जयपुर.शहर
के प्रमुख चौराहों को भिखारियों से मुक्त करने के अभियान के पहले चरण में
गुरुवार को रामबाग सर्किल, जेडीए सर्किल, ओटीएस चौराहा, अजमेरी गेट व बड़ी
चौपड़ के आसपास अभियान शुरू हुआ, जो नियमित रूप से सुबह 9 से 12 बजे व शाम
को 5 से 8 बजे तक चलेगा।
जिला प्रशासन, ट्रैफिक पुलिस व स्वयंसेवी संस्थाओं की संयुक्त टीमों
ने अभियान के पहले दिन रामबाग सर्किल से चार बच्चे, ओटीएस चौराहे से दस और
बड़ी चौपड़ से तीन बच्चों को एनजीओ की मदद से पकड़ा। इन बच्चों में से एक
एनजीओ घर में है। इसके अलावा 12 बच्चों को किशोर गृह भेजा गया है और 4
बच्चों को उनके परिवार को सौंप दिया गया।
घायल बच्चों को लगाया मरहम :
मोतीडूंगरी के सामने तख्तेशाही रोड पर चार बच्चे ग्यारसी, ज्योति,
मुकेश व किशन को भीख मांगते पकड़ा गया। इसमें 5 साल के मुकेश व 8 साल की
ग्यारसी के पैर जख्मी थे, जिनमें खून निकल रहा था।
चाइल्ड संस्था के सदस्यों ने इनका प्राथमिक उपचार किया और एंबुलेंस
में बिठाकर खाना खिलाया। उसके बाद बच्चों ने माफी मांगी कि वे कभी भीख नहीं
मांगेंगे और जिद करने लगे कि उनके परिजनों के पास भेजा जाए। बाद में
इन्हें परिजनों को सौंप दिया गया।
वाहन चालकों को मिली राहत :
अभियान शुरू होने के साथ हुई धरपकड़ के बाद शहर के अधिकांश चौराहों से
भिखारी नदारद हो गए। इस अभियान के साथ ही लोगों को राहत मिलने लगी है।
वाहन चालक भी खासा सुकून महसूस कर रहे हैं। चौराहों पर भिखारियों का
जमावड़ा नहीं होने से ट्रैफिक सिग्नल पर जो परेशानी हो रही थी वह नहीं है।
रामबाग चौराहे पर मिले चांदपोल निवासी अनिल शर्मा ने बताया कि ट्रैफिक
सिग्नल पर गाड़ी रुकते ही इधर उधर से कोई बच्चा या महिला वाहन के सामने आ
खड़े होते थे, जब तक पैसे नहीं देते हटती ही नहीं। एक बार तो ग्रीन लाइट
होने के बावजूद नहीं हटी और दुर्घटना होते होते बची। बड़ी चौपड़ पर मिले
ट्रांसपोर्ट नगर निवासी दीपक खडोलिया ने बताया कि यह अभियान लगातार चलाया
जाना चाहिए, ताकि लोगों को राहत बनी रहे।
कार्रवाई इनके जिम्मे :
रामबाग सर्किल पर जयपुर शहर दक्षिण एसडीएम तूलिका सैनी व नायब
तहसीलदार सुरेश शर्मा व आई इंडिया संस्था ने कार्रवाई की। जेडीए सर्किल पर
उपखंड अधिकारी जयपुर विभु कौशिक, तहसीलदार मोहन सिंह एवं टाबर संस्थान के
सदस्य शामिल कार्रवाई करने निकले। ओटीएस चौराहा पर उपखंड अधिकारी जयपुर शहर
पूर्व अमृता चौधरी, नायब तहसीलदार सांगानेर कपिल शर्मा और जन कला साहित्य
संस्थान के सदस्य रहे।
अजमेरी गेट पर उपखंड अधिकारी जयपुर शहर उत्तर प्रिया बलराम शर्मा,
नायब तहसीलदार राधेश्याम मीणा व खिलती कलियां संस्था के सदस्य शामिल हुए।
बड़ी चौपड़ पर उपखंड अधिकारी आमेर भागीरथ सिंह हावा, आमेर तहसीलदार
सुरेंद्र पारीक व एफएक्स बी सुरक्षा की लता सिंह के नेतृत्व में कार्रवाई
हुई।
ट्रैफिक पुलिसकर्मी भी निगरानी रखेंगे :
पहले चरण में इन सभी स्थानों पर एक उपखंड अधिकारी व एक तहसीलदार को
जिम्मेदारी दी गई है। स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधि, सामाजिक न्याय एवं
अधिकारिता विभाग के अधिकारी सुबह-शाम नियमित रूप से चौराहों पर भीख मांगने
वालों को पकड़ेंगे। ट्रैफिक पुलिसकर्मी भी ट्रैफिक पाइंट्स के आसपास
निगरानी रखेंगे। चौराहों से 18 वर्ष से कम उम्र के भीख मांगने वाले बच्चों
को रेस्क्यू बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया जाएगा। वहीं एकल महिलाओं
को महिला सदन भेजा जाएगा।
अभियान से जुड़ना है तो यहां आएं :
शहरवासी ‘भीख को ना कहो’ अभियान से जुड़ना चाहते हैं तो प्रमुख चौराहों पर नियुक्त सदस्यों से संपर्क कर सकते हैं।
>रामबाग सर्किल आई इंडिया संस्था के सदस्य 8290247541 व 9829011124
>जेडीए सर्किल पर टाबर सोसायटी के सदस्य 9829020608 व 9462100211
>ओटीएस चौराहा पर जन कला साहित्य मंच संस्था के सदस्य 9828015081 व 9413472026
>बड़ी चौपड़ पर एफएक्स बी इंडिया सुरक्षा के सदस्य 9314235496
>अजमेरी गेट पर खिलती कलियां के सदस्य 9413340966
पहला दिन : जन-जन को दिया जागृति का संदेश
17 बच्चे पकड़े 12 को किशोर गृह भेजा, 4 परिवार को सौंपे व 1 एनजीओ घर भेजा, सुबह 9 से 12 व शाम 5 से 8 बजे तक कार्रवाई।
स्वयंसेवी संस्था के सदस्य भीख पर रोक लगाने और भीख न मांगने के संदेश
देते दिखाई दिए। कार्रवाई के दौरान ये लोग चौराहों पर भीख देने में
भागीदार ना बनने, भीख न मांगने व भीख न देने का संदेश देने के लिए बैनर
लेकर खड़े थे। बैनरों में ‘अब खाओ कसम ले लो सीख, नहीं मांगेंगे भीख’ जैसे
स्लोगन लिखे थे।
'बहुत अच्छी शुरुआत है, आम जनता ने अभियान को सराहा है। हमें उम्मीद है कि और भी एनजीओ इसमें जुड़ेंगे।'
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