Saturday, November 24, 2012

मिलिए ब्रिटेन के सबसे बड़े परिवार से, खाने पर हफ्ते में खर्चते हैं 23 हजार

लंदन. इस घर के बच्चों को दोस्तों की जरुरत नहीं पड़ती, क्योंकि इनके आसपास इतने सारे और हमउम्र बच्चे मौजूद हैं, जिनके साथ इनका समय कट जाता है. इनके घर के खाने का बिल न ही पूछे तो अच्छा है. और जब घर के सारे कपड़े धुलते हैं तो ऐसा लगता है जैसे कोई धोबीघाट पर आ गए हों. हम बार कर रहे हैं ब्रिटेन की सबसे बड़े परिवार रेडफोर्ड की. 
रेडफोर्ड दम्पति को नौ लड़के और 7 लड़कियां हैं. उनका सबसे छोटा बच्चा सिर्फ एक महीने का है. इस तरह वह ब्रिटेन का सबसे बड़े परिवार का खिताब पा चुका है. इसके बावजूद पत्नी अपने पति से और बच्चे करने के लिए कह रही है. इसके बावजूद यह दम्पति सरकार से किसी भी तरह की रियायत नहीं लेती है.

दोस्त के आइडिया पर खड़ी कर दी कंपनी, आज करोड़पति हैं यह जनाब

चंडीगढ़.  पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज में बीटेक करने वाले विनय जौहर ने एक दोस्त के आइडिया पर ऐसी आईटी कंपनी खड़ी कर दी जो कि आज 20 से अधिक देशों में 380 से अधिक कंपनियों को सर्विसेज दे रही है। इसके ग्राहकों में विप्रो से लेकर सैमसंग तक शामिल हैं। 
खबर में तस्वीरों का इस्तेमाल प्रजेंटेशन के लिए किया गया है।

हैरान करने वाली है इंग्लैंड के कप्तान कुक की पांच साल की कमाई

स्वभाव से अंतमरुखी हैं। उन्हें समाजसेवा में लगे रहना अच्छा लगता है। इंग्लैंड के ग्रामीण इलाकों में जाकर गांवों के विकास में योगदान दे रहे हैं। ग्रामीण बच्चों की शिक्षा, खेलकूद और स्वस्थ्य रहने के लिए कई निजी पारमार्थिक संस्थाओं की मदद करते रहते हैं।


50 लाख रुपए है मासिक कमाई


30 करोड़ है रुपए पिछले पांच साल की कमाई


चैरिटी कायरें में आगे


वाइल्ड लाइफ के लिए धन संग्रह कर मदद करने में सबसे आगे रहते हैं।

क्रिकेट बल्ले और ड्रेसेस की नीलामी से भी अनाथाश्रमों के लिए धन संग्रह करते हैं।

Thursday, November 22, 2012

अपना वादा निभाएंगे सहवाग, कल लेंगे संन्यास!

नई दिल्ली. विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने 19 फरवरी, 2010 को जयपुर में क्रिकइंफो अवॉड्र्स समारोह के दौरान कहा था कि वे 100 टेस्ट मैच पूरे होने के बाद क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर सकते हैं।
उस समय तक वीरू ने 76 टेस्ट मैच खेले थे। तब उन्होंने यह भी कहा था कि उनका सपना टेस्ट टीम में मध्यक्रम में बल्लेबाजी करना है।
उस समारोह में सहवाग के साथ प्रसिद्ध क्रिकेट कमेंट्रेटर हर्षा भोगले और पूर्व टेस्ट क्रिकेटर संजय मांजरेकर भी मौजूद थे। 
वीरेंद्र सहवाग अपना यह वादा निभाते हैं या नहीं, यह तो वक्त ही बताएगा, लेकिन फिलहाल वीरू 100वें टेस्ट की खुशी में मगन होंगे।

कसाब के अंतिम दो घंटों का हिसाब

मुंबई। मुंबई पर आतंकी हमला करने वाले अजमल कसाब की सुबह बुधवार को कुछ जल्‍दी हो गई थी। जगने के बाद उसने आधा घंटा नहाने और नमाज पढ़ने में बिताया। इसके बाद उसे नए कपड़े पहनने को दिए गए। करीब साढ़े पांच बजे पुणे जेल की उस बैरक में आईजी (जेल) मीरान बोरवांकर और जेल अधीक्षक योगेश देसाई पहुंचे, जहां कसाब रखा गया था। सबसे पहले कसाब को मेडिकल चेकअप के लिए ले जाया गया। जेल के ही डॉक्‍टरों ने उसका चेकअप किया और फिटनेस प्रमाण पत्र जारी किया।
जब कसाब को फांसी दिए जाने का वक्‍त आया तो उसे एक खास सेल में ले जाया गया। वहां पहले से ही कुछ पुलिस अधिकारी मौजूद थे। उससे पूछा गया कि तुम्‍हारी कोई अंतिम इच्‍छा? अपने परिजनों के लिए कुछ लिख कर (विल/वसीयत) चाहोगे? लेकिन कसाब ने दोनों का जबाब 'ना' में दिया। इसके बाद उसे फांसी के लिए खड़ा किया गया। ठीक साढ़े सात बजे उसे फांसी दे दी गई। इसके दस मिनट बाद डॉक्‍टरों ने उसे मरा हुआ घोषित कर दिया।
सुबह 7.46 बजे पुलिस अधिकारियों ने महाराष्‍ट्र के गृह मंत्री आर आर पाटिल को इसकी जानकारी दी। इसके  आधे घंटे के बाद ही कसाब को जेल परिसर में दफना दिया गया।
वहां मौजूद सूत्रों के मुताबिक कसाब ने मौत से पहले कहा,  'अल्‍लाह कसम, ऐसी गलती दोबारा नहीं होगी।'

Tuesday, November 20, 2012

मां की ममता ने बना दिया खूबसूरत ज़रीन को शातिर 'बबली'

अहमदाबाद। हाल ही में अहमदाबाद पुलिस की गिरफ्त में आई ज़रीन अहमद मेमन की कहानी किसी फिल्मी कहानी से बिल्कुल भी कम नहीं। ज़रीन ने जब अपनी आपबीती सुनाई तो हर कोई दंग रह गया।


ज़रीन ने पुलिस को बताया कि छोटी उम्र में ही उसकी शादी हो गई थी। वैवाहिक जीवन के दरमियान उसने एक बेटे को जन्म दिया। परिवार के साथ उसका काफी सुखी जीवन बीत रहा था, लेकिन शादी के पांच वर्ष बाद पति से उसकी तकरार शुरू हो गई। अक्सर छोटी-छोटी बातों पर पति उससे झगडऩे और मारपीट करने लगता था।

आखिरकार दोनों ने तलाक लेने का निर्णय ले लिया, लेकिन कोर्ट ने बेटा पति को सौंपने का हुक्म सुनाया, क्योंकि कोर्ट की दलील थी कि ज़रीन के पास आय का ऐसा कोई साधन नहीं है, जिससे कि वह बेटे का पालन-पोषण कर सके।

इसके बाद ज़रीन ने फ्रीलांसर फोटोग्राफी की शुरुआत कर दी और अदालत से फिर गुहार लगाई कि बेटा उसे सौंप दिया जाए, लेकिन केस लडऩे और बेटा वापस दिलाने के लिए ज़रीन के वकील ने उससे डेढ़ लाख रुपए की मांग की। ज़रीन के पास इतनी रकम नहीं थी, लेकिन इसी बीच उसे एक मॉडलिंग फोटोग्राफी का ऑर्डर मिला। इसलिए उसे एक होटल में रोजाना जाना पड़़ता था, जहां उसकी मुलाकात अश्विन से हुई और इनके बीच अच्छी दोस्ती हो गई।

अश्विन ने ज़रीन को ज्यादा पैसे कमाने के लिए अहमदाबाद में फर्जी वीजा ऑफिस खोलने का ऑफर दिया। बेटे को वापस पाने के लालच में ज़रीन यह काम करने को तैयार हो गई और इस तरह वह सीधे हवालात जा पहुंची

जेम्स बॉन्ड की इन गैजेट्स पर मर मिटती है दुनिया!

हालही में आई बॉन्ड फिल्म स्काईफॉल को दुनियाभर में काफ़ी पसंद किया जा रहा है। यह फिल्म अब तक की सर्वश्रेष्ठ बॉन्ड फिल्म भी कही जा रही है। हालांकि बॉन्ड सीरीज़ के कई दीवाने इसे नहीं मानते। इसकी एक वजह यह भी रही कि इस फिल्म में बॉन्ड को एक नए अवतार में दिखाया गया जो पिछले जेम्स बॉन्ड की तरह खतरनाक और स्टायलिश गैजेट्स का उपयोग नहीं करता बल्कि एक छोटी सी ख़ास ऑटोमेटिक गन और एक मैग्नेटिक चिप के ज़रिए दुनिया बचाने का मिशन अपने हाथ में लेता है। बात चल ही रही है इसलिए आज बात करते हैं उन कुछ बेहतरीन गैजेट्स की जो पिछले कुछ समय में बॉन्ड की शान रहे लेकिन परेशान मत होइए यहां हम उनकी बात बिल्कुल नहीं करेंगे जिनकी तकनीक आज के साइंटिफिक कैलकुलेटर से भी पुरानी हो गई है यहां बात उनकी है जो पुरानी तो हैं लेकिन बेमिसाल हैं...

मौत टूटी जब आधी रात, कितना डर गया भोपाल!

