Tuesday, October 30, 2012

डरावनी फिल्मों और शरीर के वजन में है खास कनेक्शन!


लंदन. वजन घटाना है तो आज से ही डरावनी फिल्में देखनी शुरू कर दीजिए। डॉक्टरों का कहना है कि तीन घंटे की एक डरावनी फिल्म देखने से करीब आधे घंटे की सैर के बराबर कैलोरी की खपत होती है।
एक हालिया शोध के मुताबिक 90 मिनट की डरावनी फिल्म देखने में उनकी 113 कैलोरी की खपत हो जाती है। इन डरावनी फिल्मों में 1980 की हॉरर मूवी 'दी शाइनिं'ग को शीर्ष पर रखा गया है, जिसे देखने से 184 कैलोरी की खपत हुई।
इसके बाद 'जॉ'ज का नंबर आता है, जिसे देखने से दर्शकों की 161 कैलोरी खत्म करने में मदद मिली। इसी प्रकार 'द एक्सोरसिस्ट' फिल्म ने दर्शकों की 158 कैलोरी की खपत की।
यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टमिंस्टर के शोधकर्ताओं ने दर्शकों को हॉरर फिल्में दिखाए जाने के दौरान उनके दिल की धड़कने की दर, ऑक्सीजन का सेवन और शरीर से निकाली गई कार्बन डाईऑक्साइड की मात्रा का अध्ययन किया।
शोधकर्ताओं ने पाया कि इस प्रकार की हॉरर फिल्में देखने से भूख कम लगती है, मेटाबोलिक रेट बढ़ता है, जिससे उच्च स्तर पर कैलोरी की खपत होती है।

जानें शाहरुख हैं किसके दीवाने

बीते रविवार को नोएडा स्थित बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट पर इंडियन ग्रां प्री रेस का फाइनल रेस खेला गया जिसमें रेड बुल टीम के सबेस्टियन वेटेल ने इंडियन ग्रां प्री का टाइटल अपने नाम किया। इसके अलावा फरारी के बेहतरीन ड्राइवर फेरनांडो अलांजो दूसरे स्‍थान पर रहें। वहीं तीसरे स्‍थान पर रेड बुल टीम के ही दूसरे ड्राइवर माइकल बेबर ने अपना कब्‍जा जमाया।

रविवार को बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट में शाहरुख ने टैग हॉयर की नई घड़ी लॉन्च की।

जो यह निर्णय नहीं आता तो टूट जाता सचिन का सपना


नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट ने सचिन तेंडुलकर को राज्यसभा में नामजद करने के खिलाफ याचिकाओं पर सुनवाई से इनकार कर दिया है। चीफ जस्टिस अल्तमस कबीर, जस्टिस एसएस निज्जर और जी चेलमेश्वर की बेंच ने यह फैसला दिया। इस सिलसिले में दिल्ली व इलाहाबाद हाईकोर्ट में दो याचिकाएं लंबित हैं। बेंच ने इन याचिकाओं को अपने यहां स्थानांतरित करने से मना कर दिया।


दिल्ली के पूर्व विधायक राम गोपाल ङ्क्षसह सिसौदिया ने याचिका दायर की थी। जस्टिस कबीर ने कहा कि हम इस याचिका को सुनवाई योग्य नहीं मानते हैं। इसे खारिज करते हैं। उन्होंने मामले को शीर्ष कोर्ट में लाने पर नाखुशी भी जाहिर की। कोर्ट ने 14 मई को सचिन का नामांकन रद्द करने से इनकार कर दिया था। बेंच ने उन्हें हाईकोर्ट जाने को कहा था। सिसौदिया ने सचिन की नामांकन को दिल्ली हाईकोर्ट में चुनौती दी। इसमें उन्होंने कहा कि सचिन में राज्यसभा में मनोनीत किए जाने के लिए संविधान में बताई कोई योग्यता नहीं है।

संविधान में कला, विज्ञान, समाज विज्ञान और साहित्य के चार क्षेत्रों से ही लोगों को राज्यसभा में नामांकित करने की बात कही गई है। खिलाड़ी का चयन असंवैधानिक है। दिल्ली हाईकोर्ट ने सचिन को शपथ लेने पर रोक लगाने से इनकार कर दिया। हालांकि कोर्ट ने अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल से यह पता करने को कहा कि राज्यसभा में खिलाड़ी के नामांकन के लिए खेल की श्रेणी भी है या नहीं।

वायु सेना में शामिल होगा दुनिया में डंका बजाने वाला ये हेलिकॉप्टर

नई दिल्ली. अमेरिकी कंपनी बोइंग ने भारतीय वायुसेना को 15 हेलिकॉप्टर सप्लाई करने का ठेका हासिल कर लिया है। करीब 5,400 करोड़ रुपए के इस सौदे में रूसी कंपनी एमआई-26 को शिकस्त मिली है। सोमवार को टेंडर की प्रक्रिया पूरी हो गई। बोइंग ने सबसे सस्ती बोली लगाई है। कंपनी वायुसेना को 15 चिनूक सीएच47डी हेलिकॉप्टर सप्लाई करेगी। वायुसेना को दूरगामी इलाकों में भारी सामान, हथियार और गोला-बारूद की सप्लाई के लिए इस हेलिकॉप्टर की जरूरत थी। अभी एमआई-26 का दस्ता यह काम कर रहा है।

'बिग बॉस' से जुड़ा नया बवाल, हुई हनुमान की नकल तो भड़के शिवसैनिक

धारीवाल। एक निजी टीवी चैनल पर 'बिग बॉस' कार्यक्रम के दौरान श्री रामायण पर आधारित नाटक करने पर एक महिला को पूंछ लगाकर हिंदू भाइचारे की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के चलते भाजपा सांसद नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ मामला दर्ज होना चाहिए। उक्त मांग शिव सेना बाल ठाकरे के जिला यूथ प्रधान हनी महाजन, जिला महासचिव रोहित महाजन व शहरी प्रधान मिट्ठू महाजन ने बाबा मोनी मंदिर में वर्करों की बैठक को संबोधित करते हुए की। 
वक्ताओं ने कहा कि भाजपा खुद को हिंदुओं की ठेकेदार पार्टी कहलाती है, उनका सांसद सिद्धू उक्त कार्यक्रम के दौरान भगवान हनुमान जी की नकल करके और अपने निजी स्वार्थ के लिए एक महिला ने पूछ लगाकर जो घिनौना काम किया है इसका भाजपा का हिंदू भाइचारे विरोधी चेहरा सामने आ गया है।

भारत जैसे गरीब देश में 50 करोड़ की गर्लफ्रेंड भी होती है!

हिमाचल प्रदेश/अहमदाबाद। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को हिमाचल प्रदेश में चुनावी सभा को संबोधित किया। अपने शुरुआती भाषण में मोदी ने कहा ‘गुजरात के बाहर हिमाचल प्रदेश मेरा दूसरा घर है। अगर गुजरात में चुनाव नहीं होते तो मैं यहां काफी समय बिताता’।


इसके बाद उन्होंने केंद्र की कांग्रेस व यूपीए सरकार पर जमकर निशाना साधा। मोदी ने कहा, ‘केंद्र की कांग्रेस व यूपीए सरकार पूरी तरह से अहंकार में डूबी हुई है। यूपीए सरकार को आम लोगों की कोई परवाह नहीं है जिसके कारण यूपीए सरकार ने आम लोगों की रसोई से सब्सिडी पर मिलने वाला रसोई गैस सिलेंडर भी छीन लिया है। आम लोगों को साल में अपनी रसोई चलाने के लिए कम से कम २४ सिलेंडर की जरूरत होती है लेकिन यूपीए सरकार ने केवल मात्र 6 सिलेंडर देकर लोगों को मुश्किल में डाल दिया है।’

Monday, October 29, 2012

पेट्रोल की बढ़ती कीमतों के बीच खुशी की लहर लेकर आई 'बाइक'!


दीनानगर। स्वामी सर्वानंद ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट के विद्यार्थियों ने बिजली और पेट्रोल के साथ चलने वाली बाइक बनाई है। 80 सीसी के इंजन वाली इस बाइक की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इससे न सिर्फ पेट्रोल की खपत कम होगी बल्कि यह पर्यावरण को स्वच्छ रखने में भी मददगार होगी। 
बाइक बनाने वाले बीटेक के सातवें सेमेस्टर के विद्यार्थी सिमरजीत सिंह, मलकीत सिंह और प्रिंस डाल ने बताया कि बाइक के इंजन को इस प्रकार से विकसित किया गया है कि 25 किलोमीटर की रफ्तार तक यह बैटरी से चलेगी।
इसके लिए 48 बोल्ट 24 एंपायर की बैटरी को लगाया गया है और बैटरी पर चलने के दौरान ऐसी व्यवस्था की गई है कि इसके पिछले पहिए के जरिए बैटरी चार्ज होती रहेगी। इसे बाहर से चार्ज करवाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। 
अभी तक मार्केट में बैटरी से चलने वाली बाइक की बैटरी को अलग से रीचार्ज करना पड़ता है। जैसे ही स्पीड 25 किलोमीटर से उपर होगी तो यह अपने आप पेट्रोल पर चलने लगेगी। इसे 60 से 70 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड तक दौड़ाया जा सकता है।
भीड़-भाड़ भरे इलाके में गुजरने के दौरान अक्सर पेट्रोल की खपत ज्यादा होती है जबकि ईजाद की गई नई टेक्नालॉजी के चलते जैसे ही स्पीड 25 किलोमीटर से कम होगी तो यह बैटरी पर चलने लगेगी और पेट्रोल की भी बचत होगी।
इस नई टेक्नालॉजी को इंस्टीच्युट के प्रो. परमिंदरजीत सिंह और मनमनजीत सिंह की देखरेख में विकसित करने में विद्यार्थियों को करीब छह महीने का समय लगा है। संस्थान के डायरेक्टर डा. सुभाष महाजन ने कहा कि इस नई टेक्नालॉजी को पेटेंट करवाया जा रहा है। 
प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष स्वामी सदानंद और सचिव दिनेश शर्मा ने विद्यार्थियों को इसके लिए बधाई देते हुए कहा कि उनकी इस खोज को आटोमोबाइल क्षेत्र के लिए एक बड़ी उपलब्धि बताया है।

मूंछों की ऐसी ताकत कि हर दिल कह उठा वाह मूंछें हों तो...!

