सत्ता में आने के बाद पहली बार कोलकाता में हो रहे निवेशक सम्मेलन में एक अजीब सी बात देखने में आई है। नई मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जिन बड़े उद्योगपतियों को कोलकाता बुलाया है उनमें टाटा समूह के चेयरमैन रतन टाटा का नाम नहीं है।
शनिवार को होने वाली इस बैठक में देश के सभी बड़े उद्योगपतियों को आमंत्रण दिया गया है। इनमें मुकेश अंबानी, अनिल अंबानी, अदि गोदरेज, सी के बिड़ला, सज्जन जिंदल, सुब्रत रॉय सहारा वगैरह हैं। लेकिन इनमें सिर्फ अदि गोदरेज ने ही आने के बारे में हामी भरी है।दिलचस्प बात यह है कि टाटा समूह की कंपनियों के डायरेक्टर वगैरह बुलाए गए हैं और उनमें से कई इसमें भाग भी लेंगे। टाटा समूह की कई कंपनियां कोलकाता तथा बंगाल में काम कर रही हैं। ममता उनसे संबंध नहीं बिगाड़ना चाहती हैं।
गुजरात की ही तर्ज पर ममता बनर्जी भी यह इन्वेस्टर मीट कर रही हैं। देखना है कि वह नरेन्द्र मोदी की तरह उद्योगों को बुला पाती हैं भी या नहीं
शनिवार को होने वाली इस बैठक में देश के सभी बड़े उद्योगपतियों को आमंत्रण दिया गया है। इनमें मुकेश अंबानी, अनिल अंबानी, अदि गोदरेज, सी के बिड़ला, सज्जन जिंदल, सुब्रत रॉय सहारा वगैरह हैं। लेकिन इनमें सिर्फ अदि गोदरेज ने ही आने के बारे में हामी भरी है।दिलचस्प बात यह है कि टाटा समूह की कंपनियों के डायरेक्टर वगैरह बुलाए गए हैं और उनमें से कई इसमें भाग भी लेंगे। टाटा समूह की कई कंपनियां कोलकाता तथा बंगाल में काम कर रही हैं। ममता उनसे संबंध नहीं बिगाड़ना चाहती हैं।
गुजरात की ही तर्ज पर ममता बनर्जी भी यह इन्वेस्टर मीट कर रही हैं। देखना है कि वह नरेन्द्र मोदी की तरह उद्योगों को बुला पाती हैं भी या नहीं
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