भोपाल। अरेरा कॉलोनी ई-6 के पास साईं बाबा नगर बस्ती में रविवार रात करीब 12.15 बजे नगर निगम की टंकी गिरने से हुए भीषण हादसे से अब भी वहां के रहवासी डरे हुए हैं।




इस हादसे में 7 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 32 लोग बुरी तरह घायल हैं। इस हादसे पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने गहरा दु:ख जताते हुए प्रभारी मंत्री जयंत मलैया को उचित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर निकुंज श्रीवास्तव ने घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया ने न्यायिक जांच की मांग की है।





हादसे की भीषणता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि आधी रात टूटी इस आफत से कल दिनभर प्रशासन जूझता रहा। पानी की टंकी गिरने से यहां बिजली के तार टूट गए थे, जिससे करंट फैल गया था। सोमवार सुबह जब सेना के जवान पहुंचे, तब उन्होंने जेसीबी मशीन के लिए रास्ता बनाया और मलबा हटाने का कार्य शुरू हो सका।

फेसबुक ने प्रिंस को किया प्रताड़ित, लखनऊ में एफआईआर दर्ज

लखनऊ. फेसबुक से जुड़े लोगों की परेशानि‍यां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। मुंबई में फेसबुक पर लाइक और कमेंट के चलते एक युवती को दि‍क्‍कत उठानी पड़ी तो लखनऊ में एक समाजसेवी को अचानक बंद कि‍ए गए अपने अकाउंट की वजह से भारी मानसि‍क परेशानी का सामना करना पड़ा। पेशे से वकील व समाजसेवी प्रिंस लेनि‍न ने मामले का मुकदमा हुसैनगंज थाने में दर्ज कराया गया है।

जिसने बदली कोटा की सूरत, वह आज खुद हो रहा है बदसूरत

कोटा.  1960 में उद्घाटन के बाद बैराज ने तो कोटा की सूरत बदल दी, लेकिन सरकार इसका रख-रखाव तक नहीं कर रही है।  
दोहन के साथ इसका जमकर दुरुपयोग भी हो रहा है। बांध की अथाह जलराशि में आज भी बहुत कुछ देने की संभावना है, लेकिन वन विभाग का अड़ंगा गिनाकर विकास के लिए कुछ नहीं किया जा रहा है।
4 साल में 150 से ज्यादा चिट्ठियां लिखी, गेट की रस्सियों और पेंट तक का पैसा नहीं दे रहे
2008 से कोटा बैराज की मरम्मत पर सरकार की तरफ से एक पैसा भी नहीं खर्च हुआ है। पानी का गेज बताने वाला मीटर, सुरक्षा के लिए लगे सीसीटीवी कैमरे बंद पड़े हैं। सुरक्षा की दृष्टि से हर साल पांच गेटों की पुताई और एक की रस्सी बदलने का नियम है, लेकिन इसका तक पालन नहीं हो रहा है।
इसके लिए स्थानीय अधिकारी सिंचाई विभाग के मुख्यालय को 4 साल में 150 से ज्यादा  बार चिट्ठियां लिख चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। देख-रेख के अभाव में बैराज पर सीमेंट की रेलिंग गिर रही हैं। स्ट्रक्चर पर कुछ जगह पत्थर भी बाहर की तरफ खिसक आए हैं। गेटों की सील भी खराब हो गई है, जिससे रोज सैकड़ों लीटर पानी बेकार बह रहा है। डाउन स्ट्रीम की तरफ एक दीवार लगभग पूरी तरह जर्जर हो चुकी है। बारिश के दिनों में गेट खोलते हैं तो ये तेज आवाज करते हैं।
अवैध शिकार- बैराज के आसपास अवैध मछलियों का शिकार हो रहा है। रात के समय शिकारी डाउन व अप स्ट्रीम क्षेत्र में जाल लगाते हैं। दिन में इनको उठाया जाता है। इसकी जानकारी स्थानीय कर्मचारी अधिकारियों को देते हैं, लेकिन कार्रवाई नहीं होती।
जर्जर नहरी तंत्र को चाहिए 2 हजार करोड़
चंबल का 50 साल पुराना नहरी तंत्र कच्चा है तथा इतना जर्जर हो चुका है कि इसके कायाकल्प के लिए करीब 2 हजार करोड़ रुपए चाहिए। जबकि अब तक 100 करोड़ रुपए के ही काम हुए हैं। दाईं मुख्य नहर में जरूर दोनों राज्यों की हिस्सेदारी से 166 करोड़ रुपए के काम हुए हैं। राजस्थान सरकार ने नहरी तंत्र की मजबूती के लिए 1274 करोड़ रुपए मंजूर किए हैं। इसके तहत पहले चरण में 150 करोड़ रुपए के काम कराए जाने हैं।
सरकार कुछ करे तो बने बात 
विभाग ने बैराज की सुरक्षा को लेकर प्लान बनाकर मुख्यालय भेजा हुआ है। यहां पुलिस चौकी बनाने व सीसी टीवी कैमरे लगाने का प्रस्ताव भी बनाया हुआ है। इसके साथ ही बोट के बालाजी से सकतपुरा तक अलग से मार्ग बनाने का सुझाव भी दिया हुआ है। इस पर सरकार सहमति दे तो सारी व्यवस्थाएं हो सकती है। विभाग को पास तो मेंटीनेंस का बजट तक नहीं है। काफी पत्र इस बारे में लिखे जा चुके हैं।
-हेमराज श्रीमाल, चीफ इंजीनियर जलसंसाधन विभाग

Monday, November 12, 2012

अकेलेपन से परेशान शाहरुख, 'जब तक है जान' का ग्रैंड प्रीमियर आज

कोलकाता. अपनी नई फिल्‍म 'जब तक है जान' की सफलता के लिए दिन-रात प्रचार में व्‍यस्‍त शाहरुख खान (शाहरुख की 20 BEST फिल्‍में) ने निजी जिंदगी का दर्द बयां किया है। बॉलीवुड के किंग कहे जाने वाले शाहरुख परिवार, दोस्‍त  और लाखों प्रशंसक होने के बावजूद खुद को अकेला महसूस करते हैं। वह अपने जीवन का एक दिन अपने लिए चाहते हैं। उन्‍होंने कहा, "मैं खुद के लिए एक दिन चाहता हूं, लेकिन किससे लूं? जब मैं खाली भी रहता हूं, मैं उम्मीद नहीं करता कि हर कोई मेरे साथ हो, क्योंकि उनकी अपनी जिंदगी चलती रहती है। इसलिए उस वक्त आप अकेले हो जाते हैं।
हाल ही में 47वां जन्‍मदिन मनाने वाले  शाहरुख एक्टिंग के साथ-साथ कई ब्रांड के प्रचार में व्यस्त रहते हैं, उन्‍हें अपनी फिल्म निर्माण कम्पनी 'रेड चिलीज एंटरटेनमेंट' और 'इंडियन प्रीमियर लीग' की टीम 'कोलकाता नाइट राइडर्स' का काम भी देखना होता है। ऐसे में उन्हें लगता है कि उनकी जिंदगी की छोटी-छोटी खुशियां अक्सर छूट जाती हैं। उन्होंने कहा, "आपकी कोई निजी जिंदगी नहीं रह जाती। मेरा परिवार मुझे अपने साथ फिल्म देखने नहीं ले जाता। उन्हें लगता है कि मैं परेशान हो जाऊंगा।"
फिल्‍म समीक्षक जय प्रकाश चौकसे का भी कहना है, 'शाहरुख खान अपनी विराट व्यावसायिक सफलता के भार के कारण जीवन में भी हंस नहीं पाते, क्योंकि जब वे सोने का प्रयास कर रहे होते हैं, तब भी उनकी कंपनियां और पूंजी निवेश मुद्रा छापता रहता है। धन की विपुलता आदमी को कई मामलों में बड़ा गरीब कर देती है। एक तो आपसे हर मिलने वाला मुलाकात को कैश करना चाहता है, अत: हाथ मिलाते हुए भी भय लगता है कि अंगूठी न निकाल ले। सफलता आपसे बहुत कुछ छीन लेती है। मुफलिस मौज में ठहाके लगाता है और गरीबी को भी अपने लिए मनोरंजन बना लेता है। कड़की के दिनों में एक ही दाल को चार कटोरियों में डालकर पांच कोर्स डिनर का आनंद भी लिया जा सकता है।' 

फिर चला मेसी का जादू, तोड़ा 54 साल पुराना रिकॉर्ड


मैड्रिड. अर्जेंटीना के स्टार फुटबॉलर लियोनेल मेसी ने 54 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ दिया। स्पेनिश फुटबॉल टूर्नामेंट ला लीगा में बार्सिलोना की ओर से खेलते हुए मेसी ने मॉलोरका के खिलाफ मैच में 2 गोल लगा कर वे एक कैलेंडर ईयर में सर्वाधिक गोल लगाने वाले दूसरे खिलाड़ी बन गए हैं। इससे पहले यह रिकॉर्ड ब्राजील के दिग्गज फुटबॉलर पेले के नाम था। 
 
मेसी ने रविवार को हुए मुकाबले में 2 गोल लगा कर इस साल अपने गोल की संख्या 76 कर ली। पेले ने 1958 में 75 गोल लगाए थे। 
 
एक साल में सबसे ज्यादा गोल करने के रिकॉर्ड से वे 10 कदम दूर हैं। यह रिकॉर्ड जर्मनी के स्टार फुटबॉलर गर्ड मुलर के नाम है, जिन्होंने 1972 में 85 गोल कर पेले को पछाड़ा था।
 
मेसी के इस रिकॉर्डतोड़ प्रदर्शन के दम पर बार्सिलोना ने मॉलोरका को 4-2 से हराया।

महज पांच मिनट में पाक को तबाह कर सकता है यह 'ब्रह्मास्त्र'!

नई दिल्ली. भारतीय वायु सेना पूरे देश में लड़ाकू विमान सुखोई-30 एमकेआई तैनात करेगी। इसकी व्यापक योजना तैयार कर ली है। सैन्य हवाई अड्डों की पहचान हो चुकी है। साल 2013 से 2015 के बीच विमानों की तैनाती का काम पूरा हो जाएगा। यह तैनाती पाकिस्तान-चीन सीमा और हिंद महासागर के ऊपर रणनीतिक हिस्सों को ध्यान में रखकर की जाएगी। अंडमान निकोबार में भी इन विमानों की तैनाती की योजना है।


जानकारों के अनुसार गुजरात में भुज, हरियाणा में सिरसा, पश्चिम बंगाल में कलईकुंडा और तमिलनाडु में तंजावुर में सुखोई तैनात होने की संभावना है। वायु सेना चीन की सीमा की चौकसी के लिए तेजपुर व छाबुआ में पहले ही इन विमानों को तैनात कर चुकी है। भुज और सिरसा में इनकी तैनाती अगले दो महीने में हो जाएगी। इसके बाद तंजावुर में इनका स्क्वाड्रन गठित होगा। तेजपुर और छाबुआ को बैकअप देने के लिए हाशिमारा और कलईकुंडा में सुखोई स्क्वाड्रन तैयार रहेंगे। तंजावुर में तैनात सुखोई हिंद महासागर के आकाश को अभेद्य बनाएंगे

चंबल में तैयार हो रही दूसरी फूलन देवी!

