गरियाबंद.नक्सलियों से पुलिस और आम लोग किस तरह खौफजदा हैं, इसकी एक बानगी रायपुर से लगे मैनपुर ब्लॉक के शोभा थाने में देखने को मिली। मुखबिरी के संदेह में नक्सलियों ने 40 साल के शिक्षाकर्मी रायमन ध्रुव की हत्या की थी, लेकिन इस धुर नक्सली इलाके में उसके शव को उठाने के लिए न तो पुलिस गई और न ही मदद के लिए गांव वाले ही आगे आए। मजबूरी में मृतक का भाई अकेले ही गया और शव को लकड़ी के पटरे पर बांधकर मोटरसाइकिल से थाने लेकर आ गया ताकि अंतिम संस्कार के पहले उसका पोस्टमार्टम हो सके।
आजादी की पूर्व संध्या पर नक्सलियों ने की कई हत्याएं
घटना-1-मैनपुर में शिक्षाकर्मी की हत्या
गरियाबंद जिले के मैनपुर थाना अंतर्गत गांव झोलाराव गौरगांव में पदस्थ शिक्षाकर्मी रायमन ध्रुव की नक्सलियों ने हत्या कर दी। नक्सलियों ने 7 अगस्त की रात 40 वर्षीय ध्रुव को अगवा कर लिया था। मंगलवार को उनका शव सड़क पर मिला। पिता सोनसाय ध्रुव ने बताया कि उसके 4 बेटे और 2 बेटियां हैं। रायसन तीसरे नम्बर का था। सभी की जिम्मेदारी उनके कांधे पर थी।
घटना-2-बासागुड़ा में जवान शहीद
बासागुड़ा से पुसबाका की ओर मंगलवार की दोपहर ऑपरेशन के लिए निकली सीआरपीएफ, कोबरा और जिला पुलिस बल की संयुक्त टीम पर नक्सलियों ने हमला कर दिया। घटना में सीआरपीएफ का जवान एस प्रभु मौके पर ही शहीद हो गया। उनके शव को हेलिकॉप्टर से जगदलपुर लाया गया। इसे उनके गृह राज्य तमिलनाडु भेजा जा रहा है।
घटना-3- चिंतूर में नेता समेत 2 को मारा
राज्य की सीमा से सटे आंध्रप्रदेश के चिंतूर थाना क्षेत्र में माओवादियों ने सोमवार की रात भाकपा नेता बालाजी और ग्रामीण वंजम हड़मा की हत्या कर दी। मंगलवार को दोनों का शव सड़क पर पड़ा मिला। नक्सलियों ने बालाजी पर उगाही करने और हड़मा पर पुलिस का मुखबिर होने का आरोप लगाया है।
घटना-4-मलकानगिरी में अजब फरमान
सुकमा जिले से लगे ओडिशा के मलकानगिरी जिले में मचकुंड में माओवादियों ने पेड़ काटकर रास्ता बंद कर दिया। यहां उन्होंने पर्चे छोड़े हैं। इसमें नक्सलियों ने ग्रामीणों से स्वतंत्रता दिवस का बहिष्कार करने और काला झंडा फहराने का फरमान जारी किया है।
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