चुकंदर प्राकृतिक शुगर का स्त्रोत होता
है। इसमें सोडियम पोटेशियम, फॉस्फोरस, क्लोरीन, आयोडीन, आयरन और अन्य
महत्वपूर्ण विटामिन पाए जाते हैं। चुकंदर से खून बढ़ता है। इसके नियमित
सेवन से थकान नहीं होती और इंसान बुढ़ापे में भी जवान बना रहता है। अधिक
उम्र के लोगों के लिए: उम्र के साथ ऊर्जा व शक्ति कम होने लगती है, चुकंदर
का सेवन अधिक उम्र वालों में भी ऊर्जा का संचार करता है। इसमें
एंटीआक्सीडेंट पाए जाते हैं। जो हमेशा जवान बनाएं रखते हैं, अधिक उम्र के
लोगों में व्यायाम के दौरान अधिक आक्सीजन की आवश्यकता होती है।ऐसे मे
व्यायाम से पूव भी चुकंदर का रस लें।
एनीमिया के लिए फायदेमंद- चुकंदर एनीमिया के उपचार में बहुत उपयोगी माना जाता है। यह शरीर में रक्त बनाने की प्रक्रिया में सहायक होता है। आयरन की प्रचुरता के कारण यह लाल रक्त कोशिकाओं को सक्रिय रखने की क्षमता को बढ़ा देता है। इसके सेवन से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता और घाव भरने की क्षमता भी बढ़ जाती है।
पाचन क्रिया- चुकंदर का जूस उल्टी, पीलिया, हैपेटाइटिस आदि के उपचार में लाभदायक होता है। इन बीमारियों में चुकंदर के जूस के साथ एक चमच नीबू का रस मिलाकर तरल भोजन के रूप में दिया जा सकता है। साथ ही गैसटिक व अल्सर के उपचार के दौरान नाश्ते से पहले एक गिलास चुकंदर के जूस में एक चमच शहद मिलाकर पीने से छुटकारा होता है।
कब्ज और बवासीर- - चुकंदर का नियमित सेवन करेंगे, तो कब्ज की शिकायत नहीं होगी। बवासीर के रोगियों के लिए भी यह काफी फायदेमंद होता है। रात में सोने से पहले एक गिलास या आधा गिलास जूस दवा का काम करता है।
रूप निखारेगा - रूसी हो जाए छूमंतर चुकंदर के रस (काढ़े) में थोड़ा-सा सिरका मिलाकर सिर में लगाएं। या फिर चुकंदर के पानी में अदरक के टुकड़े को भिगोकर रात में सिर की मालिश करें। सुबहबाल धो लें। रूसी से निजात मिलेगा।
त्वचा के लिए- चकुंदर की तासीर ठंडी होती है इसलिए यह त्वचा के लिए अच्छा है। सफेद चुकंदर को पानी में उबाल कर छान लें। इस पानी को मुहांसों, फोड़- फुंसियों और जलन पर लगाएं, फायदा होगा। त्वचा की रौनक खो गई हो, तो इसका जूस और सलाद का सेवन त्वचा निखारने में मदद करेगा।
एनीमिया के लिए फायदेमंद- चुकंदर एनीमिया के उपचार में बहुत उपयोगी माना जाता है। यह शरीर में रक्त बनाने की प्रक्रिया में सहायक होता है। आयरन की प्रचुरता के कारण यह लाल रक्त कोशिकाओं को सक्रिय रखने की क्षमता को बढ़ा देता है। इसके सेवन से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता और घाव भरने की क्षमता भी बढ़ जाती है।
पाचन क्रिया- चुकंदर का जूस उल्टी, पीलिया, हैपेटाइटिस आदि के उपचार में लाभदायक होता है। इन बीमारियों में चुकंदर के जूस के साथ एक चमच नीबू का रस मिलाकर तरल भोजन के रूप में दिया जा सकता है। साथ ही गैसटिक व अल्सर के उपचार के दौरान नाश्ते से पहले एक गिलास चुकंदर के जूस में एक चमच शहद मिलाकर पीने से छुटकारा होता है।
कब्ज और बवासीर- - चुकंदर का नियमित सेवन करेंगे, तो कब्ज की शिकायत नहीं होगी। बवासीर के रोगियों के लिए भी यह काफी फायदेमंद होता है। रात में सोने से पहले एक गिलास या आधा गिलास जूस दवा का काम करता है।
रूप निखारेगा - रूसी हो जाए छूमंतर चुकंदर के रस (काढ़े) में थोड़ा-सा सिरका मिलाकर सिर में लगाएं। या फिर चुकंदर के पानी में अदरक के टुकड़े को भिगोकर रात में सिर की मालिश करें। सुबहबाल धो लें। रूसी से निजात मिलेगा।
त्वचा के लिए- चकुंदर की तासीर ठंडी होती है इसलिए यह त्वचा के लिए अच्छा है। सफेद चुकंदर को पानी में उबाल कर छान लें। इस पानी को मुहांसों, फोड़- फुंसियों और जलन पर लगाएं, फायदा होगा। त्वचा की रौनक खो गई हो, तो इसका जूस और सलाद का सेवन त्वचा निखारने में मदद करेगा।
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