सिर्फ इंसानों में ही जय और वीरू की तरह दोस्ती हो सकती है, यह सोचना यहां पर गलत साबित हो जाएगा। चिंपाजी और कुत्ते के बीच जय-वीरू से बढ़कर दोस्ती को देख कोई भी इनका मुरीद हो सकता है। इतना ही नहीं इनकी दोस्ती के कारनामे इस कदर बढ़ गए हैं कि अब तो इनके ऊपर एक किताब भी प्रकाशित हो गई है।
इन दोनों के बीच दोस्ती का सिलसिला बचपन से बढ़ने लगा था। साउथ केरौलिना के ज्यॉर्जटाउन से यह किताब निकली है, इस किताब का नाम सूरिया एंड रोस्को रखा गया है। आईए देखते हैं इन दोंनों के बीच दोस्ती की कुछ खास तस्वीरें...






इन दोनों के बीच दोस्ती का सिलसिला बचपन से बढ़ने लगा था। साउथ केरौलिना के ज्यॉर्जटाउन से यह किताब निकली है, इस किताब का नाम सूरिया एंड रोस्को रखा गया है। आईए देखते हैं इन दोंनों के बीच दोस्ती की कुछ खास तस्वीरें...









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