कोटा.दशहरा मेले में शनिवार को कई सज्जन अपनी मूंछों पर ताव देते नजर आए। ये ताव आक्रोश जताने के लिए नहीं, बल्कि अपनी मूंछों की श्रेष्ठता प्रदर्शित करने के लिए था। दशहरा मैदान के विजयश्री मंच पर हुई प्रतियोगिता में 7 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जिसमें से धन्नालाल अपनी 7 फीट की मूंछों के साथ पहले स्थान पर रहे। मूंछ प्रतियोगिता में कोटा सहित हाड़ौती के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। 
जिसमें बूढ़ादीत क्षेत्र के नरपतखेड़ी गांव निवासी 60 वर्षीय धन्नालाल ने अपनी 7 फीट लंबी मूंछों का प्रदर्शन किया। उनकी एक तरफ की मूंछ की लंबाई साढ़े तीन फीट थी। कनवास के देवलीमांझी गांव के निवासी मोहनलाल डागर भी कहां पीछे रहने वाले थे। उन्होंने अपनी 34 इंच की मूंछों की ताकत अपनी नाती शिल्पा चौधरी को लटकाकर दिखाया। वे दूसरे स्थान पर रहे। तीसरे स्थान पर संतोषी नगर के धनराज प्रजापति रहे, जिन्होंने अपनी 8 इंच की मूंछों का प्रदर्शन किया।

सौरव दादा ने कहा क्रिकेट को 'फाइनल' अलविदा

कोलकाता. बंगाल टाइगर के नाम से मशहूर रहे सौरव गांगुली ने क्रिकेट को पूरी तरह अलविदा कह दिया। साल 2008 में इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास का ऐलान करने वाले गांगुली ने कहा कि वे आगमी आईपीएल टूर्नामेंट में नहीं खेलेंगे।
गांगुली ने अपना आखिरी घरेलू क्रिकेट मुकाबला 19 मई को पुणे वॉरियर्स की ओर से खेला था। कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाफ उस मैच में वे कुल 5 रन बना सके थे।
गांगुली ने रविवार को इस बात की घोषणा करते हुए कहा, "आईपीएल में खेलते हुए मुझे बहुत मजा आया। इस टूर्नामेंट से मुझे टॉप क्लास क्रिकेट से जुड़े रहने का मौका मिला। लेकिन अब मुझे लगता है कि मैं हमेशा खेलते नहीं रह सकता, इसलिए मैंने फ्रेंचाइजी के मालिकों से रिक्वेस्ट की है कि वे मुझे आईपीएल-6 की टीम में शामिल न करें

Saturday, October 27, 2012

बाबरी ढहाए जाने के लिए मैं जिम्मेदार: कल्याण

नई दिल्ली. देश के सबसे ज़्यादा आबादी वाले सूबे उत्तर प्रदेश की फिजाओं में फिर से सांप्रदायिकता घोली जा रही है। सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री 1992 में अयोध्या में विवादित ढांचे के ढहाए जाने के आरोपी कल्याण सिंह ने यह कहकर सनसनी फैला दी है कि अयोध्या का विवादित ढांचा उन्हीं के इशारे पर गिराया गया था। उत्तर प्रदेश के एटा में उन्होंने कहा कि बाबरी मस्जिद गिराए जाने की पूरी जिम्मेदारी उनकी है।
कल्याण ने कहा कि उन्होंने ही आदेश दिया था कि कारसेवकों को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए। करीब 20 साल बाद कल्याण सिंह ने बाबरी मस्जिद ढहाए जाने की जिम्मेदारी ली है। उन्होंने कहा, 'जहां तक 6 दिसंबर, 1992 को विवादित ढांचे को गिराए जाने का सवाल है, तो यह जिम्मेदारी मैं अपने ऊपर लेता हूं। मैंने ही आदेश दिया था कि कारसेवकों पर गोली नहीं चलेगी। इसीलिए प्रशासन ने गोली नहीं चलाई। मैंने यह आदेश भी दिया था कि अधिकारियों के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई नहीं की जाए।' कल्याण सिंह ने यह भी कहा कि उन्होंने मामले की जांच कर रहे लिब्रहान कमिशन के सामने भी यही बयान दिया था।

सीट बेल्ट बांधी होती तो शायद बच जाते जसपाल भट्टी


जालंधर। कॉमेडी किंग जसपाल भट्टी की जान बच सकती थी, अगर उन्होंने बेल्ट बांधी होती। पुलिस के बयान, एक्सपर्ट की राय और डाक्टरों से बातचीत का मुलम्मा यही है कि कार में पिछली सीट पर बैठे लोगों को भी बेल्ट बांधनी चाहिए। शाहकोट थाने के एसएचओ दलजीत सिंह गिल के अनुसार, जसराज ने अपने बयान में कहा है कि गाड़ी चलाते वक्त आंख लग जाने की वजह से यह हादसा हुआ है। हादसे के वक्त जसपाल भट्टी पिछली सीट पर सो रहे थे। अनुमान है कि एकाएक झटका लगा, तो नींद में होने के कारण वह खुद को संभाल नहीं सके। गाड़ी के अंदर ही उनका सिर कई जगह टकराया। अगर जसपाल भट्टी ने सीट बेल्ट पहनी होती तो उनका शरीर संभल जाता और सिर इतनी बार नहीं टकराता।


भट्टी के जीजा हरतेज सिंह ने डाक्टरों के हवाले से बताया कि झटका लगा तो उनका सिर या तो अगली सीट से टकराया होगा या फिर कार के गेट के किनारे से जोर से टकराया होगा। इसी वजह से उनके स्कल में मल्टीपल फ्रैक्चर हो गए और फिर ब्रेन हैमरेज हो गया।

हंसाकर भी रुलाते रहे भट्टी
नियम क्या कहता है...
पिछली सीट पर बेल्ट पहनना अभी अनिवार्य नहीं है। कई बार, कई स्टेट ने पिछली सीट बेल्ट पहनाना अनिवार्य करने की मांग की है, मगर मंजूरी नहीं मिली। कार में बैठते वक्त सीट बेल्ट जरूर पहनना चाहिए, फिर चाहे कोई आगे बैठे या पीछे। सीट बेल्ट पहनने का मकसद जान बचाना होना चाहिए,  चालान से बचना नहीं। अपने देश में 1994 के बाद बनी हर कार में पिछली सीटों पर बेल्ट लगाना अनिवार्य कर दिया गया है कंपनी के लिए। हालांकि चालान सिर्फ अगली सीट पर बैठे लोगों के बेल्ट ने बांधने पर काटा जाता है।
एक्सपर्ट व्यू
जब कार का इम्पैक्ट होता है तो चाहे कोई अगली सीट पर बैठा हो या पिछली सीट पर, झटका सबको एक समान ही लगता है और जान का खतरा आगे और पीछे बैठे दोनों को ही एक बराबर होता है।
-धर्मबीर सिंह, मैकेनिकल इंचार्ज ईस्ट डिवीजन, चंडीगढ़ पुलिस
पक्की नींद में शरीर नहीं संभाल पाता खुद को
कच्ची नींद में बॉडी में थोड़ी बहुत मूवमेंट रहती है। आदमी मामूली से झटके पर संभल जाता है, लेकिन थकान के बाद पक्की नींद आती है और शरीर के सभी अंग शिथिल हो जाते हैं। ऐसे मामूली झटके में भी बॉडी खुद को संभाल नहीं पाती और गंभीर चोट की आशंका रहती है। जहां तक जसपाल भट्टी के सड़क हादसे का सवाल है, तो मुझे जानकारी है कि उनके स्कल में मल्टीपल फ्रैक्चर हुए थे। इस कंडीशन में अगर मरीज को जल्दी इलाज मिल जाए तो थोड़ी बहुत संभावना रहती है। इस केस में चूंकि देर रात हाईवे पर हादसा हुआ इसलिए जाहिर तौर पर उन्हें जल्दी इलाज नहीं मिला होगा। मेडिकल थ्योरी में स्किल में मल्टीपल फ्रैक्चर के केसों में बचने की संभावना कम ही रहती है। -डॉ. अनुपम जिंदल, न्यूरोसर्जन

