नई दिल्ली. रॉबर्ट वाड्रा-डीएलएफ प्रकरण और सलमान खुर्शीद के
एनजीओ पर हुए खुलासे के बाद अरविंद केजरीवाल की संस्था इंडिया अंगेस्ट
करप्शन (आईएसी) के दफ्तर में देशभर से नेताओं व ब्यूरोक्रेट्स के घोटालों
से जुड़े दस्तावेजों के आने का सिलसिला तेज हो गया है।
थोक के भाव में आ रहे इन दस्तावेजों की पड़ताल व चयन के लिए केजरीवाल
ने बाकायदा रिसर्च एंड एनालिसिस विंग का गठन किया है। इस टीम में उच्चकोटि
के छह पेशेवर स्वयंसेवी हैं,
जिसमें एक चार्टर्ड अकाउंटेंट, एक आईआईएम के गेस्ट लेक्चरर, एक
आईआईटीयन, एक एडवोकेट, एक जर्नलिस्ट और एक मैनेजमेंट ग्रेजुएट शामिल है।
सुरक्षा कारणों से इस ‘खास’ टीम के इन सदस्यों के नाम उजागर नहीं किए गए
हैं, लेकिन ( शेष आगे... )
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