नई दिल्ली. भारतीय वायु सेना पूरे देश में लड़ाकू विमान सुखोई-30
एमकेआई तैनात करेगी। इसकी व्यापक योजना तैयार कर ली है। सैन्य हवाई अड्डों
की पहचान हो चुकी है। साल 2013 से 2015 के बीच विमानों की तैनाती का काम
पूरा हो जाएगा। यह तैनाती पाकिस्तान-चीन सीमा और हिंद महासागर के ऊपर
रणनीतिक हिस्सों को ध्यान में रखकर की जाएगी। अंडमान निकोबार में भी इन
विमानों की तैनाती की योजना है।
जानकारों के अनुसार गुजरात में भुज, हरियाणा में सिरसा, पश्चिम बंगाल में कलईकुंडा और तमिलनाडु में तंजावुर में सुखोई तैनात होने की संभावना है। वायु सेना चीन की सीमा की चौकसी के लिए तेजपुर व छाबुआ में पहले ही इन विमानों को तैनात कर चुकी है। भुज और सिरसा में इनकी तैनाती अगले दो महीने में हो जाएगी। इसके बाद तंजावुर में इनका स्क्वाड्रन गठित होगा। तेजपुर और छाबुआ को बैकअप देने के लिए हाशिमारा और कलईकुंडा में सुखोई स्क्वाड्रन तैयार रहेंगे। तंजावुर में तैनात सुखोई हिंद महासागर के आकाश को अभेद्य बनाएंगे।
जानकारों के अनुसार गुजरात में भुज, हरियाणा में सिरसा, पश्चिम बंगाल में कलईकुंडा और तमिलनाडु में तंजावुर में सुखोई तैनात होने की संभावना है। वायु सेना चीन की सीमा की चौकसी के लिए तेजपुर व छाबुआ में पहले ही इन विमानों को तैनात कर चुकी है। भुज और सिरसा में इनकी तैनाती अगले दो महीने में हो जाएगी। इसके बाद तंजावुर में इनका स्क्वाड्रन गठित होगा। तेजपुर और छाबुआ को बैकअप देने के लिए हाशिमारा और कलईकुंडा में सुखोई स्क्वाड्रन तैयार रहेंगे। तंजावुर में तैनात सुखोई हिंद महासागर के आकाश को अभेद्य बनाएंगे।
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