एक कनेक्‍शन वालों को राहत, 31 दिसंबर तक जमा कीजिए KYC फॉर्म

नई दिल्‍ली। उन उपभोक्‍ताओं के लिए गैस एजेंसियों की तरफ से एक राहत की खबर आई है, जिनके पास रसोई गैस का सिर्फ एक ही कनेक्‍शन  है। ऐसे कस्‍टमर अब 31 दिसंबर तक अपना नो योर कस्टमर (केवाईसी) फॉर्म गैस एजेंसियों के पास जमा कर सकते हैं। हालांकि, जिनके पास एक से अधिक कनेक्‍शन हैं, ऐसे उपभोक्‍ता 31 अक्‍टूबर तक केवाईसी फॉर्म गैस एजेंट के पास जमा नहीं करते हैं तो उनका कनेक्‍शन बंद हो सकता है। 
कंपनियों ने पहले ही ब्लू बुक और केवाईसी फॉर्म को अनिवार्य कर दिया था। इतना ही नहीं, केवाईसी फॉर्म नहीं जमा करने वाले उपभोक्‍ताओं को सब्सिडी वाला सिलेंडर भी  नहीं मिलेगा। ऑल इंडिया एलपीजी डिस्ट्रीब्यूशन फेडरेशन के उपाध्यक्ष पीएन सेठ ने कहा कि सार्वजनिक तेल विपणन कंपनियों ने डिस्ट्रीब्यूटर गैस एजेंसियों को यह निर्देश पहले ही दे दिए गए हैं। 
केवाईसी फार्म के साथ उपभोक्ताओं को अपना फोटो, पते का प्रमाण-पत्र और पहचान पत्र देना जरूरी होगा। ब्लू बुक के लिए उपभोक्‍ताओं को 45 रुपये का भुगतान करना होगा।

कबाड़ से 'जुगाड़', देसी टैलेंट ने तो कर दिया कमाल!

जहां चाह, वहां राह। कुछ इसी तरह के अनूठे प्रयास उन गांवों में बिजली पहुंचाने के लिए किए जा रहे हैं जहां कोई पावर ग्रिड नहीं है। इन गांवों में ऐसे छोटे-छोटे पावर प्लांट लगाए जाएंगे जो खेत-खलिहान में इकट्ठा होने वाले कचरे से बिजली पैदा करेंगे। ये पावर प्लांट ऐसे होंगे जिनको आसानी से चलाया जा सकेगा और जिनकी मरम्मत में भी लोगों को कोई खास जहमत नहीं उठानी पड़ेगी। दरअसल, इन पावर प्लांटों को चलाने के लिए किसी इंजीनियरिंग ज्ञान की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसका मतलब यही है कि इन विद्युत संयंत्रों का संचालन स्थानीय निवासी भी आसानी से कर सकेंगे।

अभिशाप या वरदान: इस देश में बुजुर्गों की होती है मौज, युवाओं का अपमान

जापान के बारे में सोच कर कई ख्याल आते हैं। कारों के निर्माण से लेकर नैनो टेक्नोलॉजी का बादशाह कहा जाना वाला देश उम्र के लिहाज से इतिहास के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। जापान बहुत तेजी से बूढ़ा हो रहा है। राष्ट्रीय राजधानी के टोक्यो के किसी भी इलाके में घूमते हुए आपको बूढ़े आदमी-औरत दिख जाएंगे। हर चार में से एक जापानी की उम्र 65 साल है।

देसी डेटिंग-फ्लर्टिंग साइट्स, जो यंगस्टर्स में है सबसे ज्यादा फेमस

आज के तकनीकी दौर में इंटरनेट की दुनिया लगातार बढ़ती जा रही है। इस विशाल दुनिया में अब लगभग हर कोई किसी ने किसी तरीके से इंटरनेट से जुड़ा हुआ है। अलग-अलग कारणों के लिए वह इंटरनेट का इस्तेमाल करता है फिर चाहे वो ईमेल के लिए हो, डेटिंग के लिए हो, चैटिंग के लिए हो या फिर फेसबुक के लिए। इन सबके बीच दुनिया भर की डेटिंग वेबसाइटों पर भी ट्रैफिक लगातार बढ़ता जा रहा है।

बढ़ते ट्रैफिक के बीच इंटरनेट इस्तेमाल करने वालों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। चंद हजार लोगों से शुरू हुआ इंटरनेट का यह कारवां अब करोड़ों यूजर्स से आगे बढ़ते हुए अरबों यूजर्स तक पहुंच गया है। इन यूजर्स में डेटिंग वेबसाइट इस्तेमाल करने वालों की संख्या भी दिन-दोगुनी रात-चौगुनी तरीके से बढ़ रही है। इस बढ़ती संख्या के बीच डेटिंग वेबसाइट यूजर्स की संख्या भी बढ़ रही है।

अमूमन लोग डेटिंग वेबसाइट को काफी हद तक मैट्री मोनियल वेबसाइट से जुड़ा हुआ मानते हैं। लेकिन इन दोनों में अंतर है। मैट्रीमोनियल वेबसाइट में आप अपना जीवन साथी चुनते हैं जबकि डेटिंग वेबसाइट सोशल नेटवर्किग साइट की तरह होती है। इस प्लेटफॉर्म पर आप किसी लड़की या लड़के के साथ चैटिंग के साथ अपने विचार शेयर करते हैं। दिलचस्प है कि डेटिंग वेबसाइट में फर्ल्‍ट के साथ-साथ दोस्‍त भी बनाए जाते हैं।

ऑनलाइन डेटिंग और फ्लर्टिंग का क्रेज आज यंगस्टर्स में काफी तेजी से बढ़ रहा है। दुनिया भर में कई स्टडीज में इसका खुलासा हो चुका है। खुशनुमा और स्ट्रेस लाइफ जैसे अलग-अलग फायदे भी इस रिसर्च में सामने आए हैं। रिसर्च के मुताबिक, डेटिंग या फ्लर्टिंग के लिए इन दिनों सोशल मीडिया का यूज खूब हो रहा है। इनके लिए यंगस्टर्स अपना काफी समय ऑनलाइन बिता रहे हैं। यह बात एक सर्वे में भी साबित हुई है।

मार्केटिंग एजेंसी यूरो आरएससीजी के सर्वे के मुताबिक, किसी से रिलेशनशिप शुरू करने, आगे बढ़ाने और खत्म करने तक में भी डेटिंग वेबसाइट और सोशल साइट्स का यूज खूब हो रहा है। इस सर्वे में 34 फीसदी लोगों ने माना कि ऑनलाइन फ्लर्टिंग में कोई बुराई नहीं, जबकि बाकी लोगों ने इसे गलत बताया।

कुछ इस तरह चुना जाता है दुनिया का सबसे शक्तिशाली आदमी

अमेरिका का फेडरल सिस्टम जितना जटिल है, उतनी ही जटिल वहां राष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया है। हर चार साल में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया काफी लंबी चलती है। अमेरिका का राष्ट्रपति चुनाव प्रत्यक्ष और परोक्ष चुनाव प्रणाली के मिश्रण का एक बेहतरीन उदाहरण है।

वहां आम नागरिकों की चुनाव में सीधी भागीदारी होने के बावजूद सिस्टम ऐसा है कि अंतिम चुनाव कुछ चुनिंदा लोगों के मतों से ही होता है, जिसे इलेक्टोरल कॉलेज कहा जाता है। नि:संदेह चुनाव में भारी धन खर्च होता है, लेकिन भारत के विपरीत अच्छी बात यह है कि पूरे चुनावी खर्च में पारदर्शिता होती है।

Friday, October 26, 2012

इंग्लैंड टीम को है शक, साजिश रच रही है टीम इंडिया

नई दिल्ली. इंग्लैंड के खिलाफ शुरुआती अभ्यास मैच के लिए इंडिया-ए टीम में स्टार स्पिनरों को शामिल नहीं किए जाने पर पूर्व इंग्लिश कप्तान माइकल वान भड़के हुए हैं। वान ने इसे भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की घटिया रणनीति करार दिया है।

इंडिया-ए टीम की बुधवार को हुई घोषणा के बाद बौखलाए वान ने ट्विटर पर कहा, "प्रैक्टिस मैच के लिए टीम में इंडिया ने कोई स्पिनर शामिल नहीं किया है। यदि ऐसा है तो खेल का स्तर क्या हो गया है। यह बेहद घटिया रणनीति है।"

भूल कर भी न करें ईमेल-चैटिंग, जब लगा हो कंप्यूटर में ये डिवाइस

दुनिया में लैपटॉप-कंप्यूटर का इस्तेमाल करने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इस बढ़ती संख्या के बीच इसका सबसे ज्यादा इस्तेमाल इंटरनेट चलाने के लिए होता है फिर चाहे वो ऑफिस में हो.. साइबर कैफे में हो या किसी अन्य बाहरी जगह। लेकिन इन सबके बीच पब्लिक कंप्यूटर या लैपटॉप पर इंटरनेट इस्तेमाल करने वालों को बेफ्रिक होने की जगह सावधान रहने की जरूरत है। दरअसल, तकनीक के लगातार बढ़ते कदम ने हैकर्स की संख्या बढ़ा दी है। हैकिंग का ऐसा ही तरीका है हार्डवेयर किलौगर।

चीन के एक गांव में किसान उगाते हैं डिजाइनर लौकी!

