Tuesday, August 7, 2012

फिजा की मौत पर राज गहराया, रामदेव के आंदोलन में भी जाने वाली थी

चंडीगढ़।हरियाणा के डिप्टी सीएम चंद्रमोहन से शादी करके चर्चा में आई हरियाणा की असिस्टेंट एडवोकेट जनरल अनुराधा बाली उर्फ फिजा सोमवार सुबह मोहाली में अपने घर में मृत पाई गईं। (ये तस्‍वीरें आपको विचलित कर सकती हैं) फिजा के एक दोस्‍त सलीम ने बताया, 'मैं और फिजा दोस्त थे। मुझे और फिजा को 9 अगस्त को बाबा रामदेव के आंदोलन में शरीक होने दिल्ली जाना था। इसी सिलसिले में मैंने 1 अगस्त की शाम फिजा को फोन किया था। हम फिजा को बुलंदशहर से इलेक्शन लड़ाने की तैयारी कर रहे थे।' वहीं, फिजा के चाचा सतपाल सोमवार सुबह करीब 11 बजे फिजा के घर (मकान नंबर 216, सेक्टर 48सी, मोहाली) पहुंचे तो बदबू आ रही थी। वह अंदर नहीं गए, पुलिस बुला ली। पुलिस कमरे में दाखिल हुई तो फिजा का शव डीकम्पोस्ड हालत में पड़ा था। मौत के कारण तो पता नहीं, पर इतना जरूर है कि फिजा की या तो हत्या हुई है और या ओवरडोज उसकी मौत का कारण है। इसी के साथ भास्कर ने पड़ताल की और उन फोन नंबरों तक पहुंची, जिससे फिजा मोबाइल के जरिये संपर्क में थीं। फिजा के मोबाइल की कॉल डिटेल के मुताबिक 1 अगस्त की शाम करीब 6.12 बजे उनके मोबाइल पर आखिरी बार फोन आया था। मेरा कोई लेना-देना नहीं चंद्रमोहन का कहना है कि मुझे फिजा के बारे में कोई जानकारी नहीं और मेरा इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है। फिजा से दो साल पहले ही संपर्क खत्म हो गया था। उसके बाद से उससे कभी बात नहीं की।

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