जबलपुर.कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने गांधीवादी अन्ना हजारे के प्रस्तावित अनशन को लेकर सख्त चेतावनी दी है। बुधवार को उन्होंने कहा कि हजारे के खिलाफ भी वैसा ही सलूक हो सकता है जैसा रामलीला मैदान में बाबा रामदेव के साथ हुआ। हालांकि यह मौके की नजाकत पर निर्भर करेगा। नए-नए खुलासों और बयानों को लेकर अपनी तुलना विकीलीक्स से किए जाने पर उन्होंने कहा कि विकीलीक्स तो लाजवाब है ही, लेकिन ‘दिग्गीलीक्स’ उससे भी ज्यादा जबरदस्त है।
यहां पत्रकारों से चर्चा में दिग्विजय ने अन्ना को बुजुर्ग नेता बताते हुए कहा कि समर्थक उन्हें ‘चने के झाड़’ पर चढ़ाकर अनशन पर बैठा देते हैं, जबकि उम्र को देखते हुए उनका अनशन पर बैठना ठीक नहीं है। उनके युवा समर्थकों को अनशन पर बैठना चाहिए। उन्होंने कहा, सरकार की जवाबदेही अन्ना और उनकी टीम के प्रति नहीं, बल्कि जनता के प्रति है। देश में संसदीय प्रणाली सर्वोच्च है और उसी की प्रक्रिया का पालन किया जाएगा।
बाबा रामदेव के साथ रामलीला मैदान मंे हुई घटना का जिक्र किए बिना उन्होंने कहा कि यदि अन्ना हजारे अनशन पर बैठते हैं तो उनके साथ भी वही सलूक किया जाएगा, जो उस वक्त की परिस्थितियों में किया जा सकता है। सिंह ने कहा कि अन्ना हजारे भले ही गांधीवादी नेता हैं लेकिन उनकी टीम के सदस्य गांधीवादी नहीं हैं। उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर भी फिर निशाना साधा। कहा, ‘मैं इन कथित हिंदू संगठनों से बेहतर हिंदू हूं, जो धर्म का पालन करता है।’
उन्हांेने कहा कि कौन-सा धर्म कहता है कि विस्फोट के लिए बम बनाओ या किस कुरान में लिखा है कि बेगुनाहों की जान लो। कांग्रेस नेता ने कहा कि इन कथित संगठनों का उद्देश्य मात्र चंदा जमा क रना है। एक सवाल के जवाब में सिंह ने कहा कि शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद स्वतंत्रता संग्राम सेनानी हैं और आजादी की लड़ाई में वह जेल भी गए थे, जबकि कथित हिंदूवादी संगठनों के लोग उस समय अंग्रेजों की गुलामी क र रहे थे।
यहां पत्रकारों से चर्चा में दिग्विजय ने अन्ना को बुजुर्ग नेता बताते हुए कहा कि समर्थक उन्हें ‘चने के झाड़’ पर चढ़ाकर अनशन पर बैठा देते हैं, जबकि उम्र को देखते हुए उनका अनशन पर बैठना ठीक नहीं है। उनके युवा समर्थकों को अनशन पर बैठना चाहिए। उन्होंने कहा, सरकार की जवाबदेही अन्ना और उनकी टीम के प्रति नहीं, बल्कि जनता के प्रति है। देश में संसदीय प्रणाली सर्वोच्च है और उसी की प्रक्रिया का पालन किया जाएगा।
बाबा रामदेव के साथ रामलीला मैदान मंे हुई घटना का जिक्र किए बिना उन्होंने कहा कि यदि अन्ना हजारे अनशन पर बैठते हैं तो उनके साथ भी वही सलूक किया जाएगा, जो उस वक्त की परिस्थितियों में किया जा सकता है। सिंह ने कहा कि अन्ना हजारे भले ही गांधीवादी नेता हैं लेकिन उनकी टीम के सदस्य गांधीवादी नहीं हैं। उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर भी फिर निशाना साधा। कहा, ‘मैं इन कथित हिंदू संगठनों से बेहतर हिंदू हूं, जो धर्म का पालन करता है।’
उन्हांेने कहा कि कौन-सा धर्म कहता है कि विस्फोट के लिए बम बनाओ या किस कुरान में लिखा है कि बेगुनाहों की जान लो। कांग्रेस नेता ने कहा कि इन कथित संगठनों का उद्देश्य मात्र चंदा जमा क रना है। एक सवाल के जवाब में सिंह ने कहा कि शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद स्वतंत्रता संग्राम सेनानी हैं और आजादी की लड़ाई में वह जेल भी गए थे, जबकि कथित हिंदूवादी संगठनों के लोग उस समय अंग्रेजों की गुलामी क र रहे थे।
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