब्लैकमेल न करने का आदेश दे।

इंदौर के महाराज ने शेख के रूप में लिया पुनर्जन्म ?


इंदौर. क्या होलकर राजवंश के वंशज और इंदौर के पूर्व शासक महाराज यशवंत राव होलकर द्वितीय ने पुनर्जन्म लिया है। कुछ लोगों को यह बात भले ही किस्सा लगे, लेकिन कतर के एक अरबपति शेख के लिए यह सच्चाई है।
कतर के सत्तारूढ़ अमीर का चचेरा भाई शेख सौद बिन अल-थानी खुद को इंदौर के पूर्व शासक यशवंतराव होलकर का पुनर्जन्म मानता है। दरअसल अल-थानी ने अमेरिकी कलाकार मैन रे द्वारा बनाए गए होलकर के एक चित्र को कुछ साल पहले देखा था। तभी से वह खुद को महाराज यशवंत का दूसरा जन्म मानने लगा। 1961 में महाराज यशवंत के निधन के पांच साल बाद पैदा हुए शेख अल-थानी और पूर्व शासक में काफी समानताएं हैं।
दोनों का चेहरा गोल है,माथा चौड़ा है,नाक पतली है और पेंसिल मूंछें हैं। शेख अल-थानी पर अपने ‘पिछले जन्म’ से जुड़ी वस्तुओं को इकट्ठा करने की धुन सवार है। इस पर वे लाखों रुपए भी खर्च कर रहे हैं। अल-थानी होलकर वंश से जुड़ी चीजों को इकट्ठा करने के लिए कुछ साल पहले इंदौर भी आए थे।
इंदौर के पूर्व प्रधानमंत्री सिरेमल बाफना के पड़पोते उपेंद्र बाफना ने बताया,‘कुछ साल पहले एंटीक वस्तुओं के कुछ डीलरों ने महाराज यशवंतराव से जुड़ी चीजों को इकट्ठा करने में मेरी मदद मांगी थी। बाद में पता चला कि ये लोग शेख अल-थानी के लिए ये चीजें इकट्ठा कर रहे हैं।
 ’लाखों डॉलर खर्च किए : इंदौर के इतिहासकार और आर्ट डीलर राजेंद्र सिंह ने बताया कि अल-थानी ने होल्कर वंश से जुड़ी पुरानी चीजों को खरीदने में लाखों डॉलर खर्च किए हैं। इनमें पुरानी तस्वीरें,दुर्लभ रत्न, कारें,कपड़े और फर्नीचर आदि शामिल हैं।
कुछ ऐसे हैं अल-थानी
शेख अल-थानी को अपनी अपार दौलत के साथ ही कला प्रदर्शनियों में चीजों को किसी भी कीमत पर खरीदने के लिए जाना जाता है। कभी-कभी तो वे प्रदर्शनी के पूरे कलेक्शन को अनुमानित कीमत से कहीं अधिक दाम पर खरीद लेते हैं। उन्होंने मार्च में पेरिस में आयोजित क्रिस्टीज की प्रदर्शनी में जर्मन डिजायनर एकार्ट मुथेसिअस द्वारा यशवंतराव होलकर के लिए बनाई गई सभी चीजें खरीद लीं।
शेख ने इंदौर के राजपरिवार के लिए बनाई गई एक बुक शेल्फ और दो लैंपों को खरीदने के लिए 15 लाख डॉलर तक खर्च कर दिए। वे पूर्व महाराज की तरह हूबहू पोज में तस्वीरें खिंचवाते हैं और इसके लिए एक सेशन पर हजारों डॉलर खर्च कर देते हैं।
दोहा में उनका अल वहाब एस्टेट यशवंतराव के आधिकारिक निवास माणिकबाग की तर्ज पर बना हुआ है।