भोपाल/भिंड।चंबल के डाकुओं को लगता है राजनीति भाने लगी है। यही कारण है कि फूलन देवी और सीमा परिहार जैसी कुख्यात दस्यु सुंदरियों की देखादेखी एक और खूबसूरत डकैत रेणु यादव बीहड़ में जिंदगी गुजारने के बाद अब राजनीति के अखाड़े में उतरने की तैयारी में हैं।

दस्यु सुंदरी रेणु यादव समाजवादी पार्टी ज्वॉइन करने की जुगत भिड़ा रही हैं। इसके लिए वे यूपी के युवा सीएम अखिलेश यादव से लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव तक से मुलाकात कर उन्हें रिझाने की कोशिश कर चुकी हैं।

बीहड़ में रहने के बावजूद इस दस्यु सुंदरी का कहना है कि उसने कभी कोई क्राइम नहीं किया। यह दीगर बात है कि चंबल के बीहड़ में डकैत चंदन यादव के गिरोह में रहने के कारण पुलिस ने उनके खिलाफ हत्या, अपहरण और डकैती के करीब दो दर्जन केस दर्ज किए हैं।

एक ऐसा 'योगी' जिसने 15 साल में खड़ी कर दी 22,000 करोड़ की दौलत

सितंबर 2012 में बिजनेस के जानकार एक ब्लॉगर ने आईटीसी लिमिटेड के चेयरमैन वाईसी देवेश्वर से एक मुलाकात के बाद अपने ब्लॉग पर लिखा कि देवेश्वर को एक घंटे सुनना किसी बिजनेस स्कूल में दो साल पढ़ाई करने के बराबर है। वैसे देवेश्वर के बारे में यह कोई नई बात नहीं है। आज पूरी दुनिया उनकी काबिलियत का लोहा मान चुकी है। आईटीसी में वे जबसे आए हैं, कंपनी रोजाना नए आयाम स्थापित कर रही है। आईटीसी को सिगरेट बनाने वाली कंपनी से मल्टी डाइवर्सीफाइड कंपनी बनाने का सबसे अधिक श्रेय उन्हें ही जाता है।





आईटीसी कंपनी ने एफएमसीजी, होटल्स, पेपर एंड पैकेजिंग और एग्री बिजनेस आदि में जबरदस्त सफलता हासिल की है। वे हमेशा सकारात्मक नजरिए से समस्याओं को देखते हैं। इसी वर्ष फरवरी में एक कार्यक्रम के दौरान आईटीसी की अपनी यात्रा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि बिजनेस में कई बार रिस्क न लेना ही सबसे बड़ा रिस्क हो जाता है। वे कहते हैं कि जोखिम उठाने में ही सफलता की गुंजाइश बढ़ती है।

Tuesday, November 6, 2012

इथोपिया के अनपढ़ बच्चों ने 5 महीने में हैक किया एंड्रायड


तीसरी दुनिया के देशों में कई साल पहले सस्ती शिक्षा मुहैया कराने के लिए 'एक बच्चा एक लैपटॉप' प्रोजेक्ट शुरू किया गया था।
इस प्रोजेक्ट की सीमाओं को जांचने के लिए वॉलंटियर्स ने इथोपिया में हाल ही में एक प्रयोग किया। उन्होंने दो गांवों में हर बच्चे के लिए टैबलेट एक डिब्बे में रखकर भेजा।
गांव में शिक्षा दर शून्य है, कोई स्कूल नहीं था। उन्होंने बच्चों को यह भी नहीं बताया गया कि टैबलेट को प्रयोग कैसे करेंगे। मगर, टैब मिलने के चार मिनट के अंदर एक बच्चे ने ऑन/ऑफ बटन खोज लिया और उसे चालू कर लिया।
पांच दिन के अंदर हर बच्चा करीब 42 एप्स प्रयोग करने लगा। पांच महीने के अंदर उन्होंने एंड्रायड को हैक कर लिया।
इतना ही नहीं बच्चे अपने माता-पिता को भी पढ़ाने के लिए कंप्यूटर का प्रयोग कर रहे थे।

इस जांबाज को 'दर्द' दे गई युवराज की वापसी

गाजियाबाद. जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में हुए रणजी मुकाबले में उत्तर प्रदेश की टीम ने दिल्ली पर धमाकेदार 6 विकेट की जीत दर्ज की। यूपी के सभी खिलाड़ी इस जीत से बेहद खुश थे, लेकिन उनके कप्तान सुरेश रैना के मन में अलग हलचल चल रही थी। इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट टीम में सेलेक्ट नहीं होने से उनका दिल टूट गया था।
एक कहावत है, आप फेल हो जाओ तो बुरा लगता है, लेकिन यदि आपका दोस्त अच्छे नंबरों से पास हो जाए तो और भी दुख होता है। कुछ दिन पहले तक अपने दोस्त युवराज सिंह की इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी पर रैना बहुत खुश नजर आ रहे थे, लेकिन टेस्ट टीम के ऐलान के बाद यह खुशी कहीं काफूर सी हो गई।
रैना चाहे अपने दुख को शब्दों में जाहिर करें या नहीं, लेकिन उनके व्यवहार ने मन की कुंठा को सामने ला दिया।

इनके जीवन में है अंधेरा, पर लाखों घरों में फैला रहे हैं रोशनी

नई दिल्ली। दिल्लीवालों की दीपावली को और रंगीन बनाने के लिए ब्लाइंड रिलीफ एसोसिएशन के प्रांगण में सोमवार से वार्षिक दीपावली बाजार लगाया गया है। इस बाजार में दृष्टिहीन कारीगरों की कारीगरी लोगों को खूब पसंद आ रही है। 
लोगों की पसंद को देखते हुए एक तरफ जहां स्टॉलों पर खूबसूरत कैंडल की बिक्री हो रही है। वहीं, दूसरी तरफ यहां स्थित ब्लाइंड स्कूल के वर्क एरिया में मशीनों के बीच यह कारीगर खूबसूरत मोमबत्तियों को आकार देने में दिन भर व्यस्त हैं। 
आखों में रोशनी ना होने के बावजूद ये कारीगर मोमबत्तियों को तरह-तरह का रूप दे रहे हैं। इनके डेकोरेशन भी खास हैं। बता दें कि इन कारीगरों की लगन और उनके हुनर से बनाई गई ये मोमबत्तियां राजधानी में काफी मशहूर हैं।

Monday, November 5, 2012

India to showcase Aakash tablet at UN on Nov 28

Low-cost Aakash tablet will be showcased at the United Nations on November 28. The initiative would highlight the country's innovation involved in the "most competitively priced" tablet computer.

India's Permanent Representative to the UN Hardeep Singh Puri said a presentation on the tablet will be held on November 28 at the world body's headquarters to which UN Secretary General Ban Ki-moon will be invited.

Suneet Singh Tuli, CEO of Canada-based Datawind , which had won the Indian government's tender for making and supplying the tablets, will also be present on the occasion.

Is India ready for a tablet revolution in education?Aakash has been "described as the most competitively priced tablet computer by an Indian-origin entrepreneur," Puri said at a news conference on Friday to outline the Council's monthly agenda under India's presidency.

He said while the tablet would be called "frugal innovation" in UN terminology, it is a "competitively priced innovation."

Later talking to PTI, Puri said the Indian mission to the UN took the initiative to showcase the tablet at the world body and other UN member states as well as mediapersons will be invited to the event.

Tuli would make a presentation to the UN audience on Aakash, which was launched in October last year by the Indian government to make available computing devices to students at subsidised rates.

The Indian mission intends to distribute a limited number of Aakash tablets to some member states.

Datawind had won the tender in 2010 to supply one lakh Aakash tablets for a price of around $49 per unit. The project had run into controversy following the Indian Institute of Technology at Rajasthan rejecting the devices manufactured by Datawind.

A new version of the tablet PC, featuring one Ghz processor, four-hour battery time, capacitive screen and Android 4.0 operating system, is expected to be launched in India on November 11.

The Indian mission will also organise a cultural event at the UN on November 26 featuring the Shahi qawwals, who will be flying in from northern city of Ajmer for a Sufi music concert at UN on occasion of India's presidency.

Lanco Chairman L. Madhusudhan Rao on challenges his company faces

In 2000, Lanco had just 368 MW of commissioned power generating capacity. Under Chairman L. Madhusudhan Rao, that has gone up to 4,480 MW. Another 4,898 MW is under construction and should be up and running by 2015. Lanco ended financial year 2011/12 with a net revenue of Rs 10,169 crore. This was after eliminating its inter-segment /intra-group revenues. In October 2011, barely a year ago, it figured in a BT listing as a possible Goliath of tomorrow.

FACTOID

Lanco was founded in 1964 by Lagadapati Amarappa Naidu. The company derives its name from his initials. Today it is headed by L. Madhusudhan Rao, his nephew.

Today, however, Lanco faces challenges on a number of fronts. It closed the last financial year with a loss of Rs 112 crore as against profit after tax of Rs 446 crore a year earlier. For the quarter ended June 30, 2012, it posted a net loss of Rs 441.2 crore despite revenues increasing 87 per cent year-on-year to Rs 3,495.7 crore. More importantly, it today has Rs 32,500 crore of debt on its books that needs to be serviced. The debt is divided almost equally between projects under operation and under construction.

In a free-wheeling interview, Rao spoke to E. Kumar Sharma about the many challengers his company confronts. Edited excerpts:

Q. Lanco faces a number of challenges on different fronts. What has gone wrong?
A.
Almost all the power distribution companies in the country are losing money, and to that extent, they have serious liquidity issues. This is getting reflected as problems on two fronts: one, a good number of them are not able to pay their dues to power generating companies like us. Two, they do not have the money to buy power and supply the end customer.

Today, we are seeing an extreme situation where power producing companies have the capacity but are not able to generate power. This is either because of inability of distribution companies to buy or due to the lack of fuel supply. At the same time, there is a severe power shortage in the country.
 
Q. Did you not anticipate this?
A.
We thought this may happen, but after 2014 or so. The problems we see today have come about two years earlier than expected. We were preparing ourselves to handle this after 2014, as we would have had new capacity ready by then and a good cash situation to mitigate these challenges.

Q. Do you feel you should have done things differently?
A.
If we had known the way things are today, we would have been a little more cautious and would have raised more equity by now. We would have been liquid a little earlier.

Lanco Chairman L. Madhusudhan Rao
Q. How bad is the situation today?
A.
Today, we have total dues from them (power distribution companies) to the tune of around Rs 3,400 crore. When dues are not coming on time and existing capacities are not able to run at full capacity because states are not able to buy power, there are challenges to honour our own payments (servicing debt) on time. When we don't get our money on time, our payment schedules will get affected and will slip, as both are linked."
 
