Monday, September 12, 2011

हथेली में यहां जितनी रेखाएं होंगी, उतने हो सकते हैं प्रेम संबंध

कई लोगों के जीवन में कुछ बातें ऐसी होती हैं जो वह किसी अन्य व्यक्ति को बताना नहीं चाहता, छिपाता है। ऐसी छिपाने वाली बातों में से एक बात है प्रेम प्रसंग। काफी लोग अपना प्रेम प्रसंग दूसरे लोगों के सामने जाहिर नहीं होने देते। कभी-कभी कुछ प्रेमियों का मिलन नहीं हो पाता और उनका विवाह किसी अन्य लड़के या लड़की के साथ हो जाता है। तब वह अपने पुराने इतिहास को पीछे छोड़कर आगे बढ़ जाता है लेकिन ज्योतिष के अनुसार ऐसे प्रसंगों की जानकारी भी हस्तरेखा से मालुम की जा सकती है।

हस्तरेखा ज्योतिष के अनुसार हमारे हाथों की छोटी-छोटी रेखाएं अक्सर बदलती हैं परंतु कुछ खास रेखाओं में बड़े परिवर्तन नहीं होते हैं। इन महत्वपूर्ण रेखाओं में जीवन रेखा, भाग्य रेखा, हृदय रेखा, मणिबंध, सूर्य रेखा और विवाह रेखा शामिल हैं। विवाह रेखा से व्यक्ति के वैवाहिक जीवन और प्रेम प्रसंग आदि की जानकारी प्राप्त होती है।

विवाह रेखा लिटिल फिंगर (सबसे छोटी अंगुली) के नीचे वाले भाग में हथेली के अंतिम छोर पर होती है। इस क्षेत्र को बुध पर्वत कहते हैं। बुध पर्वत के अंत में एक या एक से अधिक कुछ आड़ी गहरी रेखाएं होती हैं। यह विवाह रेखाएं कहलाती है।

ऐसा माना जाता है कि व्यक्ति के हाथों में जितनी विवाह रेखाएं होती हैं उसके उतने ही प्रेम प्रसंग हो सकते हैं। यदि यह रेखा टूटी हो या कटी हुई हो विवाह विच्छेद की संभावना होती है। साथ ही यह रेखा आपका वैवाहिक जीवन कैसा रहेगा यह भी बताती है। यदि रेखाएं नीचे की ओर गई हुई हों तो वैवाहिक जीवन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। कुछ विद्वानों का मानना है कि विवाह रेखा की संख्या से व्यक्ति का विपरित लिंग के प्रति कितना झुकाव है वह मालुम होता है। एक से अधिक विवाह रेखा होने पर माना जा सकता है कि उस व्यक्ति का किसी विपरित लिंग से काफी गहरा रिश्ता हो, इसे प्रेम नहीं मा सकता। यदि कोई गहरे दोस्त हैं तब भी इसप्रकार की रेखाएं हो सकती हैं। विवाह रेखा के साथ ही दोनों हथेलियों की सभी रेखाओं का गहन अध्ययन आवश्यक है। अन्यथा सटीक भविष्यवाणी नहीं की जा सकती है।

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