चीन का ज्यूजियानफैंग गांव पूरे चीन में विभिन्न प्रकार की क्राफ्ट-बेस्ड सब्जियां उगाने के लिए प्रसिद्ध है।
इस गांव के ही लियु जियांझेन ने अपने खेतों में कई डिजाइनों वाली लौकी उगाई है। इन डिजाइनों में हंस के आकार वाली लौकी इन दिनों खूब धूम मचा रही है।
उनके साथ ही परिवार के अन्य सदस्य भी इस काम में उनकी मदद करते हैं। इसके लिए उन्हें कई दिनों तक मेहनत करनी होती है और उसके बाद ही मनचाहा डिजाइन मिल पाता है।

पाकिस्तानी कमेंटेटर उड़ा रहा था मजाक, अपने यादव ने कर दिया वार

चैंपियंस लीग टी-20 में भारतीय टीमों का सफर दिल्ली डेयरडेविल्स की हार के साथ खत्म हो गया। हाइवेल्ड लॉयंस और दिल्ली के बीच हुए मुकाबले में जीत भले ही मेजबान दक्षिण अफ्रीकी टीम की हुई हो, लेकिन अपने परफॉर्मेंस से सभी को प्रभावित कर तेज गेंदबाज उमेश यादव ने अपना लक्ष्य साध लिया।

इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज से पहले अपना फॉर्म साबित करने के लिए भारतीय गेंदबाज लगातार प्रयास कर रहे हैं। फिर चाहे चैंपियंस लीग टी-20 की हो या घरेलू टूर्नामेंट दुलीप ट्रॉफी, हर तरह से बॉलर्स अपना फॉर्म दिखा कर सेलेक्टर्स को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं।

उमेश यादव ने डेयरडेविल्स के लिए सेमी फाइनल में अच्छा परफॉर्मेंस दिया। उन्होंने महज 20 रन देकर 2 विकेट चटकाए। इसी मुकाबले में कमेंट्री बॉक्स में बैठे पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर रमीज राजा यादव पर कमेंट कर रहे थे।

सूट-बूट पहनाने के लिए कब्र से निकाले जाते हैं शव!

इंडोनेशिया के दक्षिणी सुलेवासी प्रांत के तोराजा जिले में एक अजीबो-गरीब प्रथा चलन में है। मा-नेने नामक इस प्रथा में लोग अपने पूर्वजों की कब्र खोदकर उनके शव को नए कपड़े पहनाकर तैयार करते हैं।
हर तीन साल बाद मनाए जाने वाली मा-नेने प्रथा में लोग अपने पूर्वजों की कब्र खोदकर सड़ चुके शवों को बाहर निकालते हैं और फिर उन्हें नए कपड़े पहनाते हैं। इतना ही नहीं नए कपड़े पहनाकर परिजन इन शवों को पूरे गांव में घमाते हैं।
इस प्रथा के बारे में स्थानीय लोगों का मानना है कि ऐसा करने से बरसों पहले मर चुके परिजनों के अभी भी साथ होने का अहसास होता है।

Thursday, October 25, 2012

जसपाल भट्टी के जीवन का सफर

जालंधर. पंजाब के जालंधर शहर में 3 मार्च 1955 में जन्मे जसपाल भट्टी ने पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी.


शुरू से ही हास्य में रूचि रखने वाले जसपाल जी ने अपने कॉलेज के दिनों में ही स्ट्रीट प्लेस करना शुरू कर दिया था. इस दौरान उन्होंने नॉनसेंस क्लब (Nonsense Club) नामक संस्था की स्थापना की थी. 

इसके बाद हास्य में उनका हस्तक्षेप इतना बढ़ा कि इंजीनियरिंग छोड़ हास्य को उन्होंने अपना करियर बना लिया. आज अलसुबह 3 बजे एक दर्दनाक सड़क दुर्घटना में उनका निधन हो गया. पेश है उनकी जीवन यात्रा और उपलब्धियों की झलक तस्वीरों के संग...

Monday, October 22, 2012

होने वाली बहू रानी आखिरी क्षणों में थीं यश जी के साथ


मुंबई। 'किंग ऑफ रोमांस' के नाम से मशहूर फिल्म डायरेक्टर यश चोपड़ा नहीं रहे। हॉस्पिटल में जब वे आखिरी सांसे ले रहे थे तब रानी मुखर्जी उनके साथ थीं। 
सूत्रों के अनुसार, रानी मुखर्जी के परिवार ने दुर्गा पूजा का आयोजन किया था जिसमें वह शामिल होने वाली थीं। लेकिन उन्होंने यश चोपड़ा जी के साथ रहना उचित समझा। दोपहर में अपने परिवार वालों के पास उन्होंने एक मैसेज भेजा जिसमें यश जी के बिगड़ते हेल्थ के बारे में उनको बताकर खुद लीलावती हॉस्पिटल की ओर चल पड़ीं।
डेंगू की वजह से चोपड़ा का हेल्थ बहुत बिगड़ गया था और सुबह से ही उनपर दवाओं का असर बंद हो चुका था। बॉलीवुड के एक अंदरूनी सूत्र ने बताया कि  उनको वेंटिलेटर पर रखा गया और उनकी डायलिसिस की जा रही थी। यश चोपड़ा कुछ दिन पहले मल्टी ऑर्गन फैल्यर के शिकार हुए और उससे कभी उबर नहीं पाए।
एक दूसरे सूत्र के अनुसार, डॉक्टर ने यश जी के परिवार वालों से कह दिया था कि वह रिकवरी नहीं कर पाएंगे और इन आखिरी क्षणों में वे उनके साथ रहें। डॉक्टर्स उनको इंटेंसिव केयर यूनिट में रखकर लगातार उनके उपचार में लगे थे।

दुनिया के सबसे पुराने कंप्यूटर में दो वैज्ञानिकों ने फूंकी जान

लंदन. दुनिया का सबसे पुराना (करीब 50 साल पहले का) कंप्यूटर फिर चला लिया गया है। ब्रिटेन के 67 वर्षीय वैज्ञानिक रॉड थॉमस और 59 साल के रोजर होल्मस 10 साल से इसे चलाने की कोशिश कर रहे थे। अंत में उन्होंने इसमें सफलता हासिल कर ली।
ब्रिटिश अखबार ‘द सन’ के मुताबिक पांच टन वजनी इस कंप्यूटर का नाम ‘फ्लासी’ है। इस आईसीटी-1301 मेनफ्रेम कंप्यूटर की कीमत आज करीब 36 करोड़ रुपए है। लंदन यूनिवर्सिटी में परीक्षा के नतीजों की गणना करने के लिए इसे बनाया गया था।
1974 में जेम्स बॉन्ड की फिल्म ‘दि मैन विद ए गोल्डन गन’ में भी इसका उपयोग हुआ था। दुनिया में इस तरह के महज चार ही कंप्यूटर रह गए हैं। उनमें से ‘फ्लासी’ ही एकमात्र ऐसा कंप्यूटर है जो अब चालू हालत में है।

यहां मां के दर्शनभर से हो जाती है हर मुराद पूरी!

भोपाल/दतिया।शारदीय नवरात्र में दतिया के पीताम्बरा पीठ स्थित मां धूमावती के दर्शनों के लिए भक्तों की जमकर भीड़ उमड़ रही है।  बीते पांच वर्षों में भक्तों की संख्या में पांच गुना से भी ज्यादा हो गई है। नवरात्रि के अवसर पर अब तक तीन लाख से अधिक श्रद्धालु मां धूमावती के दर्शन लाभ ले चुके हैं। चूंकि भक्त शनिवार को मां का दिन मानते हैं। इसलिए लाखों की संख्या में भक्त मंदिर पर आते हैं।

शाहरुख ने भरी आंखों से चूम लिया यश जी का सिर


मुंबई. जैसे ही पामेला जी के आंखों से आंसू गिरे शाहरुख खान ने उन्हें गले लगा लिया. 
यश जी के बेहद करीब रहे शाहरुख खान जब लीलावती अस्पताल की 11वीं मंजिल पर बने इंटेंसिव केयर यूनिट में पहुंचे तो उनके चेहरे पर तनाव साफ़ दिख रहा था. इसी कमरे में उनके बेहद करीबी और मशहूर फिल्म निर्माता यश जी का पार्थिव शरीर उनके सामने था. 
सूत्रों के मुताबिक "जैसे ही आदित्य और रानी उन्हें अस्पताल के उस कमरे में ले गए शाहरुख बेहद असहज हो गए लेकिन उन्होंने खुद को संभाला और रानी तथा आदित्य को गले लगा लिया. भरे आंखों के साथ शाहरुख ने यश जी के माथे को भी चूमा.' यश जी की पत्नी पामेला चोपड़ा जो इस मौके पर बेहद आहत थीं उन्हें भी शाहरुख ने गले लगाकर संभालने की कोशिश की. 
सूत्रों के मुताबिक "इसके बाद शाहरुख ने तुरंत ही खुद को संभाला और परिवार के एक सदस्य की तरह उनके करीबी लोगों और फिल्म इंडस्ट्री के लोगों को इस घटना के बारे में सूचित करने लगे. इसके बाद वो आदित्य और यश को कमरे के किनारे ले गए और उन्हें संभालने लगे." 
शाहरुख खान अकेले ले गए यश जी का पार्थिव शरीर 
अस्पताल से निकलते हुए शाहरुख खान दिवंगत यश चोपड़ा के पार्थिव शरीर के साथ अकेले थे। अस्पताल से सीधे उन्हें जुहू स्थित उनके घर ले जाया गया जहां कुछ देर रुकने के बाद पार्थिव शरीर अंधेरी  स्थित वाईआरएफ स्टूडियो  ले जाया गया।
अस्पताल सूत्रों के मुताबिक," जिस एम्बुलेंस में यश चोपड़ा के पार्थिव शरीर को ले जाया गया उसमें उनके शरीर के साथ अकेले शाहरुख खान ही मौजूद थे। जबकि यश जी के दोनों बेटे आदित्य, उदय चोपड़ा और पत्नी पामेला चोपड़ा और रानी मुखर्जी अपने निजी कार से घर पहुंचे।"
कुछ समय घर पर रखने के बाद उनके पार्थिव शरीर को वाईआरएफ स्टूडियो ले जाया गया। यहां उनके चाहने वाले और मित्र सोमवार दोपहर 12 बजे तक अंतिम दर्शन कर सकेंगे। अंतिम संस्कार 3 बजे दक्षिण मुंबई के चंदनवाड़ी में किया जाएगा।