(Reporter's note: This is exactly what happened on October 23rd. Credit rating agency CRISIL downgraded ratings on the bank facilities of Lanco Infratech, the group's listed entity, for delays in repaying its debt of Rs 250 crore. The debt was due on October 23rd. CRISIL said the delay highlighted the pressure on the company's liquidity. It stated: "The company has total repayment obligations of around Rs 8 billion (Rs 800 crore) in 2012/13, of which Rs 7 billion (Rs 700 crore) is due in three bullet repayments in October and November 2012, and January 2013.")

 
Q. How are you going to handle your debt repayment challenges?
A.
First of all, please remember debt has always been there as we are one of the largest power generating companies in the country, with around 4,000 MW operational and another 5,000 MW in the pipeline. For every MW of power that has to be produced we need to invest Rs 4 crore to Rs 5 crore. So, when we create assets of such nature and size, debt is bound to be there.

What needs to be understood is that missing a payment does not mean the asset value has deteriorated... Please remember the debt repayment period is 10 to 12 years but the asset life of our plants is 40 years. Therefore, if you miss a repayment schedule in a bad year, it does not mean the company will not be able to perform or that the asset value has diminished.

However, to deal with this, we are looking at raising equity.
 
Q. How have things changed in the sector?
A.
We are in this sector since late the 1990s. Since then and till early 2011, the power sector has been seeing an upward trend and has been doing well. It is only in the last nine to 10 months that we have seen these issues. What needs to be also understood is that even in the last four to five years, when power distribution companies were buying power - sometimes even at high rates of Rs 6 to Rs 7 per unit - it was not because they were making money by selling power. It was possible because banks were lending to them and there was liquidity, which is not the case today.

ज्‍यादा माइलेज बता कर हुंडई ने लाखों ग्राहकों को लगाया चूना, अब देना होगा हर्जाना

न्‍यूयॉर्क. ह्यूंदै मोटर कंपनी और किया मोटर कॉर्प अपनी कारों के माइलेज के बारे में गलत जानकारी दिए जाने के चलते मुसीबत में हैं। दोनों ही कंपनियां अमेरिका में करीब दस साल से सफलतापूर्वक कारोबार कर रही हैं, लेकिन इनके 'झूठ' से अब इनका कारोबार प्रभावित होने की आशंका बढ़ गई है और साख पर भी बट्टा लगने का खतरा है। सोमवार को द . कोरिया की इन दोनों कंपनियों के शेयरों में सात फीसदी गिरावट दर्ज की गई।
ब्रांड की साख में बट्टा लगने, कानूनी पचड़े में फंसने और ग्राहकों को क्षतिपूर्ति के रूप में मुआवजा देने की आशंका के मद्देनजर निवेशकों ने इस कंपनी में विश्‍वास नहीं दिखाया। कंपनी ने दस लाख से भी ज्‍यादा कारों के लिए माइलेज का आंकड़ा बढ़ा-चढ़ा कर बताया था। 2011 से 2013 के बीच लॉन्‍च की गई या की जाने वाली 13 मॉडलों को लेकर कंपनी ने यह झूठ बोला है। इस झूठ का पर्दाफाश अमेरिकी पर्याव रण संरक्षण एजेंसी (ईपीए) की जांच में हुआ।
ह्यूंदै और इसकी सहयोगी किया का कहना है कि ईपीए की जांच में माइलेज का जो अंतर पाया गया, वह जांच के मानकों में अंतर के चलते है। हालांकि कंपनियों ने अखबारों में पूरे पेज का विज्ञापन देकर ग्राहकों से माफी मांगी है। ग्राहकों को ईंधन पर जो अतिरिक्‍त खर्च करना पड़ा है, उसका मुआवजा भी इन कंपनियों को देना होगा।
ईपीए का कहना है कि ह्यूंदै और किया ने ज्‍यादातर गाडि़यों की माइलेज एक या दो मील प्रति गैलन (एमपीजी) ज्‍यादा बताई है। हांलाकि किया सोल के केस में यह 6 एमपीजी (हाईवे) ज्‍यादा है।

जान देने के लिए लगाए तीन इंजेक्शन, फिर खुद ही घोंटा गला


जयपुर. बजाज नगर के नारायण नगर फ्लैट्स में रहने वाले मेडिकल छात्र ने रविवार दोपहर इंजेक्शन लगाकर आत्महत्या कर ली। वह सीतापुरा के महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज में फाइनल ईयर में पढ़ता था।
सोमवार को उसकी परीक्षा थी। प्रथमदृष्टया सामने आया है कि छात्र डिप्रेशन में था। पुलिस को मौके पर इंजेक्शन की तीन खाली शीशी, तीन भरी हुई सीरिंज, गोलियों के खाली पत्ते, मेडिकल स्टोर की पर्ची मिली है।
छात्र के गले में प्लास्टिक की रस्सी भी लिपटी हुई मिली। पोस्टमार्टम में दम घुटने से मौत होना नहीं आया है। ऐसे में पुलिस का मानना है कि छात्र ने इंजेक्शन लगाने से पहले खुद ही गला घोंटने का प्रयास किया था।
मौके पर सुसाइड नोट नहीं मिला है। दाहिनी जांघ और बाएं हाथ की बाजू पर इंजेक्शन लगाने के निशान मिले हैं। छात्र के माता-पिता जोधपुर में कैंसर विशेषज्ञ हैं।

एएसआई शिव सिंह ने बताया कि शशांक संचेती (22) जोधपुर का था। यहां नारायण नगर फ्लैट की तीसरी मंजिल पर क्लासमेट समर्थ के साथ रहता था। रविवार सुबह शशांक तबियत खराब होने की कहकर पढऩे नहीं गया।
दोपहर में शशांक की मां ने उसे फोन किया। फोन नहीं उठाने पर समर्थ और खाना बनाने वाले अरविंद को फोन किया। समर्थ दोपहर 1.30 बजे कमरे पर आया। शशांक ने दरवाजा नहीं खोला।
धक्का देकर दरवाजा खोला तो कमरे में शशांक मृत पड़ा था। उसके गले में प्लास्टिक की रस्सी लिपटी हुई मिली। उनके पास दवाईयों के खाली रेपर, इंजेक्शन की खाली शीशी और सीरिंज पड़ी थी। शशांक के पिता डॉ. सुरेश संचेती कैंसर विशेषज्ञ हैं, उनका जोधपुर में संचेती अस्पताल हैं।

सबसे शक्तिशाली विमान पर किसका होगा राज-ओबामा या रोमनी?

अमेरिका में मंगलवार को  चुनाव होने हैं. राष्ट्रपति पद के लिए बराक ओबामा और मिट रोमनी दावेदारी पेश कर रहे हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति जिस हवाई जहाज में यात्रा करते हैं उसकी खासियतों का अंदाजा आप इन तस्वीरों को देखकर ही लगा सकते हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति एयरफोर्स वन में यात्रा करते हैं। इसे दुनिया की सबसे शक्तिशाली हवाई परिवहन व्यवस्था के रूप में भी जाना जाता है। शायद ही ऐसी कोई सुविधा होगी, जो इस विमान में मौजूद न हो।

एशिया के 5 श्रेष्ठ अभिनेताओं में अनुपम खेर


बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर एक अंतरराष्ट्रीय पत्रिका द्वारा एशिया के पांच श्रेष्ठ अभिनेताओं की सूची में शामिल किए जाने से बहुत खुश हैं।
अपनी खुशी जाहिर करते हुए 57 वर्षीय अनुपम ने शनिवार रात ट्विटर पर लिखा कि यह बात साझा करते हुए खुशी हो रही है कि `हॉलीवुड रिपोर्टर` पत्रिका ने अपने नए अंक में मुझे एशिया के पांच श्रेष्ठ अभिनेताओं की सूची में शामिल किया है। मैं इसमें शामिल होने वाला एकमात्र भारतीय हूं। 

इस सूची में लीबिंगबिग (चीन), ली बेयुंग-हुन (दक्षिण कोरिया), इको उवैस (थाईलैंड) और आरोन क्वॉक (हांगकांग) का नाम शामिल है।
अनुपम खेर ने 1982 में हिंदी फिल्म `आगमन` से अपने करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद 1984 में उन्होंने `सारांश` से वाहवाही लूटी, जिसमें 28 साल की उम्र में उन्होंने एक सेवानिवृत्त व्यक्ति की भूमिका निभाई थी।
उनकी प्रमुख फिल्मों में `डैडी`, `जनम`, `मैंने गांधी को नहीं मारा` शामिल हैं। इसके अलावा उन्होंने व्यावसायिक फिल्मों में भी काम किया जिनमें `कर्मा`, `डर`, `दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे`, `कुछ कुछ होता है` और `वीर-जारा` शामिल हैं। 

बॉलीवुड के अलावा उन्होंने हॉलीवुड का भी ध्यान खींचा। उन्होंने फिल्म `सिल्वर लाइनिंग प्लेबैक` में सहायक अभिनेता का किरदार निभाया।

...तो युवाओं में क्या देखना चाहते हैं यूथ आईकॉन धोनी, जानिये उन्हीं की जुबानी!


