पेट्रोल से चलने वाली दुनिया की सबसे सस्ती कार (नैनो) बनाने वाली टाटा मोटर्स ने इंजीनियरिंग का एक और कमाल दिखाया है। अब कंपनी ने सबसे सस्ती इलेक्ट्रिक कार पेश की है। इस कार को डेट्रॉयट कार शो में प्रदर्शित किया गया।
इसे इंजिनियरिंग का कमाल माना जा रहा है। इस कार का नाम इमो रखा गया है और यह पेट्रोल-डीजल की बजाय बिजली से चलेगी। इसे बनाने में 300 इंजीनियरों ने पुणे, डेट्रॉयट, इंग्लैंड और जर्मनी में दिन-रात काम किया।
यह एक कॉन्सेप्ट कार है और इसमें डुएल मोटर, फ्रंट व्हील ड्राइव, एयर कूल्ड हाई एनर्जी बैटरी है जो इस कार को दौड़ाती है। एक बार चार्ज होने के बाद यह करीब 161 किलोमीटर तक चल सकेगी। इसकी अधिकतम गति 136 किलोमीटर प्रति घंटा है।
अमेरिकी मानकों के हिसाब से इसमें सेफ्टी फीचर्स रखे गए हैं। इसमें एयर बैग, डैशबोर्ड टचस्क्रीन इंटरफेस वगैरह हैं। इसके अंदरूनी हिस्से में काफी जगह है और इसे पॉल्यूशन फ्री रखने के लिए काफी इंतज़ाम हैं। इसमें खास तरह के शॉक एब्जॉरबर्स लगाए गए हैं। इस कार की कीमत अमेरिका में 20,000 डॉलर होगी। अमेरकी सरकार इलेक्ट्रिक कारों पर सब्सिडी देती है। इसलिए यह कार वहां 12,500 डॉलर की पड़ेगी। लेकिन टाटा ने अभी इस कार को आम ग्राहकों को बेचने के लिए नहीं बनाया है।
इसे इंजिनियरिंग का कमाल माना जा रहा है। इस कार का नाम इमो रखा गया है और यह पेट्रोल-डीजल की बजाय बिजली से चलेगी। इसे बनाने में 300 इंजीनियरों ने पुणे, डेट्रॉयट, इंग्लैंड और जर्मनी में दिन-रात काम किया।
यह एक कॉन्सेप्ट कार है और इसमें डुएल मोटर, फ्रंट व्हील ड्राइव, एयर कूल्ड हाई एनर्जी बैटरी है जो इस कार को दौड़ाती है। एक बार चार्ज होने के बाद यह करीब 161 किलोमीटर तक चल सकेगी। इसकी अधिकतम गति 136 किलोमीटर प्रति घंटा है।
अमेरिकी मानकों के हिसाब से इसमें सेफ्टी फीचर्स रखे गए हैं। इसमें एयर बैग, डैशबोर्ड टचस्क्रीन इंटरफेस वगैरह हैं। इसके अंदरूनी हिस्से में काफी जगह है और इसे पॉल्यूशन फ्री रखने के लिए काफी इंतज़ाम हैं। इसमें खास तरह के शॉक एब्जॉरबर्स लगाए गए हैं। इस कार की कीमत अमेरिका में 20,000 डॉलर होगी। अमेरकी सरकार इलेक्ट्रिक कारों पर सब्सिडी देती है। इसलिए यह कार वहां 12,500 डॉलर की पड़ेगी। लेकिन टाटा ने अभी इस कार को आम ग्राहकों को बेचने के लिए नहीं बनाया है।
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