Friday, November 2, 2012

'मैं एशिया का पहला व्यक्ति हूं जिसने यह मुकाम हासिल किया!'

नागपुर. मैजिक शब्द जुबां पर आते ही हमारे मांइड में एक ही चीज उभरती है और वो है जादू की छड़ी लिए परी, कोई जिन्न या हमारे ईष्ट देवता। कुछ न कुछ चमत्कार की उम्मीद हर किसी के मन में रहती ही है।  
इसके चलते कहीं न कहीं मन में इस बात को लेकर विश्वास रहता है कि हो सकता है, भविष्य में कुछ बेहतर हो जाए।
भगवान ऐसी कोई जादू की छड़ी चला दे कि मैं जो चाहता हूं वह मुझे मिल जाए। यह चमत्कार भले ही क्यों ना किसी परी या फिर  किसी जादूगर अथवा  किसी जिनी की मदद से किया जाए। हर व्यक्ति के दिल में कई ख्वाहिशें होती हैं जिनके पूरा होने की उम्मीद हर शख्स को होती है। 

No comments:

Post a Comment