(झारखंड को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने वाले टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी देश के यूथ आईकॉन हैं। झारखंड के इस सपूत ने साबित कर दिया है कि लक्ष्य स्पष्ट हो तो कुछ भी असंभव नहीं है। क्रिकेट के तमाम विशेषज्ञ धौनी की प्रबंधन क्षमता के मुरीद हैं। धोनी झारखंड की राजधानी रांची में रहते हैं। राज्य गठन के 12वें वर्ष पर उनसे भास्कर के रिपोर्टर ने बातचीत कर युवाओं कै संबंध में उनकी राय जानी। इस विषय पर धोनी ने कुछ कहा उसकी मूल बातें नीचे प्रस्तुत हैं)
प्राकृतिक और खनिज संपदाओं से भरे हमारे झारखंड में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। इस राज्य के युवा देश के विभिन्न क्षेत्रों में अपनी अमिट छाप छोड़ रहे हैं। युवा इस प्रदेश के सबसे कीमती एसेट हैं। राज्य गठन के 12 वर्षों में खेल के क्षेत्र में काफी विकास हुआ है। नेशनल गेम्स से हमारी छवि देश के सामने उभर कर आई। इसमें हमारे खिलाडिय़ों ने भी शानदार प्रदर्शन किया। एक अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार है। इसका सदुपयोग कर खिलाड़ी अपनी प्रतिभा को और निखार सकते हैं। वहीं दूसरी ओर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम भी तैयार हो गया है। क्रिकेट खिलाडिय़ों को टर्फ विकेट पर खेलने का अवसर मिलेगा।

खेल अकादमी में निखर सकती हैं प्रतिभाएं : राज्य में खिलाडिय़ों की प्रतिभा को निखारने के लिए खेल अकादमी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। यहां पर खिलाड़ी नियमित अभ्यास कर सकते हैं। राज्य में कई अच्छे खिलाड़ी हैं, जिनकी मदद से कैंप लगा कर युवा खिलाडिय़ों की प्रतिभा को और निखारा जा सकता है। जरूरत पडऩे पर दूसरे राज्यों के खिलाडिय़ों को कैंप में बुलाकर उनसे भी टिप्स लिए जा सकते हैं।

युवाओं पर टिका है देश और राज्य का भविष्य :  देश का भविष्य युवाओं के कंधे पर टिका हुआ है। युवाओं की मेहनत हमेशा रंग लाती है। आपने जितनी मेहनत की है, उसका फल आपको जरूर मिलेगा। हो सकता है कि इसमें थोड़ा विलंब हो। इसके लिए युवाओं को यह तय करना होगा कि उसकी किस चीज में रुचि है, फिर टैलेंट को पहचानने और आगे बढ़ जाने की बारी आती है। इसके बाद आप अपना शत प्रतिशत उसमें लगा दें। इस बात पर कभी ध्यान न दें कि सामने वाला क्या कह रहा है। क्योंकि उस पर आपका कोई कंट्रोल नहीं होता है। अगर आप अच्छा काम कर रहे हैं, तो सभी आपको अच्छा ही कहेंगे। एक-दो लोग ही आपको असफल कह सकते हैं, जो आपसे पीछे छूट गए।

आलोचना से नहीं गिरने दें मनोबल : प्रशंसा और आलोचनाओं में सामंजस्य बनाएं और उसे सहर्ष स्वीकार करें। अच्छा करने पर एप्रिसिएशन मिलता है, वहीं खराब करने पर क्रिटिसिज्म। जब आपकी आलोचना की जा रही हो, तब भी मनोबल न गिराएं। मेहनत में जुट जाएं और खुद को साबित करके दिखाएं।

वह रात भर रोता रहा, फिर उतरा मैदान पर और कर दिया कमाल


मुंबई-ए टीम और इंग्लैंड के खिलाफ शनिवार से शुरू हुए अभ्यास मैच में जहां इंग्लैंड ने 345/9 पारी घोषित की और जवाब में मुंबई ने पुजारा की संयमित पारी की बदौलत 232/4 अपनी स्थिति संभाल ली है।


वहीं दूसरी तरफ एक ऐसी खबर सुनने को मिली जो क्रिकेट और देश के प्रति अपने समर्पण की कहानी बयां कर रही है। जी हां, हम बात कर रहे हैं मुंबई के गेंदबाज जावेद खान की। जिन्होंने शानदार गेंदबाजी का नजारा पेश करते हुए दो विकेट हासिल किए, एक तरफ जहां साथी खिलाड़ी खान को बधाई दे रहे थे। वहीं दूसरी तरफ जावेद अपनेपिता के इंतकाल की खबर से दुखी थे।



इतना ही नहीं, खान इस खबर को सुनने के बाद मैदान छोड़कर अपने पिता के अंतिम संस्कार में नहीं गए और इंग्लैंड के खिलाफ एक झुझारू खिलाड़ी की तरह गेंदबाजी करते रहें।



खान के कोच ने बताया कि शुक्रवार को जावेद के पिता की सर्जरी होनी थी, लेकिन देर शाम उनका इंतकाल हो गया। जावेद पूरी रात रोते रहे, लेकिन सुबह इंग्लैंड के खिलाफ महत्वपूर्ण मैच में गेंदबाजी करने मैदान पर थे।

प्‍यार को पैसे में तोलने वाले 'बंदर‍' हैं नरेंद्र मोदी: दिल्ली महिला आयोग

नई दिल्‍ली। दिल्‍ली महिला आयोग ने गुजरात के मुख्‍यमंञी नरेंद्र मोदी द्वारा मानव संसाधन विकास राज्‍यमंञी शशि थरूर की पत्‍नी सुनंदा पुष्‍कर थरूर को “50 करोड की गर्लफ्रेंड” कहे जाने की टिप्पणी को गंभीरता से लेते हुए कडी निंदा की है। आयोग की अध्‍यक्ष बरखा शुक्‍ला सिंह ने मोदी के बयान को महिला विरोधी टिप्पणी करार दिया है और उन्‍हें सुनंदा से सार्वजनिक तौर पर माफी मांगने को कहा है। आयोग ने कहा है कि मोदी द्वारा भविष्‍य में किसी महिला के खिलाफ टिप्पणी किए जान को बर्दाश्‍त नहीं किया जाएगा। बरखा ने एक शेर पढते हुए मोदी की तुलना बंदर से भी कर दी। बता दें कि बरखा आरके पुरम से कांग्रेस पार्टी की विधायक भी हैं।
आयोग द्वारा आयेाजित एक प्रेस कांफ्रेस में बरखा ने सवाल उठाया कि मोदी को महिलाओं के खिलाफ ऐसी अभद्र टिप्पणी किए जाने का अधिकार किसने दिया? लोकतंञ में हर महिला को अधिकार है कि वह जीवन पूरी स्‍वतंञता से जी सके। उन्‍हें 50 करोड की गर्लफ्रेंड कहा जाना काफी दुर्भाग्‍यपूर्ण है। महिलाओं के प्रति ऐसी टिप्पणी संवैधानिक मूल्‍यों के खिलाफ है। गुजरात के मुख्‍यमंञी नरेंद्र मोदी द्वारा ऐसी टिप्पणी किए जाने की उम्‍मीद भी नहीं की जा सकती थी। एक तरफ जहां सरकार महिलाओं को आरक्षण देकर सशक्‍त बनाने की दिशा में कदम उठा रही है, वहीं दूसरी तरफ मोदी ऐसी अभद्र और गलत टिप्पणियां कर समाज में महिलाओं के प्रति सम्‍मान को कम करने जैसे कदम उठा रहे हैं।

Saturday, November 3, 2012

भारत में आईफोन 5

शुक्रवार को आईफोन-5 की लॉन्चिंग पर दिल्ली, मुंबई और बैंगलोर में कई प्रमोशनल इवेंट्स का आयोजन किया गया। देश के दो बड़े टेलीकॉम ऑपरेटर  एयरटेल व एयरसेल ने एप्पल के इस सबसे ज़ोरदार स्मार्टफोन की बिक्री शुरू कर दी है। इन दोनों ही कंपनियों ने आईफोन-5 के साथ कई प्रमोशनल ऑफरों की घोषणा भी की है। एयरटेल ने अपने पोस्ट-पेड ग्राहकों के लिए पांच नए प्लान लांच किए हैं और इन पर कंपनी खासा डिस्काउंट भी दे रही है। वहीं, एयरसेल ने कंपनी के स्टोर के जरिए आईफोन-5 चाहने वाले ग्राहकों के लिए 12 आसान मासिक किस्तों की सुविधा दी है।

आईफोन 5 के तीन वेरियेंट मौजूद हैं। इसके 16 जीबी वर्जन की कीमत 45,500 रुपए, 32 जीबी वर्जन की कीमत 52,500 रुपए और 64 जीबी वर्जन की कीमत 59,500 रुपए रखी गई है। यह 2जी, 3जी व 4जी नेटवर्क को सपोर्ट करता है और आईफोन-4 की तुलना में 20 फीसदी कम वज़नी है।

यहां ''मुर्दों'' की लगती है लाइन, बैंक एकाउंट में जाती है पेंशन

गाजीपुर. समाज कल्याण विभाग की ओर से संचालित पेंशन योजना के लाखों रुपये मुर्दों  के खाते मे पड़े हैं। पिछले वर्ष नवंबर 2011 मे सत्यापन की कार्यवाही के दौरान विभाग ने इसकी जांच कराई थी, जिसमे लाभार्थियों मे करीब 4500 से अधिक मृतक और अपात्र पाए गए। इन सबको पेंशन मिल चुकी थी। तब विभाग ने दावा किया कि मृतकों के खाते मे गई पेंशन की राशि वापस करा ली जाएगी, लेकिन करीब एक वर्ष गुजरने के बाद भी मामला ज्यों का त्यों बना हुआ है।

आसमान से हो रही पत्थरों की बरसात देख आवाक हैं लोग!

लखनऊ. गोण्डा जिला  मुख्यालय से कुछ दूर करनैलगंज तहसील का गोनवा गांव में ऐसी घटना घट रही है जिससे गांव वाले ही नहीं, बल्कि पुलिस प्रशासन भी हतप्रभ है। गांव में रहने वाले ननकऊ कश्यप के घर पर ईंट पत्‍थरों के गिरने का सिलसिला जारी है। पुलिस ने भी सारी जांच कर ली, पर अभी तक ये पत्थर कहां से आ रहे हैं, नहीं पता चल पाया है।

दुनिया का सबसे महंगा घर बिकने को तैयार, कीमत 866 करोड़!

