Thursday, July 7, 2011

सचिन के एक फैसले से हो गया है धोनी का पलड़ा भारी


नई दिल्ली. मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी में कुछ दिन पहले तक एक बात समान थी, उनकी फरारी कार। लेकिन तेंडुलकर के एक निर्णय ने अब दोनों के बीच ये अंतर ला दिया है।

28 साल का सूखा समाप्त करते हुए धोनी ने देश को वर्ल्डकप का तोहफा दिया था। इस उपलब्धि को हासिल करने के उपलक्ष्य में धोनी को फरारी 599 जीटीओ कार उपहार में मिली थी।

आठ साल पहले सचिन को भी डॉन ब्रेडमैन का रिकार्ड तोड़ने के लिए फरारी 360 मोडेना गिफ्ट में मिली थी। लेकिन कुछ दिन पहले ही उन्होंने उसे एक सूरत के व्यापारी को बेच दिया।

कार कलेक्शन के मामले में अब धोनी का पलड़ा सचिन से भारी हो गया है। सचिन के पास जहां बड़ी गाड़ियों में सिर्फ बीएमडब्लू, मर्सिडीज और निसान हैं, वहीं धोनी के पास प्रतिष्ठित फरारी के साथ हमर और बीएमडब्लू कारें हैं।

धोनी को वर्ल्डकप जीत के बाद मिले इस तोहफे की खास बात है बम्पर पर भारत का तिरंगा झंडा। ये फरारी का भारतीय स्पेशल मॉडल है।

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