१० साल के अनिकेत को एक दिन के लिए अहमदाबाद का पुलिस कमिश्नर बनाया गया |
१० साल का अनिकेत जो एक गरीब दलित परिवार से आता है और जन्म से ही कई गम्भीर बीमारियो से पीड़ित है . जिससे ये बच्चा स्कूल नही जा सका और पिछले दो साल से लगातार अहमदाबाद के सिविल होस्पिटल मे भर्ती है |
अनिकेत की इच्छा पढकर पुलिस अधिकारी बनने की थी लेकिन बीमारी के कारण वो पढ़ ही नही सका .. एक दिन उसने अस्पताल मे एक संस्था मेक यूर विश को अपनी इच्छा मे बारे मे बताया फिर उस संस्था ने मुख्यमंत्री कार्यालय मे उसकी इच्छा भेजी ..फिर मोदी जी ने तुरंत उसे एक दिन के लिए पुलिस कमिश्नर बनाने का आदेश दिया ..
फिर अनिकेत आज पूरे दिन अहमदाबाद मे पुलिस कमिश्नर बनकर सरकारी गाड़ी मे भ्रमण किया और चार थानों का उसने निरीछण भी किया और कई आदेश भी दिये ..
किसी शायर ने खूब लिखा है कि " घर से मस्जिद बहुत दूर है ..चलो एक रोते हुए बच्चे को हँसाया जाए "
उसके माँ बाप आज उसकी खुशी देखकर भावुक हो रहे थे ..
१० साल का अनिकेत जो एक गरीब दलित परिवार से आता है और जन्म से ही कई गम्भीर बीमारियो से पीड़ित है . जिससे ये बच्चा स्कूल नही जा सका और पिछले दो साल से लगातार अहमदाबाद के सिविल होस्पिटल मे भर्ती है |
अनिकेत की इच्छा पढकर पुलिस अधिकारी बनने की थी लेकिन बीमारी के कारण वो पढ़ ही नही सका .. एक दिन उसने अस्पताल मे एक संस्था मेक यूर विश को अपनी इच्छा मे बारे मे बताया फिर उस संस्था ने मुख्यमंत्री कार्यालय मे उसकी इच्छा भेजी ..फिर मोदी जी ने तुरंत उसे एक दिन के लिए पुलिस कमिश्नर बनाने का आदेश दिया ..
फिर अनिकेत आज पूरे दिन अहमदाबाद मे पुलिस कमिश्नर बनकर सरकारी गाड़ी मे भ्रमण किया और चार थानों का उसने निरीछण भी किया और कई आदेश भी दिये ..
किसी शायर ने खूब लिखा है कि " घर से मस्जिद बहुत दूर है ..चलो एक रोते हुए बच्चे को हँसाया जाए "
उसके माँ बाप आज उसकी खुशी देखकर भावुक हो रहे थे ..
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