अहमदाबाद। हाल ही में अहमदाबाद पुलिस की गिरफ्त में आई ज़रीन
अहमद मेमन की कहानी किसी फिल्मी कहानी से बिल्कुल भी कम नहीं। ज़रीन ने जब
अपनी आपबीती सुनाई तो हर कोई दंग रह गया।
ज़रीन ने पुलिस को बताया कि छोटी उम्र में ही उसकी शादी हो गई थी। वैवाहिक जीवन के दरमियान उसने एक बेटे को जन्म दिया। परिवार के साथ उसका काफी सुखी जीवन बीत रहा था, लेकिन शादी के पांच वर्ष बाद पति से उसकी तकरार शुरू हो गई। अक्सर छोटी-छोटी बातों पर पति उससे झगडऩे और मारपीट करने लगता था।
आखिरकार दोनों ने तलाक लेने का निर्णय ले लिया, लेकिन कोर्ट ने बेटा पति को सौंपने का हुक्म सुनाया, क्योंकि कोर्ट की दलील थी कि ज़रीन के पास आय का ऐसा कोई साधन नहीं है, जिससे कि वह बेटे का पालन-पोषण कर सके।
इसके बाद ज़रीन ने फ्रीलांसर फोटोग्राफी की शुरुआत कर दी और अदालत से फिर गुहार लगाई कि बेटा उसे सौंप दिया जाए, लेकिन केस लडऩे और बेटा वापस दिलाने के लिए ज़रीन के वकील ने उससे डेढ़ लाख रुपए की मांग की। ज़रीन के पास इतनी रकम नहीं थी, लेकिन इसी बीच उसे एक मॉडलिंग फोटोग्राफी का ऑर्डर मिला। इसलिए उसे एक होटल में रोजाना जाना पड़़ता था, जहां उसकी मुलाकात अश्विन से हुई और इनके बीच अच्छी दोस्ती हो गई।
अश्विन ने ज़रीन को ज्यादा पैसे कमाने के लिए अहमदाबाद में फर्जी वीजा ऑफिस खोलने का ऑफर दिया। बेटे को वापस पाने के लालच में ज़रीन यह काम करने को तैयार हो गई और इस तरह वह सीधे हवालात जा पहुंची
ज़रीन ने पुलिस को बताया कि छोटी उम्र में ही उसकी शादी हो गई थी। वैवाहिक जीवन के दरमियान उसने एक बेटे को जन्म दिया। परिवार के साथ उसका काफी सुखी जीवन बीत रहा था, लेकिन शादी के पांच वर्ष बाद पति से उसकी तकरार शुरू हो गई। अक्सर छोटी-छोटी बातों पर पति उससे झगडऩे और मारपीट करने लगता था।
आखिरकार दोनों ने तलाक लेने का निर्णय ले लिया, लेकिन कोर्ट ने बेटा पति को सौंपने का हुक्म सुनाया, क्योंकि कोर्ट की दलील थी कि ज़रीन के पास आय का ऐसा कोई साधन नहीं है, जिससे कि वह बेटे का पालन-पोषण कर सके।
इसके बाद ज़रीन ने फ्रीलांसर फोटोग्राफी की शुरुआत कर दी और अदालत से फिर गुहार लगाई कि बेटा उसे सौंप दिया जाए, लेकिन केस लडऩे और बेटा वापस दिलाने के लिए ज़रीन के वकील ने उससे डेढ़ लाख रुपए की मांग की। ज़रीन के पास इतनी रकम नहीं थी, लेकिन इसी बीच उसे एक मॉडलिंग फोटोग्राफी का ऑर्डर मिला। इसलिए उसे एक होटल में रोजाना जाना पड़़ता था, जहां उसकी मुलाकात अश्विन से हुई और इनके बीच अच्छी दोस्ती हो गई।
अश्विन ने ज़रीन को ज्यादा पैसे कमाने के लिए अहमदाबाद में फर्जी वीजा ऑफिस खोलने का ऑफर दिया। बेटे को वापस पाने के लालच में ज़रीन यह काम करने को तैयार हो गई और इस तरह वह सीधे हवालात जा पहुंची
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