...तो इसलिए रात 12 बजे कभी न दें जन्मदिन की बधाई


जिस दिन कोई व्यक्ति जन्म लेता है वह उसके लिए बहुत विशेष दिन होता है। इसीलिए हर व्यक्ति को अपने जन्मदिन को लेकर मन में एक विशेष उत्साह रहता है। इसीलिए इस दिन को लोग सेलीब्रेट करते हैं। जन्मदिन के दिन किसी भी व्यक्ति को बधाई देने पर उसे लगता है कि बधाई देने वाले का उससे आत्मीय जुड़ाव है।

इसीलिए आजकल दोस्त हो या रिश्तेदार किसी भी करीबी का जन्मदिन होने पर उसे सबसे पहले बधाई देने के लिए वर्तमान में रात को 12 बजे बधाई देने का चलन है। विशेषकर युवाओं में यह चलन बहुत अधिक बढ़ गया है। लेकिन यदि हमारी संस्कृति या धर्मशास्त्रों के नजरिए से समझे तो यह सही नहीं है। दरअसल रात्रि के 12 बजे वातावरण में रज-तम कणों की मात्रा अधिक होती है, इस समय तामसिक या नकारात्मक शक्तियां अधिक प्रभावी रहती हैं।

इसीलिए उस समय दी गई शुभकामनाएं फलदायी नहीं होती हैं। हिंदू संस्कृति के अनुसार दिन सूर्योदय से आरंभ होता है और दूसरे दिन सूर्योदय पर खत्म होता है । मान्यता है कि सुबह का समय ऋषि-मुनियों की साधना का समय है, इसलिए वातावरण में सात्त्विकता अधिक होती है और सूर्योदय के पश्चात् दी गई शुभकामनाएं फलदायी सिद्ध होती हैं। इसीलिए जन्मदिन की बधाई सुबह ही देनी चाहिए।

कुछ पैसों के लिए धोनी ने उड़ा दिया हरभजन सिंह का मजाक!


नई दिल्ली. पैसा इंसान से कुछ भी करवा सकता है, ये बात अब साबित हो गई है। टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कुछ पैसों के लिए अपने ही टीम के अहम सदस्य हरभजन सिंह की सरेआम बेइज्जती कर दी। टीवी पर आ रहे मैकडॉवेल के विज्ञापन में धोनी हरभजन सिंह का मखौल उड़ाते हुए नजर आ रहे हैं।

गौरतलब है कि हरभजन सिंह और गौतम गंभीर रॉयल स्टेग के विज्ञापन में मैक इट लार्ज की टैग लाइन बोलते नजर आते हैं। धोनी के नए एड में एक सरदार को दिखाया गया है जो कि हरभजन जैसी लाइनें बोलता है और धोनी उनका मखौल उड़ाते हुए अपने ब्रांड को बेहतर बताते हैं।

वैसे इस एड का टीम इंडिया के ड्रेसिंग रूम में तो कोई असर नहीं दिखेगा, लेकिन टीवी पर तो धोनी ने दिखा दिया कि पैसा बोलता है।

गिरते-गिरते लिज हर्ले ने खोला शेन वार्न की नई जवानी का राज


लंदन. ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान शेन वार्न ने आईपीएल में पूरी राजस्थान रॉयल्स टीम को बहुत अच्छी तरह से संभाला था, लेकिन अपनी गर्लफ्रेंड लिज हर्ले को संभालने में वो नाकाम रहे। इंग्लैंड में एक समारोह के उद्घाटन के लिए पहुंची लिज हर्ले अचानक से सीढ़ियों से फिसली और वार्न के कदमों में गिर पड़ीं, लेकिन वार्न उन्हें पकड़ नहीं पाए।

हुआ कुछ यूं कि वार्न और हर्ले इंग्लैंड के कॉट्सवोल्ड्स में एंपनी सर्कस के उद्घाटन के लिए पहुंचे थे। लिज हर्ले सीढ़ियों से उतर रही थीं, तभी अचानक वो अपनी हील पर लड़खड़ा गईं।

हालांकि हर्ले को ज्यादा चोट नहीं लगी लेकिन उसके बाद वो दिनभर वार्न का हाथ थामे घूमती नजर आईं। बाद में हर्ले ने ट्विटर पर लिखा कि घबराने की कोई बात नहीं है मुझे चोट नहीं लगी है।

मेले में शेन वार्न की दीवानगी के बारे में बताते हुए हर्ले ने लिखा, यहां सभी लड़के शेन वार्न के दीवाने हो रहे हैं। हर्ले ने अपने ब्वायफ्रेंड का बचाव करते हुए कहा, वार्न ने ना कोई सर्जरी करवाई है और ना कोई मेक अप लगाया है। वार्न का गुनाह बस इतना है कि वो मेरा मोइसचराइजर चुराकर लगाते हैं।

युवराज ने सरेआम किया अपने करियर का काला सच


नई दिल्ली. टीम इंडिया के धाकड़ खिलाड़ी युवराज सिंह अब अपने करियर की गलतियां गिन रहे हैं। सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर युवराज ने अपने करियर के कुछ कड़वे पलों को उजागर किया है।
युवराज सिंह ने लिखा है, "मैंने अपने करियर में 9000 शॉट खेलने से चूका हूं। साथ ही मैं अपनी जिंदगी में अबतक लगभग 300 मैच हारा हूं।"
युवराज सिंह द्वारा अचानक से किए गए ये ट्वीट उनकी निराशा दिखाते हैं। युवराज सिंह अपनी गलतियों से सीखने का प्रयास कर रहे हैं। युवराज ने ये भी कहा कि उनके करियर में टीम ने 6 बार उन पर मैच विनिंग शॉट खेलने का भरोसा जताया, लेकिन वो कुछ ही बार सफल हो सके।
वेस्ट इंडीज दौरे से बाहर रहे युवराज सिंह अब इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के लिए तैयारियां कर रहे हैं। युवराज सिंह निमोनिया कि वजह से नहीं जा सके थे, लेकिन अब उनका कहना है कि वो 100 फीसदी फिट हैं।

भारतीय कंपनियों ने बचाई अमेरिकियों की नौकरी!



एक दौर था जब अमेरिकी कंपनियों की बदौलत हजारों भारतीय प्रोफेशनल्स को रोजगार मिलता था। लेकिन अब माजरा बिल्कुल अलग है। बीते कुछ सालों के दौरान भारतीय कंपनियों के चलते अमेरिका में हजारों लोगों की नौकरियां बच गई हैं। क्योंकि इस दौरान भारतीय कंपनियों ने स्थानीय लोगों को रोजगार देना जारी रखा। भारत के जाने माने बिजनेस परिसंघ सीआईआई के एक रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है।

इंडियन रूट्स, अमेरिकन सोल : लुक एट इंडियन कंपनीज इन द यूएस इकॉनमी नाम से जारी की गई इस रिपोर्ट में अमेरिका में भारतीय कंपनियों द्वारा निवेश तथा रोजगार पर प्रकाश डाला गया है। यह रिपोर्ट सीआईआई-इंडिया बिजनेस फोरम की 35 सदस्य कंपनियों के सर्वेक्षण पर आधारित है। इसके अनुसार 2005 के बाद से लगभग तिहाई भारतीय कंपनियों ने अमेरिका में अपने परिचालन में नई भर्तियां कीं।

रिपोर्ट में कहा गया है कि ये 35 कंपनियां अमेरिका के 40 राज्यों तथा कोलंबिया में कुल मिलाकर 60,000 से अधिक लोगों को रोजगार दे रही हैं और इन कंपनियों के 80 प्रतिशत कर्मचारी स्थानीय हैं।

रिपोर्ट में साफ तौर पर कहा गया है कि भारतीय कंपनियों ने 2005 के बाद अमेरिकी कंपनियों के अधिग्रहण से 2,585 रोजगार बचाए हैं।