लंदन में दुनिया का सबसे महंगा घर बन कर तैयार हो चुका है। 21500 स्क्वायर फुट में फैले 7 बेडरूम वाले इस घर की लाइट्स को आईपैड से नियंत्रित किया जा सकता है। 
इस घर को बनाने की लागत तकरीबन 10 करोड़ पाउंड यानी 866 करोड़ रुपए आई है। डेली मेल में आई रिपोर्ट के मुताबिक, इस आलीशान घर में 7 बेडरूम, 9 बाथरूम और 11 रिसेप्शन रूम हैं। 
इस घर की मार्केटिंग की जिम्मेदारी सेविल्स को सौंपी गई है। 4,651 पाउंड प्रति स्क्वायर फुट की कीमत पर इस घर का निर्माण करवाया गया है। यह लंदन में बनी अब तक की सबसे महंगी घर कही जा रही है।

अजय देवगन ने की यशराज फिल्म्स की शिकायत, गौरी खान के खिलाफ केस दर्ज

नई दिल्ली/मुंबई। एक साथ रिलीज हो रहीं अपनी फिल्मों को लेकर अजय देवगन फिल्म्स और यशराज फिल्म्स के बीच विवाद अब खुलकर सामने आ गया है। देवगन ने कंपीटिशन कमीशन ऑफ इंडिया को शिकायत कर दी है। इसमें यशराज फिल्म्स पर अपने वर्चस्व का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है। 
देवगन की 'सन ऑफ सरदार' और यशराज की 'जब तक है जान' 13 नवंबर को रिलीज हो रही हैं। अजय देवगन फिल्म्स के अनुसार यशराज फिल्म्स ने प्रदर्शकों से करार किया है जिसके मुताबिक उनके लिए दिवाली पर और उसके बाद दो हफ्ते तक सभी चार शो में कंपनी की फिल्म दिखाना अनिवार्य है। यह प्रतिस्पर्धा कानून के प्रावधान के खिलाफ है। यशराज फिल्म्स ने कहा है कि नोटिस मिलने पर ही वे इस मामले में अपना पक्ष रखेंगे। 
मामला हाईकोर्ट में भी 
दिल्ली हाईकोर्ट ने प्रतिस्पर्धा आयोग से शीघ्रता से देवगन की शिकायत पर सुनवाई और निर्णय करने को कहा है। जस्टिस राजीव शकधर ने अजय देवगन फिल्म्स की याचिका पर सुनवाई के दौरान कोई समय सीमा तय नहीं की है। 

तीन साल बाद लौटा तेंदया... आते ही जड़ा 'तमाचा'

मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर ने अपने आलोचकों को करारा जवाब दिया। स्वभाव से शालीन मुंबई के इस बल्लेबाज ने रेलवे के गेंदबाजों की बेरहमी से पिटाई करते हुए रणजी ट्रॉफी 2012 को आतिशी आगाज दिया।
सचिन ने फॉर्म में वापसी करते हुए टूर्नामेंट के पहले दिन सबसे ज्यादा रन बनाए। उन्होंने अपने शॉट्स से मुंबई के दर्शकों का दिल एक बार फिर से जीत लिया।
पिछले कई दिनों से सचिन के फॉर्म की आलोचना हो रही थी। कोई उन्हें उम्रदराज कह रहा था, तो कोई उन्हें युवाओं की राह का रोड़ा बता रहा था। तेंडुलकर ने जुबान से कुछ नहीं कहा, बस बल्ले से ताबड़तोड़ पारी खेल सभी का मुंह बंद कर दिया।

इन जनाब के शौक को देख, दुनिया भी रह गई शॉक्ड!

अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में रहने वाले रिटायर्ड बायोलॉजिस्ट रे बैंडर को जानवरों की हड्डियां और कंकाल जमा करने का अजीबोगरीब शौक है।

102 की उम्र में बने बाप के पास आया अमेरिका से लिफाफा, क्या था अंदर

खरखौदा। 102 वर्ष उम्र में दूसरी बार पिता बनने का सौभाग्य प्राप्त रामजीत राघव को दूसरे देश से आर्थिक मदद मिली है। रामजीत बेहद गरीब है और तंग हाली में जीवन व्यतीत कर रहा है। उसे अमेरिका की बनिता स्प्रिंग हिस्टोरिकल सोसाइटी की ओर से 10 डालर की मदद भेजी गई है।

Friday, November 2, 2012

Operators can hold 2.5 Mhz spectrum in prime band: EGoM

The Empowered Group of Ministers on Thursday allowed existing players to retain a maximum of 2.5 MHz in prime band spectrum when their current licences expire, provided they pay a price which will be determined later through auction.

The EGoM also decided that companies will have to pay a market price if they merge or acquire another company which was allocated spectrum at old price of Rs 1,658 crore.

"Telecom companies will be allowed to retain 2.5 Mhz of spectrum in 900 Mhz band but they will have to pay market determined price decided through auction. The auction for 900 Mhz band will be conducted 18 months in advance from date licence of telecom companies expires," sources said.

Telecom regulator Trai has recommended that existing operators give up all their spectrum holdings in prime 900 Mhz band when their permits come up for renewal starting November, 2014. The government has in principle approved the Trai recommendation.

Telecom Minister Kapil Sibal after the EGoM meeting said, "EGoM has decided on whats needs to be done for all those who have 5 MHz spectrum."

The EGoM, headed by Finance Minister P Chidambaram, took the decision based on the recommendation of the Department of Telecommunications.

The Telecom Commission had earlier recommended that existing operators give up all airwaves in 900 MHz.

On mergers and acquisitions, the EGoM decided that companies would to pay the market price if they acquire spectrum from another company which was allocated spectrum at old price of Rs 1,658 crore.

"... in the context of merger and acquistion what is the price that would have to be paid if the acquiring company has to acquire spectrum given to a company at an administered price, which is Rs 1,658 crore, thats one decision that has been taken," Sibal said.

SBI not to cut lending rates

State Bank of India (SBI) has ruled out any cut in its lending rates due to steep hike in the provisioning for restructured standard assets, a senior bank official said on Thursday.

"The 75 bps (0.75 per cent) hike in provisioning has closed the room for any lending rate cuts. Therefore, our asset liability committee, which met yesterday, decided to leave the lending rates unchanged," an SBI official said.

The only measure which may have prompted a look at the rate cut was the 0.25 per cent reduction in the cash reserve ratio by RBI in its second quarter policy announcement on Tuesday.

After the credit policy announcement, bank chairman Pratip Chaudhuri had hinted at a rate cut saying the Alco will be meeting in a day or two and the bank will prefer a "secular cut" in the base rate.

The RBI, as part of its gradual move towards higher provisioning for standard restructured assets, as mooted by the B Mahapatra committee, has increased the same to 2.75 per cent from 2 per cent. The committee has proposed it to be raised to 5 per cent.

Chaudhuri said the bank will lose Rs 300 crore because of the additional provisioning requirement while gain from the CRR cut is only Rs 225 crore.

However, he had said the Rs 75 crore shortfall will not deter the bank from cutting rates as it has already budgeted Rs 10,000 crore towards provisions for the fiscal and the asset quality is improving.

With a base rate of 9.75 per cent---the last cut was in mid-September by 0.25 per cent following the CRR cut in the mid-quarter policy review, SBI's base rate is one of the most aggressive in the banking system at present.

Already the bank has cut lending rates to a low of 10.25 per cent on home loans and 10.50 per cent for auto loans as part of a festive offer valid till the end of December. The offer also includes a 50 per cent reduction in the processing fee.

Bankers have been maintaining that changes in the base rate are directly aligned with the movement of their cost of funds and the broader drop in deposit rates observed in the recent past is being seen by many optimists as a pre-cursor to a lower rates regime.

Deciphering the iPhone 5

The latest version of the iPhone is thinner, lighter and longer, but does that make it better too? We take a look at what's new in the world's favourite phone.

The advanced, smartphones that we use today are a gift from Apple. No, Apple didn't design all of them, but back in 2007 it gave the industry a masterpiece that managed to change the dynamics for good. It set new benchmarks, both in terms of the hardware and software. It won't be wrong to say that if Apple hadn't launched the iPhone, we could still have been been using the old 2.4-inch displays with alphanumeric keypads in feature phones and resistive (stylus driven) displays in business phones.

Yes, there were apps for Nokia and Windows phones then too. But we had to search websites like getjar.com to download them. Apple streamlined this by introducing App Store, a onestop shop for downloading all free and paid apps.

ALTERNATIVES
APPLE IPHONE 4: iOS 4 (upgradable to iOS 6); 3.5 inch Retina display; Apple A4 Chip (1GHz); 8GB internal storage; Wi-Fi, 3G, Bluetooth; 5 MP; 115.2 x 58.6 x 9.3 mm, 137 gm.

APPLE IPHONE 4S:
iOS 5 (upgradable to iOS 6); 3.5 inch Retina Display; Apple A5 chip (1GHz dual core); 8GB/16GB/32GB internal storage; Wi-Fi, 3G, Bluetooth; 8 MP camera; 115.2 x 58.6 x 9.3 mm, 140 gm.

NOKIA LUMIA 920: Windows Phone 8; 4.5 inch display; 1.5GHz Dual Core processor; 32GB internal storage; Wi-Fi, 3G, Bluetooth, NFC; 8 MP camera; 130.3 x 70.8 x 10.7 mm; 185 gm.

SAMSUNG GALAXY SIII: Android v4.0; 4.8 inch display; 1.4GHz quad-core processor; 16GB internal storage, 32 GB expandable; Wi-Fi, 3G, Bluetooth; 8 MP camera; 136.6 x 70.6 x 8.6 mm; 133 gm.

HTC ONE X:
Android v4.0; 4.7 inch display; 1.5GHz quad-core processor; 32GB onboard storage; Wi-Fi, 3G, Bluetooth; 8 MP camera; 134.4 x 69.9 x 8.9 mm; 130 gm.

SAMSUNG GALAXY NOTE II:
Android v4.1; 5.5 inch display; 1.6GHz quad-core processor; 16/32/64GB onboard storage, Wi-Fi, 3G, Bluetooth, NFC; 8 MP camera; 151.1 x 80.5 x 9.4 mm; 180 gm.
Apple hasn't looked back since. Unlike other players, the company brings out just one new smartphone every year and manages to keep the competition on their toes. The recently launched iPhone 5 with a bigger display, faster processor, fine camera and better battery life is single-handedly trying to keep the Android onslaught at bay. Here is a look at the new features in this iconic phone- and where it falls short.

HARDWARE
There has always been something special about the iPhone. While the basics still remains the same, the iPhone 5 has got itself more powerful innards, gained some height and shed some weight.

DESIGN: The iPhone 5 is 18 per cent thinner and 20 per cent lighter than its predecessor. It is 7.6mm thin, approximately 1.7mm sleeker than the iPhone 4S. Living up to the competition of having bigger, better displays, the iPhone 5 has a 4-inch display, achieved by making the screen longer. Apple did not want to increase the width beyond 58.6mm as that would have made it harder to use with a single hand. The 4-inch screen means more real estate, enough to create space for another row of icons. However, the new, thinner display is bright and offers more clarity. The phone has also got an aluminum back.

