Thursday, July 7, 2011

2जी घोटाला: गिरफ्तार होंगे मारन, सिब्बल पर भी गिरेगी गाज?


नई दिल्‍ली. 2जी स्‍पेक्‍ट्रम घोटाले की गाज अब डीएमके के एक और मंत्री दयानिधि मारन पर गिरी है। केंद्रीय कपड़ा मंत्री मारन ने आज अपने पद से इस्‍तीफा दे दिया। मारन पर दूरसंचार मंत्री रहते हुए मलेशिया की एक कंपनी को फायदा पहुंचाने का आरोप है। सीबीआई ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में सौंपी अपनी स्टेटस रिपोर्ट में यह आरोप लगाए हैं। इसके अलावा मारन पर चेन्नई में अपने घर से सन टीवी के दफ्तर तक आईएसडीएन लाइन बिछवाने का भी आरोप है। अब उनकी गिरफ्तारी की अटकलें भी तेज हो गई हैं। दूसरी ओर, यूपीए सरकार के एक और मंत्री कपिल सिब्बल के लिए भी मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं। 2जी स्पेक्ट्रम मामले में ही सिब्बल के खिलाफ हलफनामा दायर किया गया है।
मारन ने आज केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में भी हिस्‍सा लिया। वह कैबिनेट मीटिंग में 20 मिनट देरी से पहुंचे और सबसे पहले बैठक से निकल गए। उन्‍होंने प्रधानमंत्री  मनमोहन सिंह से मुलाकात की। कैबिनेट की बैठक से निकलने के बाद वह लौट गए और दोबारा पीएम निवास पहुंचे। वह बिना लाल बत्‍ती लगी गाड़ी से पीएम आवास पहुंचे। वहां उन्‍होंने दोपहर करीब 1.30 बजे अपना इस्‍तीफा सौंप दिया। मारन की पीएम के साथ हुई बैठक के दौरान कांग्रेस नेता अहमद पटेल भी मौजूद थे।
मारन पर आरोप है कि उन्‍होंने एयरसेल कंपनी के डायरेक्टर शिवशंकरन पर दबाव डालकर कंपनी ही बिकवा दी। यह कंपनी उनके करीबी लोगों ने खरीदी और इसके बाद सरकार की तरफ से कंपनी को कई फायदे मिले। सीबीआई इस बात की जांच कर रही है कि एयरसेल कंपनी के प्रमोटर द्वारा मैक्सिस ग्रुप को हिस्सा बेचे जाने के फौरन बाद उसकी झोली में लाईसेंस क्यों डाल दिया। इस बात के संकेत हैं कि सीबीआई मारन से जल्‍द ही पूछताछ कर सकती है और इस मामले में एफआईआर भी दर्ज हो सकती है। इसके बाद उनकी गिरफ्तारी की भी आशंका है।
मारन के इस्‍तीफे की खबर पर ए. राजा काफी खुश बताए जाते हैं। एक पत्रकार के ट्वीट के मुताबिक राजा ने यह खबर सुनाने वाले वकीलों को पहली प्रतिक्रिया यही दी कि लड्डू बांटो (पूरी खबर रिलेटेड आर्टिकल में पढ़ें)
सीबीआई रिपोर्ट ने लगाई विदाई पर मुहर
मारन यूपीए के पहले कार्यकाल में दूरसंचार मंत्री थे औऱ आरोप है कि उस समय, याने २००६ में उन्होंने चेन्नई के टेलीकॉम प्रमोटर सी शिवशंकरन पर एयरसेल में उनके शेयर एक मलेशिया की कंपनी को बेचने के लिए दबाव डाला था। इस कंपनी के संचालक मारन के करीबी थे। सीबीआई ने कोर्ट को बुधवार को सौंपी २जी घोटाले की स्टेटस रिपोर्ट में इस मामले में मारन के खिलाफ पुख्ता सुबूत मिलने की बात कही थी। इसके बाद से ही राजनीतिक गतिविधियां काफी बढ़ गईं थीं और माना जा रहा था कि अब मारन को पद छोड़ना ही पड़ेगा।
प्रधानमंत्री ने सुबह कह दिया था, मारन को देना होगा इस्तीफा
माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री ने आज सुबह डीएमके संसदीय दल के नेता टीआर बालू से बात की और साफ कहा कि वे पार्टी नेतृत्व को बता दें कि इन परिस्थितियों में मारन कैबिनेट में नहीं बने रह सकते। बालू ने यह संदेश पार्टी नेता करुणानिधि को दिया और उसके बाद उन्होंने मारन को इस्तीफा देने के निर्देश दिए।
मारन कैबिनेट की बैठक से कुछ समय के लिए तब बाहर आए, जब कैबिनेट में एफएम चैनलों को लायसेंस देने के मामले पर विचार हुआ। दयानिधि के भाई कलानिधि तमिलनाडु में कई एफएम चैनल के डायरेक्टर हैं और उन पर निर्णय प्रभावित करने का कोई नया आरोप न लगे, इसलिए वे बाहर आ गए। कैबिनेट की बैठक के बाद वे अपने बंगले गए और वहां से निजी वाहन में प्रधानमंत्री निवास पर पहुंचे और अपना इस्तीफा सौंप दिया।
२जी घोटाले में नाम सामने आने के बाद इस्तीफा देने वाले मारन ए राजा के बाद दूसरे मंत्री हैं। २जी स्पेक्ट्रम घोटाले शामिल होने के आरोप में करुणानिधि की बेटी और सांसद कनिमोझी और राजा, तिहाड़ जेल में हैं।
दूसरी बार हटे हैं मारन कैबिनेट से
यह दूसरी बार है जब मारन को केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा देना पड़ा है। २००७ में उनका करुणानिधि के परिवार से विवाद हो गया था, जिसके बाद पार्टी ने उन्हें मंत्रिमंडल से हटाने का निर्णय कर, प्रधानमंत्री को इससे अवगत करा दिया था। मई २००९ में हालांकि वे फिर कैबिनेट में शामिल किए गए, लेकिन इस बार उन्हें कपड़ा मंत्रालय दिया गया।
कब और कैसे दिया इस्तीफा
11 बजे कैबिनेट की बैठक शुरू।
11.20 बजे मारन बैठक में पहुंचे।
12 बजे तक मीटिंग चली।
बीच में कुछ देर के लिए वह मीटिंग से बाहर निकले।
मीटिंग के बाद वह अपने बंगले पर चले गए।
करीब 1.15 बजे मारन निजी गाड़ी में पीएम निवास पहुंचे।
उन्‍होंने अपना इस्‍तीफा सौंप दिया।
आपकी बात
2जी घोटाले में पहले ए राजा की कुर्सी गई। अब मारन को इस्‍तीफा देना पड़ा लेकिन मारन के इस घोटाले में फंसने की रिपोर्ट काफी देर से आई। ऐसे में एक सवाल यह उठता है कि क्‍या इस घोटाले में और मंत्री भी शामिल हो सकते हैं? इ स मुद्दे पर आप क्‍या सोचते हैं? अप नी राय नीचे कमेंट बॉक्‍स में लिखकर दुनियाभर के पाठकों से शेयर करें। किसी भी आपित्‍तजनक टिप्‍पणी के लिए पाठक खुद जिम्‍मेदार होंगे।

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