Thursday, June 30, 2011

तीन वर्षीय बच्ची बेहिचक बोलती है कई भाषाएं


कांटाबांजी/रायपुर.खपराखोल विकासखंड के अंतर्गत 20 किमी दूर गंधमार्दन के पास स्थित ग्राम तुर्ला के शिक्षक कृष्ण चंद्र भोई की 3 वर्षीय पुत्री में अविश्वसनीय प्रतिभा है। वह नि संकोच ही हिंदी, उड़ीसा, अंग्रेजी पढ़, लिख व बोल लेती है। इतना ही नहीं वह नृत्य, गीत, योग, व्यायाम भी बढ़िया से करती है।

उसके पिता कृष्ण चंद्र ने बताया कि डेढ़ वर्ष पूर्व जब वह बीमार थी तो उसे डाक्टर के पास ले जाया जा रहा था, लेकिन उसने रास्ते पर ऐसे-ऐसे प्रश्न किए की सब अचंभित हो गए।

उसने गाड़ी चलते समय पेड़ दौड़ते हुए क्यों प्रतीत होता है, डाक्टर के इंजेक्शन देने पर रोगी क्यों ठीक हो जाता है इत्यादि प्रश्न करने लगी। जिसका उत्तर किसी के पास नहीं था। उसके बाद से उसका मन लिखने-पढ़ने में ही लगा रहता था। मां के द्वारा जो अक्षर या वाक्य एक बार बता दिया गया तो वह उसे दोबारा नहीं पूछती थी।

वह हिंदी, उड़ीसा, अंग्रेजी के शब्द या वाक्य लिखने कहने पर तुरंत लिखती है। खेल, विज्ञान, इतिहास, भूगोल, गणित संबंधित किसी भी प्रश्न का उत्तर तुरंत देती है। कृष्ण चंद्र ने बताया कि उनकी पुत्री टीवी देखकर स्वयं व्यायाम कर लेती है। उसे पूछने पर वह बड़ी होकर डाक्टर बनने की इच्छा जाहिर करती है। मध्यम वर्गीय परिवार होने के कारण बालिका के माता-पिता इसके विलक्षणता को देखते हुए भविष्य को लेकर चिंतित हैं।

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