बिलासपुर.
अगर आप अप्रैल, मई में सफर करने वाले हैं तो नियमित ट्रेनों के बजाय
स्पेशल ट्रेन में टिकट कराएं। दरअसल, जानकारी के अभाव में लोग नियमित
ट्रेनों लंबी वेटिंग के साथ सफर कर रहे हैं, जबकि समर स्पेशल ट्रेन खाली चल
रही है। 7 अप्रैल को दुर्ग से रवाना होने वाली जयपुर स्पेशल का स्लीपर
क्लास जहां आधे से ज्यादा खाली है, वहीं नियमित दुर्ग-जयपुर साप्ताहिक में
मई तक वेटिंग की स्थिति है। यही हाल साउथ बिहार और बिलासपुर-पटना स्पेशल का
है।
रेलवे का पीक सीजन शुरू हो चुका है। अब किसी भी ट्रेन में अप्रैल से जून तक कंफर्म बर्थ मिलना मुश्किल हो गया है। गीतांजलि, आजाद हिंद, उत्कल, साउथ बिहार, संपर्क क्रांति, दुर्ग-जयपुर, मेल जैसे लोकप्रिय ट्रेनों में नो-रुम की स्थिति निर्मित हो रही है। रेल प्रशासन ने इसी समस्या को देखते हुए चार स्पेशल ट्रेन की सुविधा दी है। समर स्पेशल से मुंबई, हावड़ा, जयपुर और पटना की ओर जाना आसान हो गया है।
अप्रैल से जून के बीच संतरागाछी से एलटीटी (मुंबई), संतरागाछी-दुर्ग, जयपुर-दुर्ग और बिलासपुर-पटना साप्ताहिक समर स्पेशल की सुविधा मिलेगी। आम यात्रियों को समर स्पेशल की जानकारी नहीं है, संभवत: यही कारण है कि लोग नियमित, साप्ताहिक ट्रेनों में वेटिंग टिकट के साथ सफर कर रहे हैं। इसे दुर्ग-जयपुर समर स्पेशल और नियमित साप्ताहिक एक्सप्रेस की स्थिति से समझा जा सकता है। दुर्ग से जयपुर के बीच चलने वाली नियमित साप्ताहिक एक्सप्रेस 18208 में पैर रखने की जगह नहीं है।
9 अप्रैल को छूटने वाली ट्रेन मार्च में ही पैक हो गई थी। इस बीच 7 अप्रैल को दुर्ग-जयपुर (09718) समर स्पेशल की सुविधा है। इस ट्रेन में आधे से ज्यादा बर्थ खाली हैं। स्लीपर में ही 374 बर्थ उपलब्ध हैं। इसी तरह पटना जाने वाली साउथ बिहार एक्सप्रेस में नो-रूम की स्थिति बन रही है, जबकि बिलासपुर-पटना आरएसी की स्थिति है। ऐसे में कहा जा सकता है कि नियमित ट्रेनों के बजाय समर स्पेशल का सफर आरामदायक होगा।
रेलवे का पीक सीजन शुरू हो चुका है। अब किसी भी ट्रेन में अप्रैल से जून तक कंफर्म बर्थ मिलना मुश्किल हो गया है। गीतांजलि, आजाद हिंद, उत्कल, साउथ बिहार, संपर्क क्रांति, दुर्ग-जयपुर, मेल जैसे लोकप्रिय ट्रेनों में नो-रुम की स्थिति निर्मित हो रही है। रेल प्रशासन ने इसी समस्या को देखते हुए चार स्पेशल ट्रेन की सुविधा दी है। समर स्पेशल से मुंबई, हावड़ा, जयपुर और पटना की ओर जाना आसान हो गया है।
अप्रैल से जून के बीच संतरागाछी से एलटीटी (मुंबई), संतरागाछी-दुर्ग, जयपुर-दुर्ग और बिलासपुर-पटना साप्ताहिक समर स्पेशल की सुविधा मिलेगी। आम यात्रियों को समर स्पेशल की जानकारी नहीं है, संभवत: यही कारण है कि लोग नियमित, साप्ताहिक ट्रेनों में वेटिंग टिकट के साथ सफर कर रहे हैं। इसे दुर्ग-जयपुर समर स्पेशल और नियमित साप्ताहिक एक्सप्रेस की स्थिति से समझा जा सकता है। दुर्ग से जयपुर के बीच चलने वाली नियमित साप्ताहिक एक्सप्रेस 18208 में पैर रखने की जगह नहीं है।
9 अप्रैल को छूटने वाली ट्रेन मार्च में ही पैक हो गई थी। इस बीच 7 अप्रैल को दुर्ग-जयपुर (09718) समर स्पेशल की सुविधा है। इस ट्रेन में आधे से ज्यादा बर्थ खाली हैं। स्लीपर में ही 374 बर्थ उपलब्ध हैं। इसी तरह पटना जाने वाली साउथ बिहार एक्सप्रेस में नो-रूम की स्थिति बन रही है, जबकि बिलासपुर-पटना आरएसी की स्थिति है। ऐसे में कहा जा सकता है कि नियमित ट्रेनों के बजाय समर स्पेशल का सफर आरामदायक होगा।
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