LIGHTNING CONNECTOR: In the effort to make the iPhone thinner, Apple has replaced its proprietary 30-pin connector with the new eight-pin digital connector. This new connector is advanced and reversible, which means the cable can be plugged in from any side. To make the new iPhone compatible with the existing accessories, Apple has also launched a special adapter. PROCESSOR: Replacing the dual-core A4 processor on the iPhone 4S is the A6 processor. Apple hasn't shared much details about the A6 chip, but it claims the iPhone 5 will be 2x faster and will offer 2x graphics performance over its predecessor. The iPhone 5 comes prepared for graphic-heavy games and for extra power needs.

CAMERA: The 8MP iSight camera of the iPhone 4S was just fantastic. Instead of increasing the megapixel count, Apple claims to have enhanced the camera itself. It captures photos 40 per cent faster than its predecessor and has better low-light performance and improved noise reduction. It also supports Panorama that allows user to shoot up to 240 degrees in a single motion. For capturing 1080p videos, video stabilisation has been enhanced. Lastly, users will be now able to click images even as they are capturing videos. NANO-SIM: Unlike the iPhone 4 and iPhone 4S, the new iPhone does not support a microSIM card. Apple has stepped ahead to include a new technology by using a nano-SIM slot. This new SIM card is not only small but is 15 per cent thinner than the regular SIM cards.

WHAT ABOUT OLDER IPHONE MODELS
Rumours suggest that the iPhone 5 is likely to get launched by the end of October, before Diwali. Also, Apple will be launching the phone through its distribution channel and not with the operators. But given the weak rupee, we expect the iPhone 5 to be launched at a price between Rs 47,000 and Rs 50,000. Also, the launch of the iPhone 5 will bring down the price of the iPhone 4S, currently retailing at Rs 44,500. Our bet is that it will be priced around Rs 39,000. While the iPhone 3GS has been discontinued, the iPhone 4 prices too will come down to Rs 30,000 from the present Rs 37,500. With a stronger rupee, the iPhone 4 could have been retailing around Rs 20,000.
LTE: Like the new iPad, the iPhone 5 supports LTE wireless technology. But it won't be compatible with 4G LTE networks that are coming up in India.

SOFTWARE: iOS 6
The iPhone 5 will run Apple's new iOS 6 operating system. iOS is easier to use as unlike Android and other platforms there is no hidden menu or options. All apps are laid out scattered across the homescreens and users can make folders just by dragging and placing the app icon over another. The biggest plus point of owning an Apple device is the instant availability of updates. The minute Apple rolled out the iOS 6, the update was available to all Apple users across the globe, irrespective of the device and country. Here is what the iOS 6 brings to the table.

FACEBOOK INTEGRATION: Social network integration is a must in any smartphone today. After integrating Twitter in iOS 5, Apple has now opened the doors for Facebook integration. Now users will be able to share photos, update status without having to log into the app.

MAPS: With iOS 6, Apple has dropped Google Maps and replaced it with its own Maps. Maps offer turn-by-turn navigation and a new 3D feature called 'Flyover'. However, unlike Google Maps, the new mapping software lacks details and features. It does not support turn-by-turn direction in India.

SIRI: The intelligent voice assistant, Siri, was the distinguishing feature on the iPhone 4S. With the iOS 6, Siri has become smarter. It has learned new tricks and can now launch apps, present score cards, search for movie tickets, and book tables at restaurants. It can even send a tweet and post on Facebook. However, some of these features will not work in India.

VIP EMAIL: Thanks to the deluge of junk emails we often overlook important mails. Not any more, as iOS 6 lets users set up a VIP list. Users can now also have different signatures for different accounts with the new Mail app.

PHOTO STREAM: The new Photo Stream feature allows Apple users to create Photo Streams and share it with other users over iCloud. Just like Facebook and Instagram, people invited to the group can like the images and even add comments.

SAFARI: The number of improvements on Safari browser include offline reading list, photo upload support, full-screen landscape view on iPhone, etc. The iCloud also syncs the browsing history across iOS devices when logged in using the same account. Safari on iOS 6 features a brand new Java Script engine, which makes Safari significantly faster.

FACETIME OVER 3G: Till now, video chat using FaceTime was only possible if both the parities were on Wi-Fi. But on iOS 6, it works over cellular network as well.

MESSAGE REPLY & DND:
Basic features like decline an incoming call with a text message, set a callback reminder or create a preset message have been added to iOS 6. The Do Not Disturb feature allows users to set up a time for incoming calls to be silenced. One can also create a list of people that can still continue to reach you overriding the DND settings.

APP STORE
Till now, Apple iPhone users always had an edge over competitors, at least on the application front. For past five years, the phone's display had stayed at 3.5 inches, as a result of which all apps listed on the App Store were compatible with the iPhone 4S. But given the increased screen size of the iPhone 5, users and developers could face some challenges. While the existing apps will run flawlessly, there will be an emplty black space on the top and the bottom, restricting users from enjoying full benefits of the bigger display. But once the developer updates the app, things will be back in place. This can take some time. "The change depends on the type of app," says Binay Tiwari, Head, Global Marketing, Vserv.mobi. "Some of the 'table' structure layout type apps will get updated relatively easily, while the more graphics intensive games may need a re-design. The app ecosystem is a competitive one and Apple rewards developers that support their latest hardware by featuring their apps on the App Store."

SERVICE
Like its hardware, Apple has one of the best service support structures as well. While Apple offers international warranty for its Mac lineup along with the iPod and iPad, things are a bit different for iPhone, which comes with a country-specific warranty. In case anything goes wrong within the warranty period, just take it to the service centre with the proof of purchase

भीख को ना कहो! न कोई भीख मांगे न कोई दे!


जयपुर.शहर के प्रमुख चौराहों को भिखारियों से मुक्त करने के अभियान के पहले चरण में गुरुवार को रामबाग सर्किल, जेडीए सर्किल, ओटीएस चौराहा, अजमेरी गेट व बड़ी चौपड़ के आसपास अभियान शुरू हुआ, जो नियमित रूप से सुबह 9 से 12 बजे व शाम को 5 से 8 बजे तक चलेगा। 
जिला प्रशासन, ट्रैफिक पुलिस व स्वयंसेवी संस्थाओं की संयुक्त टीमों ने अभियान के पहले दिन रामबाग सर्किल से चार बच्चे, ओटीएस चौराहे से दस और बड़ी चौपड़ से तीन बच्चों को एनजीओ की मदद से पकड़ा। इन बच्चों में से एक एनजीओ घर में है। इसके अलावा 12 बच्चों को किशोर गृह भेजा गया है और 4 बच्चों को उनके परिवार को सौंप दिया गया। 
घायल बच्चों को लगाया मरहम : 
मोतीडूंगरी के सामने तख्तेशाही रोड पर चार बच्चे ग्यारसी, ज्योति, मुकेश व किशन को भीख मांगते पकड़ा गया। इसमें 5 साल के मुकेश व 8 साल की ग्यारसी के पैर जख्मी थे, जिनमें खून निकल रहा था। 
चाइल्ड संस्था के सदस्यों ने इनका प्राथमिक उपचार किया और एंबुलेंस में बिठाकर खाना खिलाया। उसके बाद बच्चों ने माफी मांगी कि वे कभी भीख नहीं मांगेंगे और जिद करने लगे कि उनके परिजनों के पास भेजा जाए। बाद में इन्हें परिजनों को सौंप दिया गया। 
वाहन चालकों को मिली राहत : 
अभियान शुरू होने के साथ हुई धरपकड़ के बाद शहर के अधिकांश चौराहों से भिखारी नदारद हो गए। इस अभियान के साथ ही लोगों को राहत मिलने लगी है। वाहन चालक भी खासा सुकून महसूस कर रहे हैं। चौराहों पर भिखारियों का जमावड़ा नहीं होने से ट्रैफिक सिग्नल पर जो परेशानी हो रही थी वह नहीं है। 
रामबाग चौराहे पर मिले चांदपोल निवासी अनिल शर्मा ने बताया कि ट्रैफिक सिग्नल पर गाड़ी रुकते ही इधर उधर से कोई बच्चा या महिला वाहन के सामने आ खड़े होते थे, जब तक पैसे नहीं देते हटती ही नहीं। एक बार तो ग्रीन लाइट होने के बावजूद नहीं हटी और दुर्घटना होते होते बची। बड़ी चौपड़ पर मिले ट्रांसपोर्ट नगर निवासी दीपक खडोलिया ने बताया कि यह अभियान लगातार चलाया जाना चाहिए, ताकि लोगों को राहत बनी रहे। 
कार्रवाई इनके जिम्मे : 
रामबाग सर्किल पर जयपुर शहर दक्षिण एसडीएम तूलिका सैनी व नायब तहसीलदार सुरेश शर्मा व आई इंडिया संस्था ने कार्रवाई की। जेडीए सर्किल पर उपखंड अधिकारी जयपुर विभु कौशिक, तहसीलदार मोहन सिंह एवं टाबर संस्थान के सदस्य शामिल कार्रवाई करने निकले। ओटीएस चौराहा पर उपखंड अधिकारी जयपुर शहर पूर्व अमृता चौधरी, नायब तहसीलदार सांगानेर कपिल शर्मा और जन कला साहित्य संस्थान के सदस्य रहे। 
अजमेरी गेट पर उपखंड अधिकारी जयपुर शहर उत्तर प्रिया बलराम शर्मा, नायब तहसीलदार राधेश्याम मीणा व खिलती कलियां संस्था के सदस्य शामिल हुए। बड़ी चौपड़ पर उपखंड अधिकारी आमेर भागीरथ सिंह हावा, आमेर तहसीलदार सुरेंद्र पारीक व एफएक्स बी सुरक्षा की लता सिंह के नेतृत्व में कार्रवाई हुई।
ट्रैफिक पुलिसकर्मी भी निगरानी रखेंगे : 
पहले चरण में इन सभी स्थानों पर एक उपखंड अधिकारी व एक तहसीलदार को जिम्मेदारी दी गई है। स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधि, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के अधिकारी सुबह-शाम नियमित रूप से चौराहों पर भीख मांगने वालों को पकड़ेंगे। ट्रैफिक पुलिसकर्मी भी ट्रैफिक पाइंट्स के आसपास निगरानी रखेंगे। चौराहों से 18 वर्ष से कम उम्र के भीख मांगने वाले बच्चों को रेस्क्यू बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया जाएगा। वहीं एकल महिलाओं को महिला सदन भेजा जाएगा। 
अभियान से जुड़ना है तो यहां आएं : 
शहरवासी ‘भीख को ना कहो’ अभियान से जुड़ना चाहते हैं तो प्रमुख चौराहों पर नियुक्त सदस्यों से संपर्क कर सकते हैं।
>रामबाग सर्किल आई इंडिया संस्था के सदस्य 8290247541 व 9829011124  
>जेडीए सर्किल पर टाबर सोसायटी के सदस्य 9829020608 व 9462100211  
>ओटीएस चौराहा पर जन कला साहित्य मंच संस्था के सदस्य 9828015081 व 9413472026  
>बड़ी चौपड़ पर एफएक्स बी इंडिया सुरक्षा के सदस्य 9314235496  
>अजमेरी गेट पर खिलती कलियां के सदस्य 9413340966
पहला दिन : जन-जन को दिया जागृति का संदेश 
17 बच्चे पकड़े 12 को किशोर गृह भेजा, 4 परिवार को सौंपे व 1 एनजीओ घर भेजा, सुबह 9 से 12 व शाम 5 से 8 बजे तक कार्रवाई।
स्वयंसेवी संस्था के सदस्य भीख पर रोक लगाने और भीख न मांगने के संदेश देते दिखाई दिए। कार्रवाई के दौरान ये लोग चौराहों पर भीख देने में भागीदार ना बनने, भीख न मांगने व भीख न देने का संदेश देने के लिए बैनर  लेकर खड़े थे। बैनरों में ‘अब खाओ कसम ले लो सीख, नहीं मांगेंगे भीख’ जैसे स्लोगन लिखे थे। 
'बहुत अच्छी शुरुआत है, आम जनता ने अभियान को सराहा है। हमें उम्मीद है कि और भी एनजीओ इसमें जुड़ेंगे।'

