नई दिल्ली। जंतर-मंतर पर अन्ना ने भले ही अनशन
समाप्ति की घोषणा कर दी हो लेकिन इस निर्णय से यहां पहुंचने वाले समर्थकों
के जज्बे में कोई निराशा देखने को नहीं मिली।
गुरुवार
को अनशन स्थल पर हर उम्र और वर्ग के समर्थकों की तादाद में कोई कमी नहीं
थी। इनमें चार्टर्ड अकाउंटेंट, सॉफ्टवेयर इंजीनियर, डॉक्टर, व्यवसायी,
किसान और गृहणियां भी शामिल रहीं। रक्षाबंधन का त्योहार होने की वजह से कई
लोग अपने परिवार सहित यहां समर्थन देने पहुंचे।
किसी
ने हाथों में अन्ना के समर्थन वाले बैनर तो किसी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ
नारे वाले पोस्टर अपनी पीठ पर लगाकर अपनी बात रखी। रेवाड़ी से आए वैज्ञानिक
मनोज कुमार विश्वकर्मा ने कहा कि जनलोकपाल बिल के लागू हो जाने से देश की
कई समस्याओं का निदान होगा।
पारदर्शिता
आएगी और भ्रष्टाचार समाप्त होगा। हमें किसी भी कीमत पर अब पीछे नहीं हटना
चाहिए। गुड़गांव के एक कंपनी में कार्यरत सॉफ्टवेयर इंजीनियर विशाल आर्या
पिछले एक सप्ताह से बीमार हैं। जंतर-मंतर नहीं पहुंच पाने की स्थिति में वह
ट्विटर और फेसबुक पर लगातार अन्ना आंदोलन को फॉलो कर रहे थे।
गुरुवार
को तबीयत में सुधार होते ही वह यहां पहुंचे तो घंटों बैठकर अन्ना मंच से
हो रही उद्घोषणाओं को ध्यान से सुनते रहे है और मौसम खराब होने के बावजूद
समर्थन में डटे रहे। इसी तरह यहां कई पेशेवर अन्ना के समर्थन के लिए अपने
सहकर्मियों के साथ नजर आए।
यहां
आए युवा समर्थक दीपक वर्मा ने बताया कि यह तय है कि अगर देशवासियों के इस
मांग को सरकार नहीं मानती है तो यहां क्रांति होगी जिसमें गांधी जी के
अहिंसा के मंत्र को अपनाया जाएगा। जोशीले अंदाज में उन्होंने कहा कि ‘अब
पूर्ण आजादी की बारी है, हाशिए पर अत्याचारी, भ्रष्टाचार मिटाना है नया
सवेरा लाना है’।
सोशल साइट पर लोगों से टीम अन्ना ने मांगी राय
इंडिया
अगेंस्ट करप्शन के ट्विटर पेज और आधिकारिक वेबसाइट पर गुरुवार को राजनीतिक
भूमिका निभाने को लेकर सवाल किया गया है। इस पर पोस्ट किया गया है, क्या
अन्ना जी को देश के लिए एक राजनीतिक विकल्प देना चाहिए। हां या ना में जवाब
दीजिए।
इसमें
एक ऐसे पृष्ठ का भी लिंक दिया गया है जिसमें सवाल पूछा गया है, क्या आपको
राजनीतिक दलों से कोई उम्मीद है। टीम अन्ना ने 31 जुलाई को अगले लोकसभा
चुनावों में यूपीए सरकार का विरोध करने के संकेत दिए थे।
टीम
अन्ना का कहना था कि इससे 2014 के चुनावों में नए और उचित लोगों को जगह
मिलना सुनिश्चित होगा। टीम अन्ना की सदस्य किरण बेदी ने कहा था कि यह
अभियान 2014 के लोकसभा चुनावों तक नहीं रुकेगा। 2014 में अन्ना के आशीर्वाद
प्राप्त लोग सत्ता में होंगे।
अब अन्ना के अनशन में तलवार लेकर पहुंचा हरविंदर
जंतर-मंतर
पर चल रहे अन्ना हजारे के अनशन में गुरुवार सुबह उस समय खलबली मच गई, जब
हरविंदर सिंह वहां तलवार लेकर पहुंच गया। उसने हवा में तलवार को लहराते हुए
अनशनस्थल के अंदर प्रवेश करने का प्रयास किया।
जब
उसे रोका गया तो वह पुलिस के साथ धक्का मुक्की पर उतर आया और जान से मारने
तक की धमकी दे डाली। पुलिस ने हरविंदर सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस
का कहना है कि हरविंदर सिंह वही है, जिसने भ्रष्टाचार के विरोध में 24
नवंबर को केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार को थप्पड़ मारा था।
आज
भी वह भ्रष्टाचार के खिलाफ नारे लगा रहा था। पुलिस का कहना है कि यह घटना
गुरुवार सुबह 11 बजे की है। इस मामले में कुछ पुलिसकर्मियों को भी लाइन
हाजिर करने की प्रक्रिया चल रही है।
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