अंतिम संस्कार में आमिर खान के पहुंचने की संभावना बेहद कम   
अपनी आगामी फिल्म धूम 3 पर काम कर रहे आमिर खान के दिवंगत यश चोपड़ा के अंतिम संस्कार में पहुंचने की संभावना बेहद कम है. इस वक़्त वह अपनी मां जीनत को लेकर हज की यात्रा पर मक्का और मदीना गए हुए है. सूत्रों के मुताबिक यश राज फिल्म स्टूडियो (YRF studios) में सोमवार को होने वाले अंतिम संस्कार में उनकी पत्नी किरण राव के पहुंचने की संभावना है. 
सूत्रों के मुताबिक आमिर को जैसे ही देहांत के बारे में सूचना मिली उन्होंने यश जी के परिवार को फोन कर अपना दुःख प्रकट किया. संभावना व्यक्त की जा रही है कि अगर आमिर मक्का में प्रार्थना कर चुके होंगे तो वापस आ सकते हैं. हालांकि उनकी मां जीनत चाहती हैं कि हज के दौरान आमिर उनके साथ ही रहें. ऐसे में उनके भारत वापस आने की संभावना बेहद कम दिखती है ऐसा सूत्रों का मानना है.

जब केजरीवाल की मीटिंग में अचानक आई एक महिला और...

नई दिल्ली. वाड्रा-डीएलएफ डील को लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के दिल्ली स्थित आवास पर प्रदर्शन करने पहुंचे इंडिया अगेंस्ट करप्शन के कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को पानी की बौछार के साथ लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा। 
दरअसल, इंडिया अगेंस्ट करप्शन की हरियाणा इकाई के कार्यकर्ता रविवार दोपहर गोल डाकखाने के करीब इकट्ठा होकर पंडित पंत मार्ग स्थित हुड्डा के निवास की ओर निकल पड़े। 
पुलिस ने इन प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पंडित पंत मार्ग पर बैरिकेडिंग कर रखी थी। लेकिन आईएसी कार्यकर्ता पुलिस की बैरिकेडिंग को तोड़कर उनके घर के करीब पहुंच गए। 
इसके बाद पुलिस ने इन्हें तितर-बितर करने के लिए पहले वाटर कैनन से पानी की बौछार की और बाद में लाठीचार्ज किया। आईएसी कार्यकर्ताओं का दावा है कि पुलिस की कार्रवाई में 10 लोग घायल हुए हैं जबकि 25 को पुलिस ने हिरासत में लिया है। 

Saturday, October 20, 2012

रतन टाटा के खिलाफ जारी हुआ वारंट


जयपुर.राज्य उपभोक्ता आयोग के नई कार देने के आदेश की पालना नहीं करने पर जिला उपभोक्ता मंच जयपुर प्रथम ने प्रसंज्ञान लेते हुए, मैसर्स टाटा मोटर्स के रतन टाटा सहित रोशन मोटर्स प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर हरचरण व जी.एम सर्विस वर्कशॉप रोशन मोटर्स प्राइवेट लिमिटेड को 5 हजार रुपए के जमानती वारंट से तलब किया है। मंच ने यह आदेश परिवादी संकेत टोंग्या की अवमानना प्रार्थना पत्र की सुनवाई पर दिया।
परिवादी ने मंच को बताया कि उसने 1 फरवरी 2008 को मैसर्स रोशन मोटर्स प्राइवेट लिमिटेड से एक टाटा इंडिगो डाइकोर डीजल कार खरीदी थी। कार में तकनीकी खराबी के चलते मंच में परिवाद दायर किया। मंच ने 17 जनवरी 2011 को परिवाद निरस्त कर दिया। परिवादी ने राज्य आयोग में जिला मंच के आदेश के विरुद्ध अपील कर दी। 
आयोग ने 8 जून 2012 को आदेश कर खराब कार को 30 दिन में बदलकर नई कार या कार की 5,63,850 कीमत और मानसिक क्षतिपूर्ति के 10 हजार व परिवाद व्यय 5 हजार रुपए परिवादी को देने का देने को कहा। आदेश की पालना में कंपनी ने परिवादी की खराब कार बदलकर नई कार देने से मना कर वर्कशॉप में भेज दिया। 
इस पर परिवादी ने 19 जून 2012 को कंपनी के शोरूम को कानूनी नोटिस दिया,लेकिन ना तो नोटिस जवाब दिया न ही आयोग के आदेश की पालना की थी। मंच ने अवमानना प्रार्थना पत्र पर प्रसंज्ञान लेते हुए रतन टाटा सहित अन्य लोगों को 5 हजार रुपए के जमानती वारंट से तलब किया।

प्रोटोकॉल तोड़कर गांव में पूजा करेंगे राष्‍ट्रपति प्रणब, पर जया का दशहरा होगा फीका!

नई दिल्ली. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी हर साल की तरह इस साल भी नवरात्रि के मौके पर पश्चिम बंगाल के बीरभूमि जिले के मिरीती गांव में मौजूद अपने पैतृक निवास जा रहे हैं। बीरभूमि के जिलाधिकारी ने जानकारी दी है कि मुखर्जी शनिवार को दोपहर में कोलकाता से 240 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद अपने गांव हेलीकॉप्टर से पहुंचेंगे। तय कार्यक्रम के मुताबिक राष्ट्रपति 23 अक्टूबर तक अपने पैतृक गांव में रहेंगे। मुखर्जी अपने गांव में दुर्गापूजा में बतौर मुख्य पुजारी शामिल होंगे। प्रणब के करीबी लोग अंदाजा लगा रहे हैं कि शायद प्रणब खुद प्रोटोकॉल तोड़कर गांव वालों के बीच घुलेंगे मिलेंगे और पूजा करेंगे। 
प्रणब पश्चिम बंगाल के हैं और वहां दुर्गापूजा का अलग ही महत्‍व है। बंगाल की जया भादुड़ी बच्‍चन भी हैं और वह भी मुंबई में बंगाली अंदाज में ही दुर्गापूजा मनाती हैं। लेकिन इस बार वह ऐसा नहीं कर पाएंगी (पूरा आगे के स्‍लाइड में पढ़ें)।

बेरुत में शक्तिशाली कार बम धमाका, हर तरफ रोने की आवाजें

बेरुत.  लेबनान की राजधानी बेरुत में शुक्रवार को हुए शक्तिशाली कार बम धमाके में 8 लोगों की मौत हो गई और 80 से ज्यादा घायल हो गए। विस्फोट सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद की विरोधी माने जाने वाली पार्टी-फलांगे के मुख्यालय से मात्र 200 मीटर दूर हुआ। धमाके से पास की दो बहुमंजिला इमारतों को जबरदस्त नुकसान हुआ है।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार विस्फोट इतना भीषण था कि उसकी आवाज कई किलोमीटर दूर तक सुनी गई। विस्फोट के कारण कई कारों में आग लग गई। टीवी दृश्यों में विस्फोट में नष्ट इमारतों को भी दिखाया गया है। घटनास्थल के समीप ईसाइयों के मेरोनाइट सम्प्रदाय का मुख्यालय स्थित है।

रसोई गैस पर सब्सिडी के लिए विदेश से खुलवा सकते हैं बचत खाता


सीकर.रसोई गैस पर नगद सब्सिडी को लेकर आ रही समस्या को दूर करने के लिए विदेश में रहते हुए भी बचत खाता खुलवाया जा सकता है। केवाईसी प्रक्रिया में इस बचत खाते के नंबर भरे जा सकते हैं। ताकि  नगद सब्सिडी की व्यवस्था लागू होने पर उपभोक्ता के खाते में सब्सिडी का पैसा जमा हो सके। उल्लेखनीय है कि नगद सब्सिडी की व्यवस्था के लिए सरकार ऑयल कंपनियों के जरिए रसोई गैस उपभोक्ताओं से केवाईसी फार्म में ऑन लाइन बैंक खाता संख्या भरवा रही है। 
संभवतया अप्रैल से रसोई गैस उपभोक्ताओं को सब्सिडी की राशि नकद जमा दी जाएगी। जिले में करीब 10 हजार उपभोक्ता ऐसे हैं। जो विदेश में रहते हैं। इनका एमआरई के अलावा स्थानीय स्तर पर ऑन लाइन बैंक खाता नहीं है। केवाईसी में बैंक खाते की जानकारी नहीं भरने पर इन्हें सब्सिडी नहीं दी जाएगी। दैनिक भास्कर ने बैंक अधिकारियों और ऑयल कंपनियों से बातचीत कर इस समस्या का समाधान तलाशने का प्रयास किया है।
विदेश में रहते हुए यूं खुलवाएं स्थानीय बचत खाता
नौकरी के लिए विदेश में रहने वाले लोग ऐसी बैंक शाखा में बचत खाता खुलवा सकते हैं, जिनकी शाखा विदेश और भारत दोनों स्थानों पर हो। एसबीआई शाखा प्रबंधक बीसी जैन के अनुसार पासपोर्ट और वीजा कागजात लगाकर आवेदन पत्र भरना होगा।
विदेश में स्थित ब्रांच द्वारा इस आवेदन को वेरिफाई करवाकर भारत भेजा जाएगा। इसके बाद स्थानीय शाखा में खाता खोला जाएगा। इस खाते से जुड़ी पासबुक, चैक बुक और एटीएम कार्ड विदेश में रह रहे खाता धारक को भिजवाए जाएंगे। भारत से इस खाते में कोई भी व्यक्ति पैसा जमा कर सकेगा। विदेश में कौन कौन कौन सी बैंकों की ब्रांच है। इसके लिए इंटरनेट पर सर्च या बैंक में संपर्क कर जानकारी ली जा सकती है।
> ऑन लाइन खोल सकते हैं खाता
विदेश में स्थित ब्रांच में आवेदन करने के अलावा एंबेसी से आवेदन वेरिफाई करवाकर भी स्थानीय स्तर पर बचत खाता खुलवाया जा सकता है। आईडीबीआई के असिस्टेंट मैनेजर जयनारायण के अनुसार बैंक की साइट पर ऑन लाइन फार्म भरने के बाद उसका प्रिंट लेना होगा।
इसके बाद भरे हुए फार्म पर अपने हस्ताक्षर कर एंबेसी से वेरिफाई करवाना होगा। इस वेरिफाई फार्म को डाक के जरिए स्थानीय ब्रांच में भेजकर खाता खुलवा सकता है। इस खाते से जुड़ी पासबुक आदि खाताधारक को विदेश में भेजी जाएगी लेकिन स्थानीय स्तर से इसमें पैसा जमा करवा सकते हैं।
> बिना खाते के भी भरा जा सकता है केवाईसी फार्म
अगर किसी कनेक्शन धारक का बैंक में खाता नहीं है तो भी केवाईसी फार्म भर सकते हैं। केवाईसी फार्म में में बिना खाता नंबर भरे हस्ताक्षर फार्म जमा करवा सकते हैं। इसमें खाता नंबर नहीं भरने तक कनेक्शनधारक को सब्सिडी नहीं मिलेगी। खाता खुलने के बाद एजेंसी के जरिए ऑयल कंपनी को सब्सिडी के लिए खाता नंबर की जानकारी देते हुए आवेदन कर सकता है।
> देश में कहीं भी हो बैंक खाता
रसोई गैस सब्सिडी के लिए देश के किसी भी राज्य या शहर के किसी भी बचत खाते की जानकारी दे सकते हैं। यह जरुरी है कि खाता ऑन लाइन बैंक में हो और उसका आई एफएससी कोड हो।
'सब्सिडी के लिए देश में किसी भी स्टेट के सेविंग अकाउंट का नंबर भरा जा सकता है। जरुरी है कि खाता ऑन लाइन बैंक में हो।'

मैदान में लगाते थे चौके-छक्के, अब 'बिग बॉस' के घर में 'भांगड़ा'!

देश में शायद ही कोई ऐसा होगा जो नवजोत सिंह सिद्धू के नाम से परिचित नहीं होगा। वे भारत के पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी (बल्लेबाज) एवं वर्तमान में अमृतसर लोक सभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के लोकप्रिय सांसद हैं।
खेल से संयास लेने के बाद पहले उन्होंने दूरदर्शन पर क्रिकेट के लिये कमेंट्री करना आरंभ किया उसके बाद राजनीति में सक्रिय रूप से भाग लेने लगे।
राजनीति के अलावा उन्होंने टेलीविजन के छोटे पर्दे पर टी.वी. कलाकार के रूप में भी अपनी पहचान बनाई है। 'दि ग्रेट इंडियन लॉफ्टर चैलेंज' में उनकी मौजूदगी तो सदियों तक एक मिसाल रहेगी।
उनके तकिया कलाम, 'चक दे' और 'गुरू' और उनके कहने का अंदाज शायद ही कोई भूल पाए। आजकल वे सलमान के रियलिटी शो 'बिग बॉस' में नजर आ रहे हैं।
आज उनका जन्मदिन है, वो 20 अक्टूबर 1963 को पटियाला के एक जाट फैमिली में पैदा हुए थे। ऐसे में हम लेकर आए हैं खास आपके लिए उनकी जिंदगी की कुछ पुरानी यादें..

अपने फैसलों के चलते इस शख्स ने चांदी के चम्मच को सोने में बदला!

कुमार मंगलम बिड़ला निश्चित रूप से चांदी के चम्मच के साथ पैदा हुए थे, लेकिन उन्होंने कुछ ही दशकों में इस चम्मच को सोने में बदल दिया है।
आज से करीब 17 साल पहले आदित्य बिड़ला ग्रुप की कमान संभालने के समय उनकी कंपनी का कारोबार महज दो अरब डॉलर (करीब 104 अरब रुपए) था। आज यह 40 अरब डॉलर (लगभग 2000 अरब रुपए) को भी पार कर गया है। लेकिन वे यहीं नहीं रुकना चाहते। 
उनका लक्ष्य अगले तीन वर्षों में इसे 65 अरब डॉलर करना है। जैसा कि फोर्ब्स लिखता है, ‘कुमार ने इतने सालों में अपने बिजनेस हाउस को पारंपरिक व्यापार से बाहर निकालकर ग्लोबल बना दिया है। अपने बिजनेस की प्रोफाइल बदलना ही उनकी सबसे बड़ी सफलता है।’ इसीलिए फोर्ब्स ने उन्हें 'ए मैन फॉर ऑल सीजन' करार दिया।

फिर बाप बनकर 'बूढ़े' ने तोड़ा अपना ही विश्व रिकॉर्ड,

रामजीत राघव के पास अद्भुत सेक्स पावर है, इसका लोहा तो दुनिया मान चुकी है। रामजीत अपनी उम्र को 100 साल से ऊपर का बताते हैं।

अभी भारतीय मीडिया में आई खबरों में भी उनको 102 साल का बताया गया है जबकि इंटरनेशनल मीडिया उनकी उम्र 96 साल मानती है।

लेकिन रामजीत की उम्र 96 साल मानने के बावजूद वह विश्व के सबसे वृद्ध पिता हैं। उन्होंने 2010 में पहले बच्चे का बाप बनकर यह वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित किया था। अब, 2012 में दूसरे बच्चे का पिता बनकर उन्होंने अपना ही रिकॉर्ड तोड़ा है।

पिछली खबर (दुनिया के सबसे OLDEST FATHER, 102 साल की उम्र में जवां सेक्स लाइफ) में रामजीत के बारे में बहुत कुछ बताया जा चुका है। इस खबर में हम रामजीत और उसके दूसरे  बच्चे की हालिया तस्वीरें लेकर आए हैं। साथ ही अन्य जानकारियां भी।

बिकाऊ है साढ़े 300 साल पुराना यह महल!

भोपाल/नरसिंहगढ़।परमार राजवंश की खास निशानी राजगढ़ शहर का किला एक बार फिर चर्चाओं में है। पहले की तरह इस बार भी उसकी बिक्री की खबर जोरों पर है। हालांकि राजपरिवार ने इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक बिक्री के लिए कुछ पार्टियों से बात चल रही है। अगर ऐसा हो जाता है, तो क्षेत्र की पुरानी धरोहर को बचाया जा सकेगा और पर्यटन को बढ़ावा मिल सकेगा

जहरीले पारे के ढेर पर बैठा है यूपी का ऊर्जांचल

लखनऊ. क्या यूपी का ऊर्जांचल माना जाने वाला सोनभद्र जिला ज़हरीले पारे के ढेर पर बैठा है? दिल्ली स्थित अनुसंधान संस्थान सेंटर फॉर साइंस एंड एन्वायरमैंट (सीएसई) के द्वारा किये गए एक नवीनतम अध्ययन में पता चला है कि प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े जिले और यूपी का ऊर्जांचल कहे जाने वाले सोनभद्र के वातावरण और स्थानीय निवासियों के शरीर में पारे (मरकरी) की अत्यधिक मात्रा मौजूद है।

हौसले की उड़ान ने राजस्थान की शताब्दी को पहुंचाया आसमां पर, जानें क्या है कहानी

सवाई माधोपुर.जिंदगी में कोई कुछ कर गुजरने की ठान लें तो हर मुश्किल आसान हो जाती है। जरूरत है तो सिर्फ जोश ओर जुनून की। कुछ ऐसा ही कर दिखाया है आवासन मंडल के सेक्टर तीन निवासी शताब्दी अवस्थी ने। 22 वर्ष की उम्र में दुर्घटना में दोनों पैर गंवा चुकी शताब्दी ने अभी हाल ही में कौन बनेगा करोड़पति में भाग लेकर 50 लाख रुपए की राशि जीती है। अपनी मेहनत के दम पर जिंदगी से लोहा मनवाने वाली शताब्दी की कामयाबी से आज परिवार के सभी लोग खुशी से फूले नहीं समा रहे। कौन बनेगा करोड़पति में विजेता की सूचना के बाद अवस्थी के घर पर बधाइयां देने वालों का तांता लगा हुआ है।

Thursday, October 18, 2012

भारत में करना है निवेश तो यह है सबसे बेहतरीन डेस्टीनेशन

लुधियाना.आज भारत औद्योगिक क्षेत्र में काफी तेजी से विकास कर रहा है। यहां पर कई ऐसे शहर हैं जो निवेश की दृष्टि से बहुत ही संपन्न स्थिति में हैं। लुधियाना भी ऐसे ही शहरों में से एक बन चुका है जिसमें अर्थशास्त्री और व्यापारी अपार संभावनाएं तलाश रहे हैं।

और यह सिर्फ योजना के स्तर पर ही नहीं बल्कि प्रायोगिक स्तर पर भी सिद्ध हो चुका है कि यहां निवेश करके बेहतर मुनाफा कमाया जा सकता है।

आइए आपको बताते हैं लुधियाना के बारे में और भी कुछ बेहतरीन तथ्य कि यह किस तरह बेहतरीन है





पहली बार दुनिया ने देखा, गूगल का भीतरी संसार

अगर आप जीमेल के उपयोगकर्ता हैं। यूट्यूब पर वीडियो देखना पसंद करते हैं तो इस खबर से आपका संबंध है। पहली बार गूगल के तमाम डाटा सेंटरों की तस्वीरें इंटरनेट पर जारी की गई हैं। इन डाटा सर्वर पर विश्व के करोड़ों लोगों का डाटा स्टोर है। यहां बस सैकड़ों हजारों सर्वर और रंगबिरंगे तारों का जंगल दिखाई पड़ता है। कहीं भी कोई भी फॉल्ट होने पर इंजीनियर साइकिल द्वारा वहां पहुंच जाते हैं।

कुछ ही लोग इन डाटा सेंटरों में जा सकते हैं। यह इसलिए भी अच्छा है, क्योंकि आपकी प्राइवेसी और डाटा पर किसी की बुरी नजर न पड़े। वहीं मजे की बात यह है कि जिन जगह यह डाटा सेंटर बनाए गए, वहां पहले कभी पेपर मिल और दूसरी फैक्ट्रियां हुआ करती थीं । यह बर्केले काउंटी, काउंसिल ब्लफ्स (लोवा), डगलस काउंटी , मायेस काउंटी (ओक्ला), हमिना (फिनलैंड), सेंट गिस्लेन (बेल्जियम)  की तस्वीरें हैं। नए डाटा सेंटर क्विलिकरा, चिली, हांगकांग, सिंगापुर और ताइवान बनने जा रहे हैं।

कोका कोला का ऐसा इस्तेमाल शायद नहीं देखा होगा आपने!

इस दुनिया में हर चीज के एक से ज्यादा उपयोग होते हैं। इनमें से कई काम तो ऐसे होते हैं, जिनके बारे में कोई सोच भी नहीं सकता है।
आज आपके सामने पेश है एक ऐसी लिस्ट, जिसमें कोल्ड ड्रिंक कोका कोला के मजेदार उपयोग शामिल हैं। कोक को कोका कोला कंपनी ने 1886 में बाजार में उतारा था।
कंपनी के अनुसार, उसका यह प्रोडक्ट 200 से भी ज्यादा देशों के युवाओं की फेवरेट ड्रिंक्स में शामिल है। इस लिस्ट को देखने के बाद आपको भी कोक के अनोखे उपयोग का आइडिया मिल जाएगा।
आगे की तस्वीरों में जानिए कोका कोला के असामान्य इस्तेमाल...

केजरीवाल ने बताया SECRET, कैसे खोलेंगे नेताओं की पोल!

नई दिल्ली. रॉबर्ट वाड्रा-डीएलएफ प्रकरण और सलमान खुर्शीद के एनजीओ पर हुए खुलासे के बाद अरविंद केजरीवाल की संस्था इंडिया अंगेस्ट करप्शन (आईएसी) के दफ्तर में देशभर से नेताओं व ब्यूरोक्रेट्स के घोटालों से जुड़े दस्तावेजों के आने का सिलसिला तेज हो गया है। 
थोक के भाव में आ रहे इन दस्तावेजों की पड़ताल व चयन के लिए केजरीवाल ने बाकायदा रिसर्च एंड एनालिसिस विंग का गठन किया है। इस टीम में उच्चकोटि के छह पेशेवर स्वयंसेवी हैं, 
जिसमें एक चार्टर्ड अकाउंटेंट, एक आईआईएम के गेस्ट लेक्चरर, एक आईआईटीयन, एक एडवोकेट, एक जर्नलिस्ट और एक मैनेजमेंट ग्रेजुएट शामिल है। सुरक्षा कारणों से इस ‘खास’ टीम के इन सदस्यों के नाम उजागर नहीं किए गए हैं, लेकिन ( शेष आगे... )

Wednesday, October 17, 2012

ये है मौत की खदान,3 बच्चियां दफन,5 जख्मी

भोपाल/शिवपुरी।सोमवार की सुबह कोलारस के साखनोर गांव में सिंध किनारे मिट्टी खोद रहीं बालिकाओं के ऊपर मिट्टी का बड़ा ढेर आकर गिर गया। जिसके नीचे दबने से तीन बालिकाओं की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई, जबकि पांच जख्मी हो गईं। चार घायल बालिकाओं को जिला अस्पताल में उपचार हेतु भर्ती कराया गया है।

तीन हजार वकीलों के हाथ में कैंडल, सब कर रहे थे सलमान का विरोध


नई दिल्ली. केंद्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद और उनकी पत्नी लुइस खुर्शीद के एनजीओ में भ्रष्टाचार का मामला सामने आने के बाद विरोध स्वरूप कड़कड़डूमा शाहदरा बार एसोसिएशन के तीन हजार वकील बुधवार दोपहर दो बजे कैंडल मार्च निकालेंगे। 
शाहदरा बार एसोसिएशन के लाइब्रेरी इंचार्ज प्रदीप शर्मा ने बताया कि इस मौके पर बार के अध्यक्ष आरके जैन व महासचिव विनोद भारद्वाज भी अधिवक्ताओं को संबोधित करेंगे।

नेताजी ने कहा कि दुष्कर्म के पीछे सबसे बड़ी वजह है यह चीज


चंडीगढ़। हरियाणा के जींद जिले की खाप पंचायत के एक नेता ने दुष्कर्म के बढ़ते मामलों के लिए अनोखी थ्योरी दी है। उन्होंने कहा है कि चाउमिन खाने से ऐसे मामले बढ़ रहे हैं।


जींद के छत्तर गांव के ठुआ खाप पंचायत के नेता जितेंद्र छत्तर ने कहा, 'मेरी समझ से ऐसी घटनाओं के लिए चाउमिन जिम्मेदार है। यह एक मसालेदार डिश है। इसे खाने से शरीर में मौजूद हार्मोन का संतुलन बिगड़ जाता है। इसलिए बुजुर्ग हमेशा हल्का और पौष्टिक खाने की सलाह देते हैं।Ó

इससे पहले भी खाप पंचायतों के नेता ऐसी बयानबाजी करते रहे हैं। पिछले हफ्ते खाप नेता सूबे सिंह ने दुष्कर्म रोकने के लिए लड़कियों की शादी की उम्र 18 से घटाकर 16 करने का सुझाव दिया था।  हरियाणा विधानसभा में विपक्ष के नेता ओम प्रकाश चौटाला ने इस सुझाव का समर्थन किया था।

मेरा तो न बेटा है न जमाई, फिर मुझे रुपए जोड़ने की क्या जरूरत?

जसदण (गुजरात)।जसदण में आयोजित स्वागत समारोह में मोदी ने इस बार कांग्रेस की ‘दशा और दिशा बदलने’ के नारे पर निशाना साधा। मोदी ने कहा, ‘कांग्रेसी कहते हैं कि दशा बदलो, दिशा बदलो, क्या आपको यह बात समझ में आती हैं।
चलिए मैं आपको बताता हूं। जसदणवासियों ने चालीस सालों से कांग्रेस की दिशा पकड़ रखी थी। आपने दिशा बदली तो क्या आपकी दशा बदली’? उन्होंने जसदण के भाजपा के विधायक भरत बोधरा के नाम का उल्लेख करते हुए कहा, ‘भरतभाई ने भी वष्रो तक कांग्रेस की दिशा ही पकड़ रखी थी, जब वे कांग्रेस में थे। हम उन्हें भला-बुरा कहते रहते थे, लेकिन जबसे उन्होंने कांग्रेस की दिशा बदलकर भाजपा की दिशा पकड़ी तो उनकी भी दशा बदल गई।’

Thursday, October 11, 2012

ये हैं छत्तीसगढ़ के पहले शहीद, जिन्होंने बजा दी थी अंग्रेजों की ईंट से ईंट

रायपुर.सन् 1857 में अंग्रेजों के विरूद्ध की गई क्रांति में छत्तीसगढ़ को अंग्रेजों के अत्याचार से बचाने में वीर नारायण सिंह ने प्रमुख भूमिका निभाई है। स्वतंत्रता समर में मातृभूमि के लिए मर मिटने वाले शहीदों में वीर नारायण सिंह का नाम गर्व से लिया जाता है। नारायण का जन्म सन् 1795 में सोनाखान के एक जमींदार परिवार में हुआ था।

वीर नारायण के पिता रामसाय एक स्वाभिमानी पुरुष थे और उन्होंने 1818-19 के दौरान अंग्रेजों तथा भोंसलों के विरुद्ध तलवार उठाई थी परन्तु कैप्टन मैक्सन उनके विद्रोह को दबा दिया था। बिंझवार आदिवासियों के सामर्थ्य और संगठित शक्ति से जमींदार रामसाय का दबदबा बना रहा और अंग्रेजों ने उनसे संधि कर ली थी।

(यह डाक टिकट भारत सरकार द्वारा नीर नारायण सिंब के सम्मान में जारी किया गया है।)

जब पीछे पड़ीं स्कूल गर्ल्स तो झाड़ियों में छुपते फिरे अफसर

बिलाड़ा/भावी/जोधपुर.भावी के गर्ल्स स्कूल की छात्राओं ने रिक्त पदों पर शिक्षक लगाने की मांग को लेकर बुधवार को स्कूल के बाहर प्रदर्शन किया। सूचना मिलने पर दोपहर तक शिक्षा अधिकारी मौके पर पहुंचे। शिक्षाधिकारी पूर्व में शिक्षक लगाने का लिखित आश्वासन दे चुके थे, लेकिन कार्रवाई आज तक नहीं हुई। छात्राओं ने इसका जवाब मांगा, तो उनसे कुछ कहते नहीं बना। आक्रोशित छात्राओं के तेवर देखकर अधिकारी भागकर पहले झाड़ियों फिर अस्पताल में जा छुपे। उन्हें वहां से भी बाहर निकाला गया तो अधिकारी आगे और छात्राएं पीछे-पीछे भागीं। आखिर अधिकारी एक पेट्रोल पंप के केबिन में जा घुसे और पुलिस के आने पर ही बाहर निकले।

सुनाई दी बच्ची की चीख, आकर देखा तो खिसक गई पैरों तले से ज़मीन!


मदनगंज-किशनगढ़.ईदगाह के निकट कच्ची बस्ती में बुधवार शाम को घर के बरामदे में सो रही एक बच्ची को सूअर उठा ले गया। बच्ची के बिलखने पर परिजनों ने सूअर के मुंह में देखा तो उनके होश ही उड़ गए। परिजनों ने दौड़कर बच्ची को छुड़ाया और सूअर को भगाया। बच्ची जख्मी हो गई। परिजनों ने अस्पताल में बच्ची का उपचार करवाया। 
जानकारी के अनुसार ईदगाह के निकट स्थित कच्ची बस्ती में रामसिंह का मकान है। बुधवार शाम को परिवार के सदस्य कमरे में टीवी देख रहे थे। उसकी दो वर्षीय बच्ची अंजली बरामदे में सो रही थी।
मुख्य द्वार का दरवाजा खुला होने के कारण एक सूअर अंदर आ गया और बच्ची को मुंह में उठाकर बाहर की ओर भाग छूटा। बच्ची की चीख पुकार सुनकर परिजन बाहर दौड़े तो अंजली को सूअर के मुंह में देख परिजनों के पैरों तले जमीन खिसक गई।
दौड़कर परिजनों ने काफी मशक्कत कर बच्ची को सूअर के मुंह से छुड़ाया। सूअर के मुंह में लेने से बच्ची जख्मी हो गई। परिजनों ने सूअर को भगाया और बच्ची को राजकीय यज्ञनारायण अस्पताल पहुंचाया जहां चिकित्सकों ने उसका प्राथमिक उपचार कर छुट्टी दे दी। 
आए दिन घर में घुस जाते हैं सूअर
घटना के बाद क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई और लोगों की भीड़ जमा हो गई। क्षेत्रवासियों ने बताया कि गंदगी का अंबार होने के कारण यहां काफी तादाद में सूअर है। आए दिन सूअर घर के घुस जाते है। कपड़ों व बर्तनों को खराब कर देते है। भगाने के बाद फिर से आ जाते है। कई बार बच्चों पर हमला कर देते है। क्षेत्रवासी सूअर को भगाते रहे।

ये पकड़ो 100 करोड़, खोलो मेडिकल कॉलेज

जयपुर/श्रीगंगानगर। श्रीगंगानगर के सरकारी अस्पताल में मेडिकल कॉलेज की दावेदारी मजबूत करने के लिए बुधवार को उद्योगपति बी.डी. अग्रवाल ने एक पल में 100 करोड़ रु. का चेक काट दिया।

इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी कहा कि जरूरत पड़ी तो सवा सौ-डेढ़ सौ करोड़ का चैक काटने को हर समय तैयार हैं। जिला अस्पताल में मेडिकल कॉलेज के लिए अग्रवाल ने मेडिकल कॉलेज बनाओ संघर्ष समिति के सदस्यों को पंचायती धर्मशाला में 100 करोड़ का चेक सौंपा।

संघर्ष समिति ने कहा था कि अगर वे इस राशि का चेक समिति को सौंपते हैं तो कॉलेज की दावेदारी मजबूत होगी। अग्रवाल ने चेक सौंपते हुए कहा कि हमने जितने भी दान दिए हैं, वे सरकारी संस्थाओं को ही दिए हैं।
पता नहीं सरकार को श्रीगंगानगर में मेडिकल कॉलेज खोलने में क्या परेशानी है, जबकि यहां जमीन, पैसा और अन्य आवश्यक चीजें मौजूद हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि अब सरकारी मेडिकल कॉलेज को मंजूरी मिल जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार को केवल मेडिकल कॉलेज के लिए अनुमति देते हुए नए पद सृजित करने हैं। धर्मशाला संघर्ष समिति के संयोजक महेश पेड़ीवाल ने बताया कि कॉलेज की मांग को लेकर वे अपने साथियों के साथ शुक्रवार को विधानसभा पर प्रदर्शन भी करेंगे। कौन हैं बीडी अग्रवाल बी.डी. अग्रवाल श्रीगंगानगर के रहने वाले हैं। अग्रवाल विकास डब्ल्यूएसपी कंपनी के चेयरमैन व मैनेजिंग डायरेक्टर हैं। उनकी कंपनी विश्वभर में गवार गम निर्यात करती है। राजस्थान सहित कई राज्यों में ग्वार गम की फैक्ट्रियां हैं। वे सर छोटूराम किसान समिति के कार्यकारी अध्यक्ष हैं।
अग्रवाल ने अपने पिता सेठ मेघराज जिंदल के नाम पर ट्रस्ट बना रखा है और वे उसके मुख्य ट्रस्टी भी हैं। वे सेवा समिति के मुख्य संरक्षक के अलावा चौधरी छोटूराम द्वारा गठित जमींदारा पार्टी को पुनर्जीवित करने के लिए नेशनल यूनीनिस्ट पार्टी (प्रस्तावित) के संस्थापक भी हैं। अग्रवाल ने अपनी पार्टी का अंतरिम घोषणा-पत्र 29 सितंबर को जारी किया है। चाहते तो निजी कॉलेज खोल लेते अग्रवाल ने कहा कि वे चाहते तो इतने पैसे से निजी मेडिकल कॉलेज बना सकते थे, लेकिन उनकी दिली ख्वाहिश है कि सरकारी मेडिकल कॉलेज बने और यहां से बेहतरीन डॉक्टर निकलें। उन्हें सुकून तब मिलेगा जब यहां एक नामी मेडिकल कॉलेज शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि वे दुकानदारी नहीं चलाना चाहते, बल्कि गरीब लोगों का भला चाहते हैं। मेडिकल कॉलेज में सरकार की सहभागिता होने से संचालन बेहतर होगा और गरीबों को सस्ता इलाज मुहैया होगा।
> 1976 में हरियाणा के सिवानी में 25 एकड़ में एक मेडिकल कॉलेज बना चुके हैं।
> सिवानी में ही 20 एकड़ में एक अन्य कॉलेज बनाया।
> अप्रैल में हजारों किसानों को 95 करोड़ का ग्वार बीज मुफ्त बांटा था।
> दस करोड़ रुपए गंगानगर नगर परिषद को सीवरेज के लिए दान दिए।
> श्रीगंगानगर में 48 करोड़ की छात्रवृत्ति वितरित, 2 करोड़ ट्रेडर्स एसोसिएशन भवन के लिए दान दिए।

दहशत के साए से निकल इस महिला ने पूरे देश में बजा दिया डंका

अलगाव और आतंक अब पुरानी बात हुई। कश्मीरी युवाओं का फोकस अब कॅरियर पर है। 48 साल में राज्य से जहां 25 यूपीएससी सिलेक्शन हुए, वहीं पिछले चार साल में 30 युवा चयनित हो चुके हैं। राज्य में स्कूल-कॉलेजों की संख्या नाकाफी है और कोचिंग सुविधा तो न के बराबर। कश्मीर से सिलेक्ट होने वालों में एमबीबीएस डॉक्टर सैयद सहरीश असगर शामिल हैं। उनकी 118वीं रैंक आई है। मूलत: किश्तवाड़ की रहने वाली सहरीश अपनी कामयाबी से खुश हैं।

सहरीश असगर जम्मू-कश्मीर की पहली मुस्लिम महिला है जिसने भारतीय पुलिस सर्विस(आईपीएस) परीक्षा पास की। वह बताती हैं कि बचपन से ही उनका सपना अपने पिता की तरह बनना चाहती थीं। इनके पिता भी सिविल सर्विस में थे। असगर बताती हैं कि एमबीबीएस की पढ़ाई के दौरान ही सिविल सर्विस की तैयारी शुरू कर दिया था। असगर बताती हैं कि किश्तवाड़ के लिए किसी महिला का आईएएस बनना एक सपने के समान है। असगर की पूरी कहानी आगे तस्वीरों की जुबानी।