'मैं एशिया का पहला व्यक्ति हूं जिसने यह मुकाम हासिल किया!'

नागपुर. मैजिक शब्द जुबां पर आते ही हमारे मांइड में एक ही चीज उभरती है और वो है जादू की छड़ी लिए परी, कोई जिन्न या हमारे ईष्ट देवता। कुछ न कुछ चमत्कार की उम्मीद हर किसी के मन में रहती ही है।  
इसके चलते कहीं न कहीं मन में इस बात को लेकर विश्वास रहता है कि हो सकता है, भविष्य में कुछ बेहतर हो जाए।
भगवान ऐसी कोई जादू की छड़ी चला दे कि मैं जो चाहता हूं वह मुझे मिल जाए। यह चमत्कार भले ही क्यों ना किसी परी या फिर  किसी जादूगर अथवा  किसी जिनी की मदद से किया जाए। हर व्यक्ति के दिल में कई ख्वाहिशें होती हैं जिनके पूरा होने की उम्मीद हर शख्स को होती है। 

बॉलीवुड से आगे निकलने की होड़ में नॉलीवुड

एक दौर में कभी टाइम मैगजीन ने अपने एनालेसिस से बताया था कि दुनिया में फिल्मों के लिहाज से 'हॉलीवुड' शीर्ष पायदान पर है। फिर चाहे वे उसकी फिल्मों के बजट को लेकर हो या फिर क्वालिटी और विषय के लिहाज से।
दूसरा स्थान भारतीय फिल्मों को दिया गया, यह पूरी दुनिया में फिल्म बनाने के लिहाज से शीर्ष पर रहने वाली फिल्म इंडस्ट्री है। अभी हाल ही के सालों में नॉलीवुड ने भी अपने पैर पसार लिए हैं। सालभर में फिल्मों बनाने  को देखते हुए यूनेस्को ने इसे  पूरी दुनिया में भारत के दूसरा स्थान दिया।

52 करोड़ खर्च कर खुद का या बिहार का भला करेंगे नीतीश?

पटना. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (नीतीश की सभा में लड़कियों की दुपट्टा चेकिंग, भड़का गुस्‍सा) इनदिनों छवि के संकट से गुजर रहे हैं। हाल के महीनों में उनके राज्य में घटनाओं की पूरी फेहरिस्त इस बात को साबित करने के लिए काफी है कि उनकी छवि और इकबाल अब वैसी नहीं रहा, जैसा पहली बार पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आने पर था। नीतीश लंबे समय से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग कर रहे हैं। इसी सिलसिले में 4 नवंबर को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में अधिकार रैली बुलायी गई है। बहुत सारे लोग इस रैली को बिहार के 'स्वाभिमान' से जोड़कर देख रहे हैं तो कई मानते हैं कि यह पॉलिटिकल स्टंट है।
कई जानकार यह भी मान रहे हैं कि जब नीतीश कुमार ने इस रैली की कल्पना की थी, तब उनके दिमाग में यह बात चल रही थी कि इस रैली के जरिए वे अगले आम चुनावों के मद्देनजर प्रधानमंत्री पद के लिए अपनी मजबूत दावेदारी पेश करेंगे। लेकिन हाल के महीनों में कई जगहों पर उनके विरोध के बाद अब सवाल उठने लगे हैं कि क्या इस रैली के जरिए नीतीश अपनी राजनीतिक ज़मीन बचाने की कोशिश तो नहीं कर रहे हैं। 
कहना मुश्किल है कि 'अधिकार रैली' से 'बिहारी स्वाभिमान' को कितना खाद पानी मिलेगा या बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलने की राह कितनी आसान होगी। फिलहाल,  रैली में होने वाले खर्च का हिसाब लगाया जाए तो आम आदमी की आंखें फटी रह जाएंगी। (अहंकारी नीतीश के शासन में महिलाएं असुरक्षित, हटवा दिए जाते हैं दुपट्टे)
आगे की स्लाइडों में रैली से जुड़े लोगों से बातचीत के आधार पर खर्चे (नीतीश के लिए जेल में बंद पूर्व विधायक ने मांगी 7 करोड़ की रंगदारी) का हिसाब लगाने की कोशिश की गई है। यह खर्च अनुमान पर आधारित है।

सम्मान लेते हुए रो पड़ीं ऐश तो अराध्या ने भी खूब बहाए आंसू!

बॉलीवुड अदाकारा और बच्‍चन परिवार की बहू ऐश्‍वर्या राय बच्‍चन 1 नवंबर 2012 को 39 साल की हो गईं।ऐश्वर्या के लिए उनका बर्थडे बेहद खास साबित हुआ है।
ऐश्वर्या को फ्रांस सरकार ने 'नाइट ऑफ द ऑर्डर ऑफ आर्ट्स एंड लेटर्स' जैसे प्रतिष्ठित नागरिक सम्मान से नवाजा।
मुंबई के एक फाइव स्टार होटल में ऐश्वर्या अपने पूरे परिवार के साथ इस सम्मान को लेने पहुंची. तस्वीरों में देखिए इस दौरान क्या-क्या हुआ:

मौत जैसे छू कर चली गयी, ऐसा मंजर जो कभी नहीं आया था आंखों के सामने!

कांके/रांची.पुलिस की नौकरी करते दो दशक हो चला, पर ऐसा खौफनाक मंजर इससे पहले आंखों के सामने कभी नहीं आया था। आईआईएम की दीवार ढहा रहे 75-80 लोग पुलिस की जीप देखते ही अचानक हम पर टूट पड़े। जीप में अगली सीट पर ड्राइवर जोबा बानरा के साथ मैं बैठा था, जबकि पीछे सीट पर हवलदार दुर्गा चरण भगत, कांस्टेबल बाबूलाल हेम्ब्रम और रंजीत राय किड़ो थे। पुलिस मात्र चार और हमलावर 75-80 लोग। किसी के हाथ में फरसा, तो कोई भाला लिए, किसी के हाथ में रॉड तो कोई तलवार लिए हुए था। उनके तेवर को देखकर ऐसा लगा, मानो उन्होंने प्री-प्लानिंग कर रखी थी कि पुलिस के आते ही हमला बोल देंगे।
पेट्रोलिंग करते हुए हम सुबह 4.30 बजे बीएयू के सामने से गुजर रहे थे, तभी सूचना मिली कि आईआईएम के बाउंड्री के पास ग्रामीण जमा हो रहे हैं। हमने गाड़ी मोड़ी और नगड़ी की ओर बढ़ चले। निर्माणाधीन जमीन के पास इकट्ठा ग्रामीण दीवार ढहाने में लगे थे। हमारी जीप के वहां पहुंचते ही, ग्रामीणों का हुजूम हमारी ओर मारो-मारो कहता दौड़ पड़ा।
(एएसआई अरविंद शर्मा की आपबीती, जैसा उन्होंने दैनिक भास्कर के अमरकांत को बताया)
कांके नगड़ी में एक बार फिर बवाल हुआ। हरवे-हथियार से लैस ग्रामीण सुबह चार बजे ही निर्माणाधीन लॉ यूनिवर्सिटी के पास पहुंच गए और चहारदीवारी को तोड़ डाला। उन्हें रोकने पहुंची पुलिस पर भी जानलेवा हमला कर दिया। पुलिस ने उन्हें खदेडऩे के लिए लाठीचार्ज किया, तो ग्रामीण और उग्र हो गए। पुलिस जीप को क्षतिग्रस्त कर दिया और फरसे से कांके थाना के एएसआई अरविंद शर्मा पर जानलेवा हमला किया। ग्रामीणों के तेवर को देखते हुए पुलिस को पीछे हटना पड़ा। बाद में अतिरिक्त सुरक्षा बलों के पहुंचने पर ग्रामीण वहां से चले गए। ग्रामीण एसपी असीम विक्रांत मिंज ने कहा कि चहारदीवारी तोडऩे और पुलिस पर जानलेवा हमला करने वालों पर प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी। इन्हें शीघ्र गिरफ्तार किया जाएगा।
जब सामने से एक ग्रामीण ने फरसा चलाया, तो जीप का शीशा ढाल बन सामने आ गया। फरसा शीशे से टकराया, शीशा तो फूट गया लेकिन फरसा उसमें फंसा रह गया। लगा अब जान नहीं बचेगी। तुरंत हाथ होलस्टर पर पहुंचा, अगले ही पल हाथ में पिस्टल थी। पिस्टल देखकर उग्र भीड़ ठिठकी, तब तक ड्राइवर जोबा ने चालाकी दिखाते हुए जीप को वहां से भगाया। यदि हम नीचे होते तो शायद दूसरी कहानी बन गई होती। वहां से निकलकर ऐसा लगा कि साक्षात मौत के मुंह से बाहर निकले हैं। तुरंत मोबाइल पर थाना प्रभारी को हमले की सूचना दी। थोड़ी देर बाद और फोर्स आ गई, तब जाकर ग्रामीणों को वहां